आज हम बात करेगे बैसिलिनम टीबी और दाद खुजली की 100% असरदार दवा के बारे में जिसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है और सबसे अच्छा असर देखने को मिलता है

गर्मियों के मोषम में दाद खुजली होना आम बात है और यह दाद शरीर के किसी भी हिसे में हो सकता है यह चेहरे से लेकर शरीर के निचे तक किसी भी अंग में आपको हो सकता है

और इसके कारण व्यक्ति बहुत ज्यादा परेशान रहता है व्यक्ति खुजलाता रहता है जितना खुजलाता है उतनी ज्यादा खुजली होती है और त्वचा लाल हो जाती है

दाद खुजली सबसे ज्यादा वहा होती है जहाँ पर पसीना ज्यादा आता है ज्यादातर यह इंटरनल पार्ट्स में होती है और लम्बे समय तक रहती है कुछ व्यक्ति में दाद खुजली 6 महीने या साला तक रहती है

इसके लिए आप बहुत सी दवाइयों का इस्तेमाल करते है घरेलू उपचार करते है परन्तु दाद ठीक नहीं होती है और अगर ठीक होती है तो दोबारा हो जाती है यह समस्या चलती रहती है

आज हम दाद खुजली के लिए bacillinum 200 uses in hindi के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिसे अगर आप इस्तेमाल करते है तो दाद खुजली जड़ से खत्म हो जाएगी

Table of Contents

बैसिलिनम टीबी और दाद खुजली की 100% असरदार दवा क्या है

बैसिलिनम-टीबी-और-दाद-खुजली-की-100%-असरदार-दवा

bacillinum 200 for fungal infection की एक होम्योपैथिक मेडिसिन है जो आपको 200 पोटेंसी में आसानी से देखने को मिल जाती है जिसका इस्तेमाल दाद के लिए किया जाता है

बहुत से व्यक्ति को दाद खुजली रहती है जो गोल अकार में भी दिखाई देती है और त्वचा में कुछ लाल पन सा दिखाई देता है और उसमे बहुत खुजली होती है और दाने दाने दिखाई देते है

सबसे ज्यादा टीनिया fungal infection पाया जाता है जो व्यक्ति के अंदरूनी अंगो में होता है और एसे में व्यक्ति बता नहीं पाता है और खुजला भी नहीं पाता है उस समय में यह होम्योपैथिक मेडिसिन ली जाती है

इसी के साथ bacillinum 200 मेडिसिन का इस्तेमाल टीबी की समस्या में किया जाता है क्युकी bacillinum एक तरह का नोसोड होता है अगर व्यक्ति को लंग्स में टीबी की समस्या है तो उसके टिशू से यह होम्योपैथिक मेडिसिन बनाई जाती है

इसलिए टीबी की समस्या में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है और इसका इस्तेमाल ज्यादा पुरानी से पुरानी समस्या में किया जाता है और इसका अच्छा असर देखने को मिलते है

यह भी पढ़े – खांसी के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन

बैसिलिनम 200 के लक्ष्ण

बात करते है की एसे कौन से लक्ष्ण दिखाई देते है जिनमे बैसिलिनम लेने की जरूरत पड़ती है

(1) . अगर शाम को खांसी आती है और हल्का बुखार होता है और खांसी लम्बी चलती है और खांसी में पीले रंग का बलगम आता है और रात में पसीना आता है

(2) . अगर किसी बुजुर्ग में फेफड़ो से जुडी समस्या होती है खांसी आती है एक घुटन महसूस होती है एसा लगता है सांस लेने में समस्या हो रही है और कफ अंदर ही रहती है और रात के समय समस्या बढती है

(3) . सांस नहीं ली जाती है दमा की समस्या बनी रहती है लम्बे समय से खांसी बनी हुई है फेफड़ो से जुडी समस्या है घुटन होती है कार्य करते ही साँस फूलने लगती है

(4) . अगर आपको दाद खुजली की समस्या होती है किसी भी पार्ट में हो और लम्बे समय तक यह समस्या बनी हुई है तो यह मेडिसिन ले सकते है

(5) . सोरायसिस की समस्या में अगर आपको बहुत खुजली होती है और बार बार आपको सोरायसिस हो जाता है तो यह ले सकते है

(6) . अगर आपको त्वचा में चकते हो गए है और यह चकते पेट और पीठ पर ज्यादा दिखाई देते है और यह चकते लाल हो जाते है और खुजली होती है साथ में गले में खरास और बुखार होता है

बैसिलिनम 200 का इस्तेमाल – bacillinum 200 uses in hindi

बैसिलिनम 200 होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग पुरानी से पुरानी समस्या में उम्र लक्ष्ण बिमारी के अनुसार डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है ताकि आने वाले समय में कोई समस्या न हो

आपको अछे फायदे के लिए बैसिलिनम का इस्तेमाल 200 पोटेंसी में ही करना है इसका सेवन आपको हफ्ते में 1 या 2 बार ही करना चाहिए क्युकी इसका असर लम्बे समय तक बना रहता है

आपको इसका सेवन हफ्ते में 2 बार जैसे सन्डे को ले उसके बाद वेडनेसडे को ले आपको इसकी सिर्फ 4 बुँदे लेनी है सीधा जीभ पर डालकर सेवन कर सकते है और खाना खाने से आधे या एक घंटे पहले ले

आपको इसके अछे फायदे के लिए 2 से 3 महीने के लिए आसानी से ले सकते है इसे आपकी समस्या बिलकुल ठीक हो जाएगी और ध्यान रखे की ज्यादा मात्रा में डोस न ले

बिमारी :दाद खुजली , टीबी आदि समस्या
दवा की मात्रा :4 बुँदे एक समय में
दिन में कितनी बार ले :हफ्ते में 2 बार सन्डे और बुधवार को (सुबह या शाम को)
खाना खाने से पहले या बाद में :खाना खाने से आधे घंटे पहले ले
कौन सी पोटेंसी में ले :200 पोटेंसी में ले
कितने दिनों तक ले :2 से 3 महीने इस्तेमाल करे
ज्यादा मात्रा में सेवन न करे इसका असर लम्बे समय तक रहता है

बैसिलिनम होम्योपैथिक मेडिसिन के लाभ

क्रोनिक समस्या में इसके फायदे देखने को मिलते है जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा

(1) . दाद खुजली में लाभकारी है

दाद खुजली की समस्या में यह सबसे अच्छा असर करती है अगर प्राइवेट पार्ट में दाद हो गई है खुजली होती है और खुजली करके खून निकल गया है और अगर दाद ठीक हो जाती है और कुछ महीने बाद दोबारा हो जाता है और समस्या लगातार बनी रहती है तो यह मेडिसिन ले सकते है

(2) . पिटिरायसिस रोसिया में लाभकारी है

पिटिरायसिस रोसिया त्वचा का रोग होता है जिसमे आपकी त्वचा पर लाल चकते हो जाते है जो पपड़ीदार दिखाई देते है और इसमें बहुत खुजली होती है और यह बच्चो में ज्यादा होती है बच्चो की तवचा इसके कारण बेजान दिखाई देने लगती है एसे में आप इस मेडिसिन को देकर समस्या को ठीक कर सकते है

(3) . सोरायसिस में लाभकारी है

सोरायसिस त्वचा में होने वाली समस्या है जो लम्बे समय तक रहने वाली समस्या है इसके दोरान त्वचा में खुजली , पपडीदार त्वचा , दाने होते है और यह ज्यादतर सिर , घुटने , कोहनी में होती है और यह बार बार हो सकती है कभी कभी त्वचा में अधिक खुजली होती है जिसके कारण सुजन भी हो जाती है आप सोरायसिस में भी यह मेडिसिन ले सकते है

(4) . टीबी में लाभकारी है

अगर किसी व्यक्ति में टीबी के लक्ष्ण दिखाई देते है खांसी होती है और और शाम को हल्का बुखार होता है 15 से 20 दिन से खांसी बनी हुई है खांसी करने पर बलगम निकल रहा है खांसते खांसते छाती में दर्द रहता है रात में पसीना आता है तो आप इस मेडिसिन का सेवन कर सकते है

(5) . दमा में लाभकारी है

दमा की समस्या में लाभकारी है इसमें व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होने लगती है इसके दोरान साँस लेने वाली नालियों में सुजन और कसाव उत्पन हो जाता है जिसके कारण सांस लेने में समस्या होती है छाती में जकड़न , खांसी जैसे लक्ष्ण उत्पन होते है एसी समस्या में भी यह मेडिसिन ले सकते है

(6) . गले में इन्फेक्शन में लाभकारी है

गले के इन्फेक्शन में यह अच्छा असर करती है अगर गले में वायरस के कारण इन्फेक्शन हो गया है और निगलने में समस्या होती है सुजन और दर्द बना हुआ है खांसी रहती है बुखार रहता है खासं खांस कर छाती में दर्द रहता है तो इन सभी समस्या में यह मेडिसिन अच्छा कार्य करती है

(7) . बुजुर्गो में लाभकारी है

बुजुर्गो में इसका अच्छा फायदा देखा गया है अगर सांस लेने में समस्या होती है थोडा कार्य करते ही सांस फूलने लगती है खांसी बनी रहती है फेफड़ो से जुडी समस्या है खांसी होती है परन्तु कफ बाहर नही निकलता है तो आप इस मेडिसिन को ले सकते है अच्छा फायदा करती है

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बैसिलिनम मेडिसिन के दुष्प्रभाव

bacillinum 200 होम्योपैथिक मेडिसिन का टीबी और दाद खुजली की समस्या के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इसके इस्तेमाल से हमे किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है

आप इसका इस्तेमाल आसानी से कर सकते है परन्तु व्यक्ति के लक्ष्ण उम्र समस्या अलग अलग होती है अगर कोई दुष्प्रभाव होता है तो डॉक्टर की सलाह ले और कुछ समय मेडिसिन न ले

एक गलती और करते है बहुत से व्यक्ति वह इसके जल्दी असर के लिए हफ्ते में कई बार इस मेडिसिन का सेवन करते है एसा करना गलत होता है इस मेडिसिन को सिर्फ हफ्ते में 2 बार ही ले सकते है

क्युकी इस होम्योपैथिक मेडिसिन का असर लम्बे समय तक बना रहता है इसलिए हफ्ते में 2 बार लेने की सलाह दी जाती है इसलिए ज्यादा मात्रा में सेवन न करे

बैसिलिनम 200 की सावधानियाँ

जब भी आप इस होम्योपैथिक मेडिसिन का इस्तेमाल करने के लिए जाए तो आप कुछ बातो का ध्यान जरुर रखे जिनके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएग

(1) . एलर्जी होने पर न ले

अगर आपको इस होम्योपैथिक मेडिसिन से किसी प्रकार की एलर्जी की समस्या होती है तो आपको इसका सेवन नहीं करना है इसे एलर्जी बढ़ सकती है

(2) . ज्यादा मात्रा में न ले

आपको इस मेडिसिन का इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में नहीं करना है हफ्ते में सिर्फ 2 बार इसका सेवन करना है अगर एक बार हफ्ते में न लेते हो तो दूसरी खुराक के साथ पहली न ले

(3) . शराब का सेवन न करे

जब भी आप इस मेडिसिन का सेवन करते है तो आपको किसी प्रकार का धुम्रपान और शराब का सेवन नहीं करना है इसे आपको समस्या हो सकती है

(4) . प्रेगनेंसी में डॉक्टर की सलाह ले

प्रेगनेंसी में bacillinum 200 medicine का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए उसके बाद ही मेडिसिन का सेवन आप कर सकती है

(5) . स्तनपान के दोरान डॉक्टर की सलाह ले

स्तनपान करवाने वाली महिला को bacillinum 200 मेडिसन के सेवन से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए उसके बाद ही इसका सेवन करना चाहिए

(6) . ड्राइव करते समय न ले

ड्राइव करने से पहले या ड्राइव करते समय इस मेडिसिन का सेवन नहीं करना चाहिए क्युकी इसे नींद आने की समस्या हो सकती है इसलिए ध्यान रखे

(7) . exp date को चेक करे

जब भी स्टोर में इस होम्योपैथिक मेडिसिन को लेने के लिए जाए तो आपको exp date को जरुर चेक करना है उसके बाद ही मेडिसिन को लेना है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको बैसिलिनम टीबी और दाद खुजली की 100% असरदार दवा के बारे में पता चल गया होगा और अब आपको समस्या नहीं होगी यह होम्योपैथिक मेडिसिन एकदम से आपको फायदा नहीं करती है इसका असर धीरे धीरे होता है लगातार इस्तेमाल से समस्या ठीक होने लगती है यह सबसे ज्यादा तब फायदा करती है जब समस्या पुरानी हो और बार बार हो जाति हो उस समय में यह अच्छा असर दिखाती है

जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . bacillinum 200 का इस्तेमाल कितने दिनों तक कर सकते है?

ans . इस होम्योपैथिक मेडिसिन का इस्तेमला आप 2 से 3 महीने लगतार कर सकते है|

Q . bacillinum 200 का मुख्या इस्तेमाल क्या है?

ans . इस मेडिसिन का मुख्या इस्तेमाल टीबी लक्ष्ण और दाद खुजली की समस्या में किया जाता है|

Q . क्या bacillinum 200 से दुष्प्रभाव होते है?

ans . इस होम्योपैथिक मेडिसिन का कोई दुष्प्रभाव देखन को नहीं मिलता है|

Q . bacillinum 200 का असर कितने समय तक रहता है?

ans . इस मेडिसिन का असर लगतार 1 हफ्ते तक बना रहता है|

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