TRIAL BALANCE MEANING IN HINDI आपका तलपट से क्या आशय है आप तलपट के बारे मैं क्या जानते है talpat तलपट को ही हम trial balance कहते है हम trial balance या तलपट को देख कर बता सकते है की कौन से फर्म का या किस खर्च मैं कितना balance है या वो balance सही है या नही

तलपट का अर्थ मीनिंग या तलपट क्या है-Trial Balance Meaning in Hindi

आप ने पेपर तो दिया होगा जब आप पेपर देने के बाद रिजल्ट का इन्तेजार करते है और उस रिजल्ट के बाद आपको पता चलता है की आप पास हो या फेल टिक वैसे ही एकाउंटिंग मैं trial balance या तलपट होता है जब कोई व्यापारी सभी लेन देन को देखना चाहता है की मेरे सभी लेन देन सही है या नही तो वो trial balance या तलपट की सहायता से ही पता कर सकता है

जब कोई व्यापारी सभी लेन देनो की पोस्टिंग या एंट्री या खैतानी कर लेता है तो वो अपनी परीक्षा लेता है की उस ने जो एंट्री या पोस्टिंग किया है वो सही है या नही इन सभी की शुद्धता की जाच तलपट की सहायता से की जाती है इसी को हम तलपट कहते है

तलपट देखने के बाद पता चल जाता है की आप ने सही पोस्टिंग या खैतानी की है या नही अगर आप ने सभी एंट्री सही किया है तो तलपट का डेबिट और क्रेडिट दोनों बराबर होगा अगर गलत किया है तो उसका डेबिट और क्रेडिट बराबर नही होगा

इसमें एसेट यानी सम्पति जा जोड़ हमेशा लायबिलिटी यानि दायित्व और पूंजी यानि कैपिटल के बराबर होना चाहिए और सभी सम्पति ,दायित्व पूंजी इनकम और खर्चो का शेष यानि टोटल  तलपट यानी trial balance मैं दिखाया जाता है और इन सब का डेबिट और क्रेडिट टोटल बराबर होना चाहिए

तलपट से क्या आशय है और इसको कैसे बनाया जाता है

सीरियल नंबर -इसमें हम सबसे पहले सीरियल नंबर को लिखा जाता है

खाते का नाम -इस मैं उन सभी खातो के नाम होते है जिसकी राशी को दिखाया जाता है

खाताबही का पेज नंबर यानी पृष्ट नंबर – इसमें जो नंबर हमारी खाताबही मैं है उस नंबर को दिखाया जाता है

डेबिट शेष या balance– इसमें सभी डेबिट balance के शेष यानी टोटल को दिखाया जाता है

क्रेडिट शेष या टोटल – इसमें क्रेडिट के सभी खातो का क्रेडिट टोटल को दिखाया जाता है

तलपट बनाने के उद्देश्य क्या है

तलपट बहुत महत्वपूर्ण – तलपट बनाना बहुत ही महत्वपूर्ण भाग है इसको आपको बनाना ही होगा पर आज कल कंप्यूटर द्वारा खुद तैयार हो जाता है

खातो की गलतियों की पड़ताल करना – तलपट निकाल कर हम सभी खातो की जाच कर सकते है कौन सी खाते मैं कौन सी एंट्री गलत है या सही हम तलपट से पता कर सकते है

खातो के टोटल यानी शेषो का ज्ञान – अगर आपको सभी खातो का टोटल जानना है या बकाया जानना है या शेष जानना है तो आप अलग अलग खातो को देखना होगा परन्तु तलपट मैं आप एक ही जगह पर सभी खातो का बैलेंस आसानी से जान सकते है

एडजस्टमेंट करना – जब हम अंतिम खाता को तैयार करते है तो बहुत सारी एंट्री का एडजस्टमेंट करना होगा है ये तलपट की सहायता से ही सम्भव होता है जैसे अदत व्यय ,bad debts ,क्लोजिंग स्टॉक आदि

अंतिम खातो को तैयार करना – तलपट की सहायता से ही हम अंतिम खातो को तैयार करना सम्भव हो पाया है

तलपट बनाने की विधि क्या है

तलपट बनाने की  दो विधिया है  योग विधि यानी total method , और शेष विधि balance method

योग विधि – ये तलपट बनाने की सबसे आसन विधि है इसमें सभी खातो के डेबिट और क्रेडिट balance का योग को दिखाया जाता है और इसके बाद सभी डेबिट और क्रेडिट का योग किया जाता है

ये विधि जितना आसन है उतना ही कठिन है क्युकी बड़ी कम्पनी इन सभी का जोड़ करना बहुत मुश्किल होता है और समय भी अधिक लगता है और दूसरा अंतिम खातो को बनाने के लिए शेष या टोटल को निकालना पड़ता है और सही तरीके से इस विधि का प्रयोग नही किया जाता है

शेष विधि (balance method ) तलपट बनाने का यह विधि सबसे अच्छा विधि मैं से एक है  इस विधि के अंतर्गत खाताबही मैं खोले गए सभी खातो का शेष निकाला जातां है इसमें जिन खातो का क्रेडिट शेष होता है उन को तलपट मैं क्रेडिट साइड लिखा जाता है

और जिन खातो का शेष डेबिट होता है उन को तलपट मैं डेबिट साइड लिखा जाता है और जिन खातो का शेष नही होता है उनको तलपट मैं नही लिखा है

इस विधि के बहुत सारे लाभ है इसमें छोटी कपनी का जोड़ करना बहुत आसन हो जाता है और दुसरे खातो का शेष निकलने के कारण अतिम खातो को बनाना आसन होता है और ये विधि अधिक प्रयोग किया जाता है

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