रीढ़ की हड्डी में दर्द के कारण परहेज उपचार अलग अलग प्रकार से किए जाते है भारत में अधिकतर लोग रीढ़ की हड्डी में दर्द होने से परेशान है और इलाज करवा रहे है

और ज्यादातर लोगो को पता नहीं होता है की रीढ़ की हड्डी का दर्द है क्या रीढ़ की हड्डी में दर्द अलग अलग प्रकार से हो सकता है

अगर आपको रीढ़ की हड्डी में हल्का फुल्का दर्द है तो यह कोई बिमारी नहीं होगी क्युकी यह दर्द आपके उम्र बढ़ने के साथ भी हो सकता है अगर ज्यादा दर्द हो तो डॉक्टर से सलाह ले

रीढ़ की हड्डी का दर्द क्या है

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स्पांडिलाइसिस यह एक रीढ़ की हड्डी होती है जिसे एजिंग भी कहाँ जाता है और यह एजिंग उम्र के साथ बदलती है मान लीजिए की आपकी उम्र 20 साल है तो आपको रीढ़ की हड्डी पतली होगी

जब आपकी उपर 30 साल हो जाएगी तो आपको रीढ़ की हड्डी में बदलाव देखने को मिलेगा यह एजिंग प्रोसेस है और इसे ही स्पांडिलाइसिस कहाँ जाता है

और यह होना आम बात होती है परन्तु अगर आपकी उम्र 20 साल है और आपकी रीढ़ की हड्डी 40 साल की उम्र जैसी दिखाई दे रही है तो यह बिमारी हो सकती है जिसे रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है

रीढ़ की हड्डी में दर्द तब होता है जब रीढ़ की हड्डी में कैल्शियम कम हो जाता है रीढ़ की हड्डी में एक डिस्क होती है और उसमे पानी रहता है जब वह पानी कम होने लगता है तो वह डिस्क हार्ड हो जाती है

जिसके कारण रीढ़ की हड्डी के जॉइंट कमजोर होने लगते है जिसके कारण बाद में रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगता है अगर आपको बैठकर या लेटकर दर्द नही होता है और चलते ही दर्द शुरू हो जाता है तो आपको डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए

रीढ़ की हड्डी में दर्द के लक्ष्ण

रीढ़ की हड्डी में दर्द के अलग अलग लक्ष्ण है जो इस प्रकार है

(1) . कमर के उपरी हिसे में ज्यादा दर्द होता है

(2) . कमर का दर्द गर्दन तक जाता है

(3) . रीढ़ की हड्डी का दर्द कमर से शुरू होकर आपके कुल्हे तक जाता है

(4) . कमर के निचले हिसे में दर्द हो सकता है

(5) . रात में दर्द अधिक हो जाता है

(6) . दर्द वाली जगह पर आपको सुनपन महसूस हो सकता है

(7) . 15 दिन तक रीढ़ की हड्डी में दर्द रहता है

रीढ़ की हड्डी में दर्द के कारण परहेज उपचार

रीढ़ की हड्डी में दर्द के आपको अलग अलग कारण देखने को मिलगे रीढ़ की हड्डी में दर्द के कारण इस प्रकार है

(1) . सामान्य कारण क्या है

(1) . चोट या फ्रैक्चर होने के कारण

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण है अगर आपको कोई चोट लगी हो फ्रैक्चर हुआ हो तो रीढ़ की हड्डी में दर्द होने का कारण होता है

(2) . डिस्क डैमेज होने के कारण

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण होता है की डिस्क डैमेज हो जाना रीढ़ की हड्डी में डिस्क होती है और इसमें पानी होता है अगर यह पानी कम होने लगे तो डिस्क डैमेज हो जाती है और दर्द होता है

(3) . मांशपेशियों में खिचाव होने के कारण  

माश्पेशियों में खिचाव होने के कारण भी रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है और यह रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक मुख्या कारण होता है माश्पेशियो में एठन का होना रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण होता है

(4) . बहुत अधिक वजन उठाने के कारण  

देखा गया है की अगर आप बहुत अधिक वजन उठाते है तो रीढ़ की हड्डी में दर्द होने का एक कारण होता है जिम में अधिक मात्रा में वजन उठाना , वेट लिफ्टिंग करना रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण होता है इसलिए ज्यादा वजन न उठाए

(5) . एक जगह पर अधिक समय तक बैठने के कारण  

एक ही जगह पर अधिक समय तक बेठे रहना भी रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण हो सकता है यह समस्या सबसे ज्यादा ऑफिस में काम करने वालो को होती है  

(2) . गंभीर कारण क्या है

(1) . साइटिका

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण साइटिका होता है साइटिका एक नश होती है जो रीढ़ की हड्डी से होते हुए जांघ और पैरों में जाती है जब किसी कारण यह नश दब जाती है तो साइटिका का दर्द शुरू होता है यह दर्द कमर से शुरू होता है और साइटिका का दर्द मुख्या रूप से शरीर के एक हिसे से शुरू होता है

(2) . स्पाइनल स्टेनोसिस

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण स्पाइनल स्टेनोसिस होता है जब रीढ़ की हड्डी के बीच में जगह कम हो जाती है तो स्पाइनल स्टेनोसिस की समस्या होती है इस समस्या के कारण जो स्पाइनल से गुजरती है उन पर धीरे धीरे दबाव पड़ने लगता है और यह दर्द कमर से शुरू होता है और गर्दन तक जाता है

(3) . काइफोसिस

काइफोसिस को कुबड़ा कहाँ जाता है जब किसी व्यक्ति की रीढ़ की हड्डी में आगे की तरफ झुकाव हो जाता है तो उसे ही काइफोसिस कहते है और यह समस्या सबसे ज्यादा बुजुर्ग और महिलाओं को होती है यह समस्या रीढ़ की हड्डी कमजोर होने के कारण होती है जिसके कारण रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है

(4) . स्कोलियोसिस

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण स्कोलियोसिस है इस समस्या के दोरान रीढ़ की हड्डी में घुमाव आ जाता है और यह समस्या बहुत ज्यादा गंभीर होती है और यह समस्या बचपन से शुरू होती है और लडको से ज्यादा लड़की में होती है इसमें रीढ़ की हड्डी किसी भी तरफ टेढ़ी हो सकती है और दर्द हो सकता है

(5) . एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस है यह समस्या गठिया रोग जैसी है जिसमे जोड़ो में दर्द और सुजन होने लगती है इसी के साथ रीढ़ की हड्डी में सुजन उत्पन हो जाती है और दर्द होता है इसके दोरान रीढ़ की हड्डी में लचीलापन खत्म हो जाता है जिसे चलने और बैठेने में समस्या होती है

(6) . ऑस्टियो आर्थराइटिस

ऑस्टियो आर्थराइटिस गठिया का एक रूप होता है और इसके दोरान जोड़ो में दर्द या सुजन होती है इसी के साथ यह समस्या किसी भी छोटे छोटे जॉइंट्स में अपना असर दिखाती है जिसके कारण चलने , बैठने , उठने , कार्य करने में समस्या होती है और ऑस्टियो आर्थराइटिस मुख्या घुटने , कुल्हे , रीढ़ की हड्डी को प्रभावी करती है

रीढ़ की हड्डी में दर्द का उपचार

रीढ़ की हड्डी में दर्द में दर्द के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार है जानिए

(1) . दूध का करे सेवन अगर रीढ़ की हड्डी में दर्द है

अगर आपके रीढ़ की हड्डी में दर्द है तो आप दूध का सेवन कर सकते है दूध रीढ़ की हड्डी में दर्द के लिए बहुत फायदेमंद होता है दूध का सेवन हडियों और माश्पेशियों को मजबूत बनाता है और दर्द को कम करने में मदत करता है

अगर आप दूध में शहद डालकर दूध का सेवन करते है तो आपको और भी ज्यादा फायदा होगा क्युकी दूध में कैल्शियम , प्रोटीन , विटामिन ए , विटामिन डी पाया जाता है दूध में कैल्शियम होने के कारण यह रीढ़ की हड्डी में कैल्शियम की कमी को होने नहीं देता है

(2) . विटामिन सी का सेवन करे

अगर आपको रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या है तो आप विटामिन सी का सेवन करे इसे आपको दर्द में राहत मिलती है और आपको फायदा भी होगा और जैसा की आपको पता है विटामिन सी के बहुत से स्त्रोत होते है

आप विटामिन सी वाले प्रदार्थ जैसे आंवला , नारंगी , निम्बू , टमाटर , संतरा , अंगूर , अमरुद , सेब , केला आदि का सेवन कर सकते है इसके अलावा आप दूध , हरा धनिया , पालग , मुली के पते , शलगम , पोदीना का सेवन कर सकते है इन सभी के अन्दर अछि मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है

(3) . भरपूर पानी का सेवन करे

आपको पता ही है की पानी हमारे शरीर के लिए कितना ज्यादा जरुरी होता है और हमारा आधे से ज्यादा शरीर पानी का बना होता है अगर हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाए तो रीढ़ की हड्डी में दर्द के साथ साथ कई बीमारियाँ हो जाती है

इसलिए भरपूर पानी का सेवन करे क्युकी पानी के अन्दर सल्फर , मैग्नेशियम , कैल्शियम पाया जाता है हमारे शरीर में जब यूरिक एसिड की मात्रा बढती है तो रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है और अगर हम अछि मात्रा में पानी का सेवन करते है तो आप रीढ़ की हड्डी में दर्द को कम कर सकते है इसलिए भरपूर पानी पिए कम से कम 8 गिलास हर रोज

(4) . मेथी के दाने है फायदेमंद रीढ़ की हड्डी के दर्द में

मेथी के दाने रीढ़ की हड्डी में दर्द को कम करने में मदत करता है मेथी के दाने में आयरन , कैल्शियम , फास्फोरस , एंटी एम्फ्लेमेंट्री और एंटी ओक्सिडेंट जैसे गुण पाए जाते है इसके अलावा मेथी में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है जो रीढ़ की हड्डी में दर्द को कम करता है

आपको रात को सोने से पहले मेथी को भिगोने के लिए रखनी है और सुबह मेथी के पानी का सेवन करना है यह आपके लिए फायदेमंद होगा और रीढ़ की हड्डी में दर्द को कम करने में मदत करेगा

(5) . मालिश करे सरसों के तेल के साथ

रीढ़ की हड्डी में दर्द को कम करने के लिए आप सरसों के तेल की मालिश कर सकते है इसके साथ ही आप लहसुन का इस्तेमाल कर सकते है इन दोनों के मालिश करने से आपको रीढ़ की हड्डी में दर्द से बहुत राहत मिलती है आप इन दोनों का एक लेप तैयार करे और दर्द वाली जगह पर लगाए इसे आपको दर्द से आराम मिलेगा

आपको सरसों के तेल में लहसुन की कलियों को उबालना है और उसमे अजवाइन के दाने को मिलाना है और जब उबल जाए तो मिश्रण को छान ले और लगाए आपको फायदा होगा

ध्यान देने वाली बात

रीढ़ की हड्डी में दर्द कई कारण से हो सकते है और यह कारण गंभीर भी हो सकते है और उम्र के साथ होने वाले बदलाव के कारण भी एसा हो सकता है रीढ़ की हड्डी में दर्द के उपचार है

परन्तु अगर आपको लगता है की आपको दर्द ज्यादा है और कई दिनों से है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे और डॉक्टर के कहे अनुसार चले क्युकी आप जितनी जल्दी टेस्ट करवाएगे आपको उतना फायदा होगा

अगर आपको बेठने और लेटने में रीढ़ की हड्डी में दर्द से राहत मिलती है और चलने पर या खड़े रहने पर रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है तो आपकों तुरंत डॉक्टर के पास जाना है इसलिए लापरवाही न करे

रीढ़ की हड्डी में दर्द के परहेज

अगर आपकी रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है तो आपको कुछ चीजो से परहेज करना है जो इस प्रकार है

(1) . शराब या धुम्रपान न करे

अगर आपके रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है तो आपको किसी प्रकार का धुम्रपान नहीं करना है और न ही आपको शराब का सेवन करना है इसे आपकी समस्या बढ़ सकती है

(2) . बहुत नर्म या बहुत हार्ड गद्दे पर न सोए

आपको अगर रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या है तो आपको ध्यान रखना है की आपको बहुत ज्यादा हार्ड या बहुत ज्यादा नर्म गद्दे पर नहीं सोना है इसे समस्या बढ़ सकती है

(3) . एक जगह पर अधिक समय तक न बैठे

ज्यादा से ज्यादा कोशिस करे की आप एक ही जगह पर बैठ कर न रहे क्युकी अगर आप एक ही जगह पर अधिक समय तक बैठते है तो आपके रीढ़ की हड्डी में दर्द होगा

(4) . अपने वजन को कण्ट्रोल रखे

रीढ़ की हड्डी में दर्द वाले व्यक्ति को हमेशा ही अपने वजन को कण्ट्रोल में रखना चाहिए क्युकी अगर आपका वजन बहुत अधिक होगा तो आपकी रीढ़ की हड्डी में जोर पड़ता है जिसे दर्द होता है

(5) . तनाव चिंता से दूर रहे

रीढ़ की हड्डी में दर्द का एक कारण चिंता तनाव होता है इसलिए आपको ध्यान रखना है की किसी भी बात की चिंता न करे तनाव से दूर रहे

(6) . अधिक वजन उठाने से बचे

बहुत से व्यक्ति बहुत अधिक वजन उठाने लगते है इसलिए अगर आपको पहले से ही रीढ़ की हड्डी में दर्द है तो आपको ज्यादा वजन को उठाने से बचना है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको रीढ़ की हड्डी में दर्द के कारण परहेज उपचार के बारे में पता चल गया होगा और अब आप सभी बातो का ध्यान रखेगे एक बात का ध्यान रखे की अगर आपको रीढ़ की हड्डी में बहुत अधिक दर्द होता है जिसे सहा नहीं जा सकता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और जांच करवानी चाहिए

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जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . रीढ़ की हड्डी में दर्द किन लोगो को ज्यादा होता है

ans . रीढ़ की हड्डी में दर्द सबसे ज्यादा बुजुर्ग को होता है और प्रेगनेंसी के दोरान भी महिलाओ में रीढ़ की हड्डी में दर्द देखा जाता है |

Q . डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए ?

ans . जब आपको रीढ़ की हड्डी में अधिक दर्द महसूस होने लगे या सुजन महसूस हो और चलने और बैठने में समस्या हो कार्य करने में दर्द महसूस हो तो आपको तुरंत ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए |

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