आपने अल्टरनेटर के बारे में तो सुना ही होगा परन्तु अल्टरनेटर क्या है (what is alternator in hindi) आज हम आपको बताएगे और अल्टरनेटर की पूरी जानकारी देंगे जिसे आपको अल्टरनेटर से जुडी कोई समस्या न हो

अल्टरनेटर आपको सभी वाहन में लगे हुए देखने को मिल जाएगे कार , बस , ट्रक , क्रेन आदि में अल्टरनेटर लगे होते है और यह इंजन के बाहर एक साइड में लगा होता है

अल्टरनेटर का मुख्या कार्य बैटरी को चार्ज करने का होता है जैसे ही हम कार को स्टार्ट करते है अल्टरनेटर कार्य करने लगता है और बैटरी चार्ज होने लगती है और कार बंद नहीं होती है

देखा गया है की अगर किसी वाहन का अल्टरनेटर खराब हो जाता है या कार्य करना बंद कर देता है तो वह वाहन कुछ ही किलोमीटर की दुरी तय कर सकता है

क्युकी अल्टरनेटर खराब होने से उसकी बैटरी चार्ज नहीं हो पाती है और बैटरी में जितनी पॉवर होती है आपका वाहन उतना दूर ही चल पाता है इसलिए अल्टरनेटर किसी भी वाहन के लिए बहुत जरुरी है

इसलिए आज हम अल्टरनेटर क्या है यह कैसे काम करता है इसको कैसे चेक कर सकते है इसके खराब होने पर क्या लक्ष्ण दिखाई देते है इन सभी सवालों के बारे में आपको बताएगे चलिए जानते है

अल्टरनेटर क्या है (what is alternator in hindi)

अल्टरनेटर क्या है

अल्टरनेटर सभी बड़े वाहन में लगा होता है और इसको हम बैटरी चार्जर भी कह सकते है क्युकी यह बैटरी को चार्ज करने का कार्य करता है

अल्टरनेटर इंजन के बाहर आगे या पीछे की तरफ 2 या 3 बोल्ड की मदत से इंजन के क्रैन्कशाफ्ट की तरफ लगा होता है जहाँ पर क्रैन्कशाफ्ट की pully लगी होती है

और यह fan belt की मदत से घूमता है जैसे ही वाहन को स्टार्ट करते है तो क्रैन्कशाफ्ट घुमती है इसके साथ ही fan belt घुमने लगती है और अल्टरनेटर भी घुमने लगता है और बैटरी को चार्ज करता है

एक अल्टरनेटर मकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदल देता है और इस इलेक्ट्रिकल एनर्जी को बैटरी तक पहुचाता है परन्तु यह इलेक्ट्रिकल एनर्जी डायरेक्ट बैटरी में नहीं जाती है

अल्टरनेटर से इलेक्ट्रिकल एनर्जी जब बैटरी तक जाती है तो उसे अलग अलग पार्ट से होकर जाना पड़ता है इलेक्ट्रिकल एनर्जी सीधा बैटरी में नहीं जाती है

एसा इसलिए किया है क्युकी कई बार अल्टरनेटर अधिक मात्रा में इलेक्ट्रिकल एनर्जी पैदा करने लगता है इसे नुक्सान हो सकता है इसलिए अल्टरनेटर और बैटरी के बीच में पार्ट लगे होते है

अल्टरनेटर काम कैसे करता है (how does alternator work in hindi)

अल्टरनेटर का काम बैटरी को चार्ज करना होता है पर कैसे काम करता है आज हम आपको सिंपल तरीके से बताएगे जिसे आपको समझने में कोई उलझन न हो

हम जो घर में बिजली का इस्तेमाल करते है वह ac current होता है जो हमे 220 volt देती है इसे हम ac current इसलिए कहते है क्युकी यह अलग अलग दिशा में कार्य करती है घूम घूम कर

पर यह एक पॉइंट पर आकर 0 हो जाती है इसलिए जब हमे current लगता है तो हम इस 0 पॉइंट पर छुट जाते है और इस current को अल्टरनेटर पैदा करता है जो हमारे वाहन में भी लगा होता है

अब आप सोचोगे की कार में तो dc current का इस्तेमाल होता है और dc supply 12 v से ही सब कुछ चलता है और अल्टरनेटर तो 220 volt ac दे रहा है

इसके लिए अल्टरनेटर में rectifire लगा होता है जो ac current को dc में बदल देता है मतलब इंजन के घुमने पर अल्टरनेटर 220 ac current को पैदा करता है

परन्तु अल्टरनेटर में लगा rectifire उस 220 ac volt को 12 से 14 dc volt में बदल देता है जब rectifire इस ac volt को dc volt में बदलता है तो इस current को सीधा कर देता है जिसे direct current कहते है

जो कार में इस्तेमाल की जाती है जिसे बैटरी भी चार्ज होती है और कार की लाइट और music system चलता है अब आपको पता चल गया अल्टरनेटर कैसे ac current को dc में बदलता है और कैसे कार्य करता है

परन्तु क्या आपको पता है की अल्टरनेटर से current को निकालने के लिए भी अल्टरनेटर को अलग से current की जरूरत होती है अल्टरनेटर को current देना पड़ता है

उसके लिए पहले कार की बैटरी से 12 volt input current अल्टरनेटर को दिया जाता है उसके बाद अल्टरनेटर के फिल्ड में मेगनेट फिल्ड उत्पन होता है जिसे अल्टरनेटर output current को निकालता है

अल्टरनेटर में एक रोटर , स्टेटर , रेक्टिफायर लगा होता है जो इसके मुख्या भाग होते है और इन्ही के द्वारा अल्टरनेटर कार्य करता है जानते है इन पार्ट के बारे में

अल्टरनेटर के मुख्या भाग (main parts of alternator in hindi)

अल्टरनेटर में मुख्या चार भाग है जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा

(1) . रोटर

यह एक शाफ़्ट होती है जो गोल और लम्बी होती है और यह रोटर स्टेटर के अंदर लगा होता है और घूमता है यह इंजन की पॉवर के द्वारा घूमता है और जब यह घूमता है तो मेगनेट को उत्पन करता है जिसे स्टेटर की मदत से current उत्पन होता है परन्तु जब बैटरी dc current अल्टरनेटर को देगी तभी रोटर मेगनेट को उत्पन करेगा

(2) . स्टेटर

यह गोल अकार का होता है और इसमें ताबे की तारे लिपटी होती है सभी तरफ और इसके अंदर मुख्या 3 wire लगी होती है जो current को सप्लाई करने का कार्य करती है और इसके अन्दर ही रोटर लगता है जब रोटर घूमता है तो स्टेटर current को बनाता है

(3) . रेक्टिफायर

जैसा की आपको उपर बताया है की rectifire अल्टरनेटर के ac current को dc current में बदलने का कार्य करता है क्युकी कार में सभी पार्ट dc volt पर कार्य करते है इसलिए अल्टरनेटर में rectifire को लगाया है जो ac को dc current में बदलकर सही इलेक्ट्रिक पार्ट को on करता है

(4) . रेगुलेटर

यह भी अल्टरनेटर में मुख्या पार्ट है क्युकी यह current की सप्लाई को एक मात्रा में बनाए रखता है कम ज्यादा नहीं होने देता है कार की बैटरी को 12 से 14 dc सप्लाई की जरुरत होती है परन्तु कई बार अल्टरनेटर कम या ज्यादा सप्लाई करता है इसलिए current को नियंत्रित करने के लिए रेगुलेटर लगाया गया है

यह अल्टरनेटर के अलग अलग भाग है जो अपना कार्य करते है और सभी पार्ट बहुत जरुरी है

अल्टरनेटर खराब होने पर क्या लक्ष्ण दिखाई देते है (symptoms of bad alternator in hindi)

आपको अल्टरनेटर के बारे में तो पता चल ही गया होगा अब आपको बताएगे की अल्टरनेटर खराब होने पर क्या लक्ष्ण दिखाई देते है जो इस प्रकार है

(1) . बैटरी वार्निंग लाइट ऑन हो जाती है

अगर आपकी कार का अल्टरनेटर खराब होता है तो सबसे पहला लक्ष्ण जो दिखाई देगा वह है बैटरी वार्निंग लाइट डैशबोर्ड मीटर में चालु हो जाएगी आपके मीटर में बैटरी का निशान ऑन हो जाएगा इसका मतलब है आपकी कार की बैटरी चार्ज नहीं हो रही है और आप तुरंत चेक करे

(2) . बैटरी बहुत जल्दी डाउन हो जाती है

जब भी आपकी कार का अल्टरनेटर खराब हो जाता है या कार्य नहीं करता है तो आपकी कार की बैटरी डाउन हो जाएगी फिर चाहे कार चल रही हो अल्टरनेटर घुमने के बाद भी बैटरी चार्ज नहीं होगी और कार उतनी ही दूर चलेगी जितना आपकी कार के बैटरी में करंट होगा

(3) . कार बंद हो जाती है

अगर आपकी कार का अल्टरनेटर खराब होता है और आप वार्निंग लाइट पर ध्यान न देकर कार को चलाते रहते है तो जितना बैटरी में current रहेगा कार उतना ही चलेगी current खत्म होते ही कार बंद हो जाएगी और स्टार्ट नहीं होगी सेल्फ नही लेगी

(4) . कार में pickup कम हो जाता है light stearing बंद हो जाता है

जब किसी वाहन का अल्टरनेटर खराब होता है तो बैटरी चार्ज नही होती है और अगर आप वाहन को चलाते रहते है तो कार की pickup कम हो जाएगी light on करने पर मिसिंग की समस्या होगी stearing हार्ड हो जाता है क्युकी यह सभी बैटरी के current पर काम करते है

अल्टरनेटर खराब होने पर उपर दिए गए सभी लक्ष्ण दिखाई देते है

अल्टरनेटर खराब होने के कारण (due to alternator failure in hindi)

अल्टरनेटर खराब होने के कुछ मुख्या कारण इस प्रकार है

(1) . अल्टरनेटर bearing खराब होने के कारण

अल्टरनेटर में समस्या होने का या खराब होने का एक कारण अल्टरनेटर bearing का जाम होना होता है अल्टरनेटर में धीरे धीरे डस्ट जमा होने लगती है जिसके कारण अल्टरनेटर bearing जाम होने लगता है और एक समय आने पर वह खराब हो जाता है

(2) . अल्टरनेटर overheat होने के कारण

अल्टरनेटर के खराब होने का एक कारण overheat होता है कई बार देखा गया है की अल्टरनेटर बहुत ज्यादा overheat होने लगता है जिसके कारण अल्टरनेटर का bearing जाम होते है अल्टरनेटर के पार्ट शॉट हो जाते है

(3) . current की सप्लाई ज्यादा के कारण

अल्टरनेटर के खराब होने का एक कारण current की ज्यादा सप्लाई होती है कई बार अल्टरनेटर खुद अधिक current की सप्लाई कारता है या

अल्टरनेटर के खराब होने का एक कारण current की ज्यादा सप्लाई होती है कई बार अल्टरनेटर खुद अधिक current की सप्लाई कारता है या अल्टरनेटर में ज्यादा current की सप्लाई आती है जिसके कारण अल्टरनेटर खराब हो जाता है

अल्टरनेटर खराब होने के यह 3 मुख्या कारण है

अल्टरनेटर को कैसे चेक कर सकते है (How to check alternator without multimeter)

आप आसानी से अल्टरनेटर को चेक कर सकते है काम कर रहा है या नही क्युकी कई बार अल्टरनेटर काम नहीं करता है और वार्निंग लाइट भी on नहीं होती है इसलिए जानते है कुछ ही स्टेप में अल्टरनेटर को कैसे चेक कर सकते है

. step 1

आपको सबसे पहले अपनी कार के bonnet को खोलना है उसके लिए आपको driver side डैशबोर्ड के निचे एक हुक देखने को मिलेगा उसको एक बार खीच देना है

. step 2

हुक को खीचने के बाद आगे bonnet के पास आना है और bonnet को थोडा उपर उठा लेना है और उसके अन्दर के लॉक को हटाना है और bonnet को खोल लेना है और उसकी डंडी को लगा देना है

. step 3

उसके बाद आपको बैटरी की positive wire को ढीला कर लेना है इतना ढीला कर ले की वह आसानी से निकल जाए ढीला करने के बाद उसे बिना टाईट करे लगा दे

. step 4

उसके बाद आप अपनी कार को स्टार्ट करो और बैटरी की ढीली की हुई positive wire को बैटरी से अलग कर दो अगर कार बंद हो जाती है तो आपकी कार का अल्टरनेटर काम नहीं कर रहा है

. step 5

अगर बैटरी की positive wire को निकालने के बाद भी कार स्टार्ट रहती है तो अल्टरनेटर काम कर रहा है और कोई समस्या नहीं है एक तरीका और है अल्टरनेटर चेक करने का

. step 6

आपको अपनी कार को स्टार्ट करना है और एक पेचकस लेना है और उस पेचकस को अल्टरनेटर की pully पर टच करना है अगर पेचकस अल्टरनेटर की pully पर चिपक जाता है तो अल्टरनेटर काम कर रहा है

अगर पेचकस अल्टरनेटर pully पर नहीं चिपका तो अल्टरनेटर काम नहीं कर रहा है परन्तु इस तरीके में थोडा ध्यान रखना जरुरी है क्युकी fen belt घुमती है और पेचकस belt में फस सकता है इसलिए ध्यान से चेक करे

अल्टरनेटर वार्निंग लाइट क्या है (what is alternator warning light in hindi)

अल्टरनेटर वार्निंग लाइट क्या है

अल्टरनेटर वार्निंग लाइट एक एसी लाइट है जो संकेतक लाइट होती है जो हमे बताती है की कार की बैटरी चार्ज नहीं हो रही है और उसका कारण अलग अलग हो सकता है

जब हम कार को स्टार्ट करते है तो अल्टरनेटर घूमता है और बैटरी को चार्ज करता है अल्टरनेटर से लेकर बैटरी तक अलग अलग पार्ट लगे है जैसे ecm जिसे current की सप्लाई होती है

जब अल्टरनेटर कार्य नहीं करता है और current की सप्लाई नहीं होती है तो ecm को पता चल जाता है की बैटरी चार्ज नहीं हो रही है और ecm डैशबोर्ड मीटर में बैटरी वार्निंग लाइट ऑन कर देते है

जिसे हमे पता चल जाता है की बैटरी या अल्टरनेटर में समस्या हो गई है और चेक कर ले बस यह एक संकेतक लाइट होती है

अल्टरनेटर खराब होने पर हम क्या कर सकते है (what can we do if alternator is bad in hindi)

अगर आप किसी लम्बे सफर पर जा रहे है और अचानक से चलती कार में बैटरी वार्निंग लाइट on हो जाती है तो यह सबसे परेशानी की बात होती है

क्युकी एसे समय में आप कुछ नहीं कर पाते हो इसलिए ध्यान रहे की अगर लम्बे सफर में चलती कार में अल्टरनेटर खराब हो जाता है बैटरी वार्निंग लाइट on हो जाती है

तो सबसे पहले आपको कार को साइड में लगाना है और चेक कर लेना है कार के bonnet को खोलकर उसके बाद आपको चेक करना है की आस पास कोई मेकेनिक है

या जहाँ पर बैटरी को चार्ज किया जा सके आपको कार को स्टार्ट करना है और सीधा मेकेनिक के पास जाना है या जहाँ पर बैटरी को चार्ज किया जा सके

क्युकी अगर अल्टरनेटर खराब हो जाता है तो कार उतनी ही दूर चलेगी जितना बैटरी में करंट होगा बैटरी डाउन होने के बाद कार रुक जाएगी

इसलिए अल्टरनेटर खराब होने के बाद सोच कर आगे चले जहा आपको सुविधा मिल सके नहीं तो आपको कार टो करके ही ले जानी पड़ेगी

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको अल्टरनेटर क्या है ? और कैसे काम करता है इसके बारे में पता चल गया होगा और अब आपको अल्टरनेटर से जुडी कोई समस्या नहीं होगी अगर आप mechanic है और आपको अल्टरनेटर से जुडी कोई समस्या हो रही है तो आप हमे comment करे हम आपकी मदत करेगे

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जानिए कुछ सवालों के जवाब

Q . क्या घर में बिजली के लिए अल्टरनेटर का इस्तेमाल कर सकते है ?

ans . इसका जवाब हाँ भी है और न भी आप घर में अल्टरनेटर का इस्तेमाल कर सकते है बिजली के लिए परन्तु इसके लिए अल्टरनेटर का अधिक स्पीड में घूमना जरुरी होता है और इसके लिए एक इंजन की जरूरत पड़ेगी और फिर बैटरी की इसलिए यह बहुत अधिक खर्चीला होता है

Q . क्या अल्टरनेटर खराब होने पर दूसरा ही बदला जाता है ?

ans . नहीं एसा नहीं है अल्टरनेटर खराब होने पर उसी को repair करवाया जा सकता है ?

Q . अगर fan belt टूट जाती है तो क्या होगा ?

ans . अगर आपकी कार का अल्टरनेटर ठीक है और fan belt टूट जाती है तो भी आपको बैटरी न चार्ज होने ही समस्या होगी साथ ही कार का ac बंद हो जाएगा और कार का इंजन गर्म भी हो सकता है |

Q . अल्टरनेटर को ठीक कराने में कितना खर्चा आता है

ans . यह अल्टरनेटर के खराब होने पर निर्भर करता है अगर सिर्फ अल्टरनेटर के bearing खराब हुए है तो 500 का खर्चा आता है और अगर रोटर या स्टेटर में समस्या आती है तो हो सकता है की अल्टरनेटर को ही बदलना पड़ सकता है |