आज हम आपको acalypha indica uses in hindi के बारे में जानकारी देंगे जिसका इस्तेमाल सुखी खांसी की समस्या के लिए किया जाता है

यह मेडिसिन फेफड़ो के लिए और पेट की समस्या के लिए और बहुत लाभकारी है जिसका इस्तेमाल बहुत पहले से ही किया जा रहा है और समस्या को ठीक किया जाता है

आज हम आपको इसके इस्तेमाल फायदे नुक्सान सावधानियाँ रखरखाव परहेज के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिसे आपको इसके इस्तेमाल में कोई समस्या न हो

what is acalypha indica in hindi

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यह प्लांट किंगडम की होम्योपैथिक मेडिसिन है जिसे हम आम भाषा में मुक्ता भी कहाँ जाता है और यह आसानी से आपको देखने को मिल जाएगी

यह मेडिसिन आपको Sbl और mother tincture दोनों में ही देखने को मिल जाती है और इसका इस्तेमाल आपको mother tincture में ही करना है फेफड़े की समस्या पेट की समस्या त्वचा की समस्या के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है

इस होम्योपैथिक मेडिसिन के अंदर बहुत से एसेंशियल ऑयल पाए जाते है जब हम इस मेडिसिन का सेवन करते है तो यह हमारे फेफड़ो पर जाकर अच्छा असर करती है

अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी की समस्या है और साथ ही रक्त भी आता है तो इसके इस्तेमाल से सुखी खांसी और रक्त की समस्या ठीक हो जाती है इसी के साथ अगर ब्रोंकाइटिस में इन्फेक्शन हो गया है तो उसे भी ठीक करती है

इसका इस्तेमाल हमारे पेट में भी अच्छा होता है अगर किसी को लूज मोशन की समस्या है या फिर आपको अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या है पेट में अल्सर हो गया है तो यह मेडिसिन बहुत अच्छा असर करती है

पेट की आंतो में अगर अल्सर हो गया है जिसके कारण मल त्याग के दोरान खून निकल रहा है तो उसके लिए भी यह मेडिसिन बहुत लाभकारी है अल्सर और पेचिश को ठीक करती है

अगर किसी कारण व्यक्ति में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने लगती है हिमोग्लोबिन कम होने लगता है तो उसके लिए यह मेडिसिन अच्छा कार्य करती है या रेड ब्लड सेल्स को कम होने से रोकती है

acalypha indica uses in hindi

इस होम्योपैथिक मेडिसिन का इस्तेमाल व्यक्ति की उम्र लिंग कोई नई या पुरानी बिमारी को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है ताकि आने वाले समय में कोई समस्या न हो

जब आप यह मेडिसिन लेने के लिए जाए तो अपनी सही उम्र , पुरानी या नई बिमारी चल रही मेडिसिन के बारे में जानकारी दे और मेडिसिन के साथ लक्ष्ण को मिलाए उसके बाद इसका इस्तेमाल करे

इसका सेवन आपको mother tincture में करना है आपको एक चोथाई कप पानी लेना है और उसमे इस मेडिसिन की 10 से 15 बूंद को डालना है और सेवन करना है

आपको एसा दिन में 3 बार करना है सुबह दोपहर और शाम को खाना खाने से आधे या एक घंटे पहले लगातार 1 से 2 महीने तक समस्या कम होने पर 10 से 15 दिन तक ले सकते है

(1) . मेडिसिन कैसे ले

बिमारी :सुखी खांसी , पेट समस्या , बलगम आदि
दवा की मात्रा :10 से 15 बुँदे एक समय में
दिन में कितनी बार ले :दिन में 3 बार सुबह दोपहर और शाम
खाना खाने के बाद या पहले :खाना खाने के आधे घंटे पहले ले
किसके साथ ले :एक चोथाई कप पानी के साथ
कितने दिनों तक ले :1 से 2 महीने तक ले
डॉक्टर की सलाह ले

benefits of acalypha indica in hindi

acalypha indica के फायदे आपको निचे देखने को मिल जाएगे जो इस प्रकार है

(1) . सुखी खांसी के लिए लाभकारी है

फेफड़ो में होने वाली समस्या सुखी खांसी के लिए यह लाभकारी है अगर किसी व्यक्ति को कुछ हफ्तों से खांसी हो रही है और अगर खांसी एक बार शुरू हो जाती है तो कुछ मिनटों तक खांसते रहते है अगर खांसते खांसते कफ निकलता है और उसमे खून होता है तो यह मेडिसिन बहुत लाभकारी है

(2) . लूज मोशन में लाभकारी है

पेट की समस्या के लिए यह मेडिसिन लाभकारी है अगर आप बैठे होते है और आपके पेट से गुड गुड की आवाज आती है और साथ ही पेट में बहुत तेज दर्द होने लगता है आपको लूज मोशन लग जाते है साथ ही गैस की समस्या होती है और एसा आपको दिन में कई बार होता है तो यह मेडिसिन बहुत लाभकारी है

(3) . मल के साथ खून के लिए लाभकारी है

अगर किसी व्यक्ति को मल के साथ खून आने की समस्या है पेचिश हो गया है पेट में अल्सर की समस्या हो गई है अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या है आंतो में छाले हो गए है जिसके कारण मल के द्वारा खून निकल रहा है तो इस मेडिसिन का इस्तेमाल करे इसे मल के साथ खून आने की समस्या ठीक हो जाएगी

(4) . पीलिया में लाभकारी है

पीलिया की समस्या के लिए यह मेडिसिन बहुत लाभकारी है पीलिया का कारण बिलीरुबिन नामक एक प्रदार्थ है जो शरीर के खून और उत्क में बनता है जब हमारे लीवर में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने लगती है तो यह पीले रंग का बिलुरुबिन नामक प्रदार्थ उत्पन होता है जिसे पीलिया होता है

एसे में आप इस होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन आसानी से कर सकते है यह रेड ब्लड सेल्स को बनाए रखने में मदत करता है जिसे पीलिया ठीक होता है

(5) . निमोनिया में लाभकारी है

निमोनिया की समस्या के लिए यह मेडिसिन बहुत अच्छा कार्य करती है निमोनिया के दोरान व्यक्ति के दोनों फेफड़ो में मवाद भर जाते है और सुजन उत्पन हो जाती है जिसके कारण बलगम वाली खांसी , बुखार , सांस लेने में समस्या होना , अधिक ठण्ड लगने जैसी समस्या होती है एसे में इस मेडिसिन का इस्तेमाल करे यह मवाद और सुजन को कम करती है

(6 . दमा के लिए लाभकारी है

दमा की समस्या में भी यह अच्छा कार्य करती है दमा में व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होने लगती है इसमें आपकी फेफड़ो की सांस लेने की नालिया सूज जाती है उनमे बलगम भर जाता है जिसके कारण साँस लेने में समस्या होती है कुछ व्यक्ति को दमा अटैक भी आता है उसके लिए आप इस होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन करे

(7) . टीबी के लिए लाभकारी है

टीबी की समस्या सीधा हमारे फेफड़ो पर असर करती है और यह सबसे ज्यादा होने वाला रोग है जिसमे व्यक्ति की जान भी चली जाती है अगर किसी व्यक्ति को टीबी होता है तो उसे कई हफ्तों तक खांसी बनी रहती है और खांसी के साथ खून आता है बलगम निकलता है एसे में आप टीबी की समस्या में इस मेडिसिन को ले सकते है

side effects of acalypha indica in hindi

यह मेडिसिन होम्योपैथिक है जिसका असर बहुत अच्छा है और इसके इस्तेमाल से हमारे शरीर पर किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है

परन्तु अगर आपको इसके इस्तेमाल से किसी प्रकार की समस्या होती है या दुष्प्रभाव होते है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और कुछ समय के लिए मेडिसिन नहीं लेनी चाहिए

precautions of acalypha indica in hindi

इस मेडिसिन के इस्तेमाल से पहले आपको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए जिसके बारे में निचे बताया गया है

(1) . एलर्जी होने पर न ले

अगर आपको इस होम्योपैथिक मेडिसिन से किसी प्रकार की एलर्जी की समस्या है तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए इसे एलर्जी बढ़ सकती है

(2) . इसके साथ शराब का सेवन न करे

अगर आपको खांसी की समस्या है या टीबी की समस्या है तो आपको इस मेडिसिन के लेते समय शराब का सेवन बंद कर देना चाहिए तभी आपको फायदा होगा

(3) . प्रेगनेंसी में डॉक्टर की सलाह ले

प्रेगनेंसी के दोरान महिलाओ को इस मेडिसिन के सेवन से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए उसके बाद ही इस मेडिसिन का सेवन करना चाहिए

(4) . स्तनपान करवाने के दोरान डॉक्टर की सलाह ले

स्तनपान करवाने वाली महिलाओ को इस मेडिसिन के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए उसके बाद इस मेडिसिन का सेवन करना चाहिए

(5) . ड्राइव न करे

आपको इस मेडिसिन के सेवन के बाद ड्राइव नहीं करनी चाहिए क्युकी इस मेडिसिन के सेवन के बाद आपको नीन्द आ सकती है एसे में आपको साथ दुर्घटना हो सकती है

(6) . अन्य मेडिसिन के साथ न ले

अगर आप पहले से ही किसी बीमारी की मेडिसिन ले रहे है तो आपको उस मेडिसिन के साथ acalypha indica का सेवन नहीं करना है अगर दोनों मेडिसिन लेना चाहते है तो दोनों के बीच में 1 से 2 घंटे का अंतराल रखे

(7) . एक खुराक के साथ दूसरी न ले

अगर आपकी सुबह की खुराक गलती से छुट जाती है तो आपको दूसरी खुराक के साथ पहली खुराक नहीं लेनी है इसे आपकी समस्या बढ़ सकती है दुष्प्रभाव हो सकते है

(8) . exp date को check करे

जब भी आप acalypha indica मेडिसिन को लेने के लिए जाए तो उसके उपर लिखी exp date को जरुर चेक करे उसके बाद मेडिसिन ले

परहेज क्या करे

इस मेडिसिन को लेने से पहले आपको कुछ परहेज करने चाहिए जिसके बारे में इस प्रकार है

(1) . कच्चे प्याज और लहसुन न खाए

अगर आप इस मेडिसिन का सेवन कर रहे है तो आपको कच्चे प्याज और लहुसन का सेवन सीधा नहीं करना है इसे मेडिसिन का असर कम हो जाता है आप सब्जी में पकाकर इन दोनों का सेवन कर सकते है

(2) . अचार का सेवन न करे

बहुत से व्यक्ति को अचार बहुत ज्यादा पसंद होता है परन्तु इस मेडिसिन के साथ आपको अचार का सेवन बिलकुल भी नहीं करना है इसे मेडिसिन असर नहीं करेगी

(3) . टमाटर का सेवन न करे

टमाटर सब्जी में डालकर आप ले सकते है परन्तु बहुत से व्यक्ति सीधा टमाटर खाते है एसा नहीं करना है आपको सीधा टमाटर नहीं खाना है

(4) . निम्बू का सेवन न करे

निम्बू और निम्बू के रस से अप[को दूर रहना है जब तक मेडिसिन का सेवन करे क्युकी निम्बू के सेवन से मेडिसिन का असर बहुत कम हो जाता है

(5) . सभी खट्टी चीजो से दूर रहे

महिलाओ को खटाई खाने का बहुत शोक होता है अगर आप अपनी समस्या के अनुसार इस मेडिसिन का सेवन कर रही है तो आपको सभी तरह के खटाई से दूर रहना है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको acalypha indica uses in hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी और अब आपको इसे जुडी समस्या नहीं होगी एक बात का ध्यान रखे की यह एक होम्योपैथिक मेडिसिन है जिसका असर थोडा लेट भी हो सकता है इसलिए अगर आपकी समस्या ज्यादा है तो आप अपने डॉक्टर की सलाह जरुर ले साथ में आप इसका इस्तेमाल कर सकते है हमने इसके फायदे नुकसान सावधानियाँ परहेज बता दिए है

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जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . इस मेडिसिन का इस्तेमाल कितने दिनों तक कर सकते है?

ans . इस मेडिसिन का इस्तेमाल आप लगातार 1 से 2 महीने तक कर सकते है?

Q . क्या यह मेडिसिन टीबी को ठीक कर सकती है?

ans . इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है परन्तु यह टीबी के सभी लक्षणों को कम करती है इसके आधार पर यह टीबी की समस्या के लिए लाभकारी है

Q . क्या इस मेडिसिन से रेड ब्लड सेल्स बढ़ते है?

ans . हाँ इस मेडिसिन के सेवन से रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ जाती है|

Q . इसका सबसे ज्यादा फायदा क्या है?

ans . इसका सबसे ज्यादा फायदा हमारे फेफड़ो की समस्या और पेट की समस्या के लिए है यह सुखी खांसी और अल्सर जैसी समस्या को ठीक करती है|

Q . क्या हमे इसकी आदत लग सकती है?

ans . हमे इस मेडिसिन की आदत नहीं लग सकती है|

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