aesculus hippocastanum 30 का इस्तेमाल बवासीर को ठीक करने के लिए किया जाता है जिन लोगो को मल त्याग करते समय जलन होती है उनके लिए लाभकारी है

जब गुदाद्वार में बहुत तेज दर्द होता है जो बहुत जलने वाला होता है और मल के दोरान रक्त निकलता है उसे ही बवासीर कहते है और इसके बहुत से कारण होते है

कब्ज की समस्या बनी रहना , ज्यादा बैठे रहना , बार बार खाना , अधिक तीखे प्रदार्थ खाना आदि बवासीर 2 प्रकार के होते है रकतज बवासीर और सामान्य बवासीर इनमे से भी एक बवासीर गुदाद्वार में होता है और एक गुदाद्वार में बाहर जिसे छुआ जा सकता है

इन दोनो बवासीर के लिए एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30 होम्योपैथिक मेडिसिन बहुत लाभकारी है इसलिए हम आपको इसका इस्तेमाल फायदे नुक्सान सावधानियाँ परहेज की पूरी जानकारी देंगे

Table of Contents

लक्षण (symptoms of aesculus hippocastanum)

हम आपको कुछ लक्ष्ण बताएगे इन लक्षणों के आधार पर आप एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30 ले सकते है

  • (1) . अगर आपका पाचन बहुत धीमा है जिसके कारण आपको कब्ज की समस्या हो गई है और कब्ज सुबह के समय ही होता है और मल त्याग के दोरान बहुत जोर लगाना पड़ता है
  • (2) . मल त्याग के दोरान बहुत तेज दर्द होता है और दर्द के साथ बहुत जलन महसूस होना
  • (3) . मल त्याग के दोरान खून का कम निकलना परन्तु दर्द बहुत ज्यादा महसूस होना
  • (4) . मलद्वार में गुलाबी रंग के बवासीर दिखाई देना
  • (5) . मरीज को बवासीर के दर्द के दोरान कमर दर्द भी उत्पन हो जाता है इस समस्या में एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30 दे सकते है इसे दोनों समस्या ठीक हो जाएगी
  • (6) . एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम के मरीज को एसा लगता है जैसे उसका लीवर , हृदय , पाचन धीमे कार्य कर रहा है जिसे उसको समस्या हो रही है
  • (7) . मल त्याग के दोरान एक ठंडी कम्पन उत्पन होना जो शरीर में उपर की तरफ जाती है
  • (8) . चलने फिरने बैठने उठने में दर्द बहुत बढ़ जाता है और गुदाद्वार हमेशा भरा भरा लगता है
  • (9) . शरीर में मरीज के सुस्ती रहती है गुसा आता है दिमाग में चिंता बनी रहती है गुदाद्वार सुखा रहता है और गर्म भी रहता है
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अगर आपको उपर बताए गए लक्ष्ण महसूस हो रहे है तो आप इस होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन आसानी से कर सकते है

क्या है aesculus hippocastanum (what is aesculus hippocastanum)

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एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30 मेडिसिन बवासीर की समस्या के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी है इसके सेवन से आपको 2 से 3 दिन में आराम देखने को मिल जाता है

इसी के साथ यह लीवर फंग्सन के लिए भी बहुत अच्छा कार्य करती है एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम के मरीज का पाचन बहुत धीमा होता है आंतो की प्रक्रिया धीमी होती है

पाचन धीमा होने के कारण मल चिपचिपा होता है मल पास नहीं होता है मल को पास करने के लिए मरीज बहुत जोर लगाता है और धीरे धीरे कब्ज की समस्या उत्पन हो जाती है

पेट में भारीपन होता है गैस बनती है इन समस्या के कारण मरीज के गुदाद्वार के अंदर सुजन उत्पन होती है और जो hemorrhoid veins गुदाद्वार को सप्लाई करती है वह फुल जाती है

जिसे बवासीर होती है और मरीज को मल त्याग के दोरान तेज चुभने वाला दर्द होता है मल त्याग करने के दोरान बहुत जोर लगता है गुदाद्वार भी बाहर की तरफ आ जाता है

एसे में आप अगर इस होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन 30ch में करते है तो आपको 2 से 3 दिन में आराम मिल जाएगा बहुत से व्यक्ति एक दीन सेवन के बाद सोचते है आराम नहीं हुआ एसा न करे 3 से 4 दिन लगातार इस्तेमाल करे

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इस्तेमाल (aesculus hippocastanum 30 uses in hindi)

एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम का इस्तेमाल उम्र लिंग कोई नई या पुरानी बिमारी को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है जिसे आपको आने वाले समय में कोई समस्या न हो

इसका इस्तेमाल आपको 30ch में करना है इसका इस्तेमाल आपको सुबह दोपहर और शाम को करना है एक समय में इसकी 2 बूंद का सेवन करना है सीधा जीभ पर डालकर

इसका सेवन आपको खाना खाने से 1 घंटे पहले या बाद में करना है और लगातार 3 से 10 दिन तक ले 3 दिन में आपको आराम मिल जाएगा और 10 से 15 दिन में समस्या ठीक हो जाएगी

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(1) . सेवन कैसे करे

बिमारी :बवासीर
दवा की मात्रा :2 बूंद एक समय में
दिन में कितनी बार :दिन में 3 बार सुबह दोपहर शाम
खाना खाने से पहले ले या बाद में :खाना खाने से आधे या एक घंटे पहले या बाद में
किसके साथ ले :सीधा जीभ पर डाले
कितने दिनों तक ले :3 दिन से 10 दिन तक ले
डॉक्टर की सलाह ले

लाभ(benefits of aesculus hippocastanum in hindi)

इस होम्योपैथिक मेडिसिन के फायदे इस प्रकार है

(1) . बवासीर को ठीक करती है

बवासीर को ठीक करने के लिए यह मेडिसिन सबसे लाभकारी है अगर बवासीर में आपको मल त्याग के दोरान खून नहीं निकल रहा है परन्तु दर्द और चुभन बहुत ज्यादा होती है जो सहा नहीं जाता है तो यह मेडिसिन अच्छा कार्य करती है

(2) . कमर दर्द को ठीक करती है

अगर बवासीर के दोरान जब मल को त्याग करने के लिए बैठते है तो बहुत जोर लगता है और दर्द होता है और वह दर्द उपर कमर तक जाता है और फिर पैरो तक तो एसे में यह मेडिसिन लाभकारी है

(3) . लीवर कार्य को ठीक करती है

बवासीर से पहले अगर व्यक्ति का लीवर धीमा कार्य करता है जिसके कारण पेट में गैस भारीपन उभार सा लगता है कब्ज की समस्या होती है तो एसे में यह मेडिसिन लीवर के कार्य को बेहतर करता है

(4) . कब्ज को ठीक करती है

बवासीर होने का सबसे बड़ा कारण भारी कब्ज ही होती है जिसके कारण मलद्वार में सुजन हो जाती है इस समस्या के लिए यह मेडिसिन लाभकारी है यह बवासीर के दोरान कब्ज को ठीक करती है

(5) . दर्द जलन चुभन को ठीक करती है

इस मेडिसिन का सबसे बड़ा फायदा दर्द के लिए है बवासीर की समस्या में मलद्वार में बहुत तेज दर्द होता है जिसे सहा नहीं जाता है यह मेडिसिन दर्द को कम करती है

बवासीर को ठीक करने के लिए यह मेडिसिन बेहतरीन है

नुकसान(side effects of aesculus hippocastanum in hindi)

एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30ch के इस्तेमाल से हमारे शरीर पर किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है परन्तु फिर भी इसका इस्तेमाल आपको ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए

अगर आपको इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है दुष्प्रभाव होता है तो डॉक्टर की सलाह ले और कुछ समय मेडिसिन का सेवन बंद कर दे

सावधानियां(precautions of aesculus hippocastanum in hindi )

इस होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन से पहले आपको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए जो इस प्रकार है

(1) . अगर आपको इस मेडिसिन के सेवन से किसी भी प्रकार की एलर्जी की समस्या है तो आपको इसका सेवन नहीं करना है इसे एलर्जी बढ़ सकती है

(2) . जब भी आप इस मेडिसिन को ले तो आपको शराब का सेवन बिलकुल भी नहीं करना है इसे आपकी बवासीर की समस्या बढ़ सकती है

(3) . प्रेगनेंसी के दोरान किसी भी महिला को इस मेडिसिन के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लेनी चाहिए उसके बाद ही इसका सेवन करना चाहिए

(4) . चाय और कॉफ़ी के सेवन से भी आपको बच कर रहना चाहिए इस मेडिसिन के सेवन के दोरान आपको चाय और कॉफ़ी से बचना चाहिए नहीं तो समस्या बढ़ सकती है

(5) . इस मेडिसिन के सेवन के बाद आपको किसी भी प्रकार का वाहन नहीं चलाना चाहिए क्युकी इसके सेवन के बाद नींद आ सकती है

(6) . जब भी आप इस होम्योपैथिक मेडिसिन को लेने के लिए जाते है तो आपको exp date को जरुर चेक करना है उसके बाद ही मेडिसिन का सेवन करना चाहिए

परहेज क्या करे

aesculus hippocastanum medicine के सेवन से पहले आपको खान पान में कुछ चीजो से परहेज करना चाहिए जो इस प्रकार है

(1) . कच्चे प्याज और लहसुन का सेवन न करे

(2) . टमाटर का सेवन सीधा न करे

(3) . सभी प्रकार के अचार का सेवन नहीं करना है

(4) . किसी भी प्रकार की खटाई का सेवन न करे

(5) . निम्बू और निम्बू के रस से दूर रहे

(6) . मांस मछली से दूर रहे

एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30 के साथ कौन सी मेडिसिन ले

बहुत से मरीज बवासीर की समस्या के दोरान एस्कुलस हिप्पोकैस्टेनम 30 का इस्तेमाल करते है और समस्या ठीक भी हो जाती है परन्तु कुछ मामलो में समस्या बनी रहती है

इसके लिए आप इस मेडिसिन के साथ अन्य 2 होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन कर सकते है जो बवासीर के लिए लाभकारी है और बवासीर को ठीक करती है जिनका नाम इस प्रकार है

(1) . aesculus hippocastanum

(2) . collinsonia canadensis

(3) . paeonia

यह तीनो होम्योपैथिक मेडिसिन है आपको इन तीनो में से 10ml लेना है और एक सीसी में mix कर लेना है और इसका सेवन सुबह दोपहर और शाम को करना है 5 बूंद एक समय में इसे बवासीर की समस्या ठीक हो जाएगी

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको aesculus hippocastanum 30 uses in hindi के बारे में पता चल गया होगा और अब आपको अन्य कोई समस्या नहीं होगी एक बात का ध्यान रखे की यह मेडिसिन 1 दिन में ही असर नहीं दिखाती है आपको कम से कम 3 दिन तक लगातार इस्तेमाल करना है उसके बाद आपको आराम मिल जाएगा यह बहुत फायदेमंद है इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार ले

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जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . यह मेडिसिन कितने दिन में असर करती है?

ans . यह मेडिसिन 2 से 3 दिन में अपना असर दिखाने लगती है और समस्या से हमे आराम दिलाती है इसे ज्यादा समय तक भी ले सकते है|

Q . क्या हमे इसकी आदत लग सकती है?

ans . हमे इस मेडिसिन की आदत नहीं लग सकती है|

Q . इसे बवासीर कितने दिन में ठीक होती है?

ans . इसे बवासीर की समस्या को ठीक होने में 10 दिन से ज्यादा का समय लग सकता है|

Q . क्या इसे कोई दुष्प्रभाव होता है?

ans . इस मेडिसिन से हमे किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है|

Q . क्या प्रेगनेंसी में यह ली जा सकती है?

ans . इसके बारे में अभी तक कोई सुचना प्राप्त नहीं हुई है इसके लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह ले|

Q . इस होम्योपैथिक मेडिसिन लेने के कितने घंटे बाद अंग्रेजी दवा ले सकते है?

ans . इस मेडिसिन के लेने के कम से कम 1 घंटे बाद ही किसी अंग्रेजी दवा का सेवन करना चाहिए|

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