अगर किसी व्यक्ति को दस्त की समस्या है तो वह r4 homeopathic medicine का इस्तेमाल कर सकता है यह medicine दस्त को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद है |

r4 medicine dr.reckeweg की है जो जर्मन में बनाई गई है और यह homeopathic medicine होने के कारण इसका हमारे शरीर पर कोई  दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है |

आज के समय में गलत खान पान के कारण या बहुत अधिक फ़ास्ट फ़ूड खाने के कारण या बहुत अधिक अलग अलग मेडिसिन के इस्तेमाल के कारण दस्त की समस्या हो रही है |

दस्त रोग कीटाणु से होने वाला रोग है जो सबसे जादा गंदगी से फेलता है बासी खाना खाना , दूषित पानी का सेवन करना , गला सडा खाना खाने आदि से होती है |

इसलिए homeopathic ने दस्त की समस्या को कम करने के लिए r4 medicine का निर्माण किया है जो दस्त की समस्या को कम करती है और हमे इसे आराम दिलाती है | 

दस्त कब होती है 

हमारे शरीर में बड़ी आंत में एक मूवमेंट होती है और इस मूवमेंट को प्रोस्टेटिक मूवमेंट कहते है इसे हमारा मल मलद्वार से बाहर निकल जाता है और जब यह मूवमेंट अधिक बढ़ जाती है तो हमें दस्त की समस्या हो जाती है | जब हमारे मल में बहुत अधिक पानी निकलता है तो उसे ही हम दस्त की समस्या कहते है | दस्त होने पर शरीर में कमी होने लगती है जैसे 

.  पानी की अधिक कमी होना

.  इलेक्ट्रोलाईट की कमी होना

.  सोडियम की कमी होना

.  शक्र की कमी होना

r4 medicine का इस्तेमाल कैसे करे ( r4 homeopathic medicine uses in hindi ) 

r4 medicine का इस्तेमाल उम्र , लिंग , कोई नई या पुरानी बिमारी को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है क्युकी हर मरीज की समस्या और उसकी उम्र अलग अलग होती है |

यह homeopathic medicine है इसलिए यह आपको ड्राप के रूप में मिलेगी और थोड़े से पानी के साथ इसका इस्तेमाल करना है आपको एक कप में थोडा सा पानी डालना है |

उसके बाद उस पानी में आपको r4 medicine की 10 या 15 ड्राप को डालना है और आपको इसे पी लेना है एसा आप हर 1 घंटे में करे इसे आपको कुछ घंटो में आराम मिलेगा |

और जब आपको दस्त से आराम मिल जाए तो आप इसे दिन में 3 बार ले ध्यान रहे की r4 medicine का इस्तेमाल आपको खाना खाने से 1 घंटा पहले या 1 घंटे बाद ही करना है |

अगर आपको ibs ( irritable bowel syndrome ) की समस्या है जिसके कारण आपको 4 या 5 बार जाना पड़ता है मल को त्यागने के लिए इसके लिए आपको 1 कप लेना है और उसमे थोडा पानी डालना है |

उस पानी में आपको r4 medicine की 10 ड्राप को डालना है और पीना है रोज सुबह और शाम एसा आपको एक महीने तक करना है जिसे आपकी ibs की समस्या ठीक हो जाए |

.  दस्त होने पर ले 

बिमारीमेडिसिन की मात्रा दिन में कितनी बार खाना खाने के बाद या पहले किसके साथ ले
दस्त10 या 15 ड्राप4 या 5 बार हर 1 घंटे मेंखाना खाने 1 घंटा पहले लेथोड़े पानी के साथ
दस्त में आपको 10 या 15 ड्राप लेनी है हर एक घंटे बाद

. ibs होने पर ले

बिमारी मेडिसिन की मात्रा दिन में कितनी बार खाना खाने के बाद या पहले किसके साथ ले
ibs10 ड्राप2 बार , सुबह और शामखाना खाने से 1 घंटा पहलेथोड़े पानी के साथ
ibs में आपको 10 ड्राप लेनी है दिन में 2 बार सुबह और शाम

r4 medicine के फायदे ( benefits of r4 medicine in hindi ) 

r4 medicine के फायदे आपको निचे देखने को मिल जाएगे जो इस प्रकार है 

.  दस्त के लिए है फायदेमंद 

r4 medicine दस्त के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है अगर आपको किसी भी कारण दस्त की समस्या होती है तो आप r4 medicine की ड्राप का इस्तेमाल कर सकते है , अगर गलत खान पान के कारण या किसी इन्फेक्शन के कारण दस्त हुआ है तो आप इस medicine के इस्तेमाल से कुछ ही घंटो में दस्त की समस्या से आराम पा लेंगे | 

.  ibs के लिए है फायदेमंद 

r4 medicine ibs जिसे irritable bowel syndrome भी कहते है इसके कारण हुई समस्या के लिए भी फायदेमंद है ibs की समस्या पाचन से जुडी समस्या होती है जिसका असर बड़ी आंत पर पड़ता है आंतो में बेक्टीरियाँ के संतुलन खराब होने पर ibs की समस्या होती है इसमें पेट में दर्द , दस्त , कब्ज , नींद में कमी जैसी समस्या होती है इसके लिए आप r4 medicine ले सकते है | 

r4 medicine के दुष्प्रभाव ( side effects of r4 medicine in hindi ) 

r4 homeopathic medicine दस्त के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है और अभी तक r4 medicine के बारे में कोई भी दुष्प्रभाव की सुचना नहीं मिली है | इसके इस्तेमाल से आपको साइड इफ़ेक्ट नहीं होंगे | 

परन्तु मरीज की समस्या और उसकी उम्र को ध्यान में रखते हुए आपको r4 medicine के इस्तेमाल से पहले आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरुरी होता है | 

r4 medicine की कुछ सावधानियाँ ( precautions of r4 medicine in hindi ) 

r4 medicine के इस्तेमाल करते समय या इस्तेमाल से पहले निचे दी गई बातो का ध्यान रखे जो इस प्रकार है 

.  r4 medicine से एलर्जी है तो ना ले 

देखा गया है की बहुत से लोगो को अलग अलग medicine से एलर्जी होती है अगर आपको भी r4 medicine से किसी प्रकार की एलर्जी है तो आप r4 medicine का इस्तेमाल न करे और डॉक्टर की सलाह जरुर ले | 

.  प्रेगनेंसी में r4 medicine लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ले 

 इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है की प्रेगनेंसी में r4 medicine लेने से कोई दुष्प्रभाव होता है परन्तु फिर भी आपको प्रेगनेंसी के दोरान r4 medicine के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है | 

.  स्तनपान करवाने वाली महिला r4 medicine लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ले 

स्तनपान करवाने वाली महिला को r4 medicine से कोई प्रभाव पड़ता है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है परन्तु आपको डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरुरी होता है | 

.  r4 medicine लेते समय शराब का सेवन ना करे 

अगर आप r4 medicine का इस्तेमाल कर रहे है तो आपको ध्यान रखना है की r4 medicine के साथ या r4 medicine लेने के बाद या पहले शराब का सेवन नहीं करना है इसे समस्या हो सकती है | 

r4 medicine की कुछ सामग्री ( ingredients of r4 medicine in hindi ) 

r4 medicine के अन्दर अलग अलग मेडिसिन मिली हुई है जानते है उन medicine के बारे में जो इस प्रकार है 

.  बैप्टीशिया ( baptisia tinctoria ) 

बैप्टीशिया medicine का इस्तेमाल टाइफाइड बुखार के लिए किया जाता है |  

.  कैमोमिला ( chamomilla ) 

इस medicine का इस्तेमाल पेट में दर्द के लिए और साथ ही दस्त के लिए किया जाता है और यह बच्चो के दस्त के लिए और भी जादा फायदेमंद है | 

.  चिनिनम ( chininum arsenicosum ) 

चिनिनम medicine का इस्तेमाल तब किया जाता है जब आपको बेक्टीरियाँ के कारण दस्त की समस्या उत्पन होती है | 

.  कोलोसिन्थ ( colocynthis )

जब पेट में दर्द होता है पेट में मुरोड़ सी होती है और पेट दबाने पर आराम मिलता है इस समस्या में कोलोसिन्थ medicine का इस्तेमाल किया जाता है | 

.  फ्रेम फास्फोरिकम ( ferrum phosphoricum ) 

पेट में इन्फेक्शन है और दस्त के कारण अगर आपके शरीर में थकान हो गई है तो इसके लिए फ्रेम फास्फोरिकम बहुत ही अछि medicine है | 

.  ओलियंडर ( ollander ( 

अगर बहुत जादा गेस बन रही है या मल के साथ थोडा सा खाना भी निकल रहा है तो उसके लिए ओलियंडर medicine का इस्तेमाल किया जाता है | 

.  रस टॉक्स ( rhus toxicodendron ) 

बारिश के मोश्म में होने वाली दस्त की समस्या में रस टॉक्स medicine का इस्तेमाल किया जाता है | 

.  वेरेठूम एल्बम ( veratrum album ) 

वेरेठूम एल्बम medicine का इस्तेमाल दस्त और उलटी दोनों ही समस्या के लिए किया जाता है | 

उपर दी गई सभी medicine r4 medicine में मिलाई गई है जिसे हमें दस्त में बहुत लाभ होता है | 

दस्त से बचाव के तरीके 

दस्त से बचाव के कुछ तरीके इस प्रकार है 

.  खाना खाने से पहले या बाद में अपने हाथो को अछे से धोए |

.  मल त्याग के बाद हाथो को अच्छे से धोए | 

.  खाने को हमेशा साफ बर्तन और ढककर रखे |

.  अपने आस पास सफाई रखे पानी जमा ना होने दे |

.  नवजात शिशु को माँ का दूध ही पिलाए | 

निष्कर्ष 

आशा करते है की आपको r4 homeopathic medicine के बारे में पता चल गया होगा और अब आप इसका इस्तेमाल आसानी से करेगे परन्तु फिर भी आपको दस्त की समस्या होने पर सबसे पहले डॉक्टर से मिले और जांच करवाए उसके बाद डॉक्टर के बताए अनुसार मेडिसिन ले ताकि कोई समस्या न हो | 

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जानिए कुछ सवालों के जवाब 

Q . दस्त कितने दिन में ठीक होता है ?

ans . आमतोर पर दस्त 3 या 4 दिन में मेडिसिन लेने के बाद ठीक हो जाता है परन्तु कुछ लोगो में दस्त को ठीक होने में 6 से 7 दिन का समय लग जाता है |

Q . r4 homeopathic medicine असर करने में कितना समय लेती है ?

ans . अगर आप r4 homeopathic medicine को दिन में 4 या 5 बार लेते है तो कुछ ही घंटे के बाद आपको आराम मिलने लगेगा और जब आराम मिले तो आप दिन में 2 बार सेवन करे |

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