रेडिएटर का नाम अधिकतर लोगो को पता है परन्तु रेडिएटर क्या है ( what is radiator in hindi ) यह बहुत कम व्यक्ति को पता होता है ज्यादातर व्यक्ति रेडिएटर को एक छोटा सा पार्ट समझते है
जिसके कारण उन्हें कभी कभी बहुत नुक्सान सहना पड़ता है आपने मकेनिक से अक्सर कहते सुना होगा की जब भी आप कही बाहर जाए कार लेकर तो रेडिएटर में coolant के लेवल को चेक करे
क्युकी अगर रेडिएटर में coolant नहीं होगा तो आपकी कार में बहुत से नुक्सान हो सकते है आपकी कार का इंजन तक खुल सकता है इंजन सीज हो सकता है
क्युकी रेडिएटर मुख्या रूप से इंजन को ठंडा करने का कार्य करता है इंजन के अंदर जितनी गर्म उर्जा होती है उस गर्मी को रेडिएटर कम करता है जिसे इंजन सही से वर्क करता है
रेडिएटर से जुडी और भी बहुत सी बाते है इसलिए हम आपको आज रेडिएटर के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिसे आपको आने वाले समय में कोई समस्या न हो
रेडिएटर क्या है ( radiator in hindi )
रेडिएटर का मुख्या कार्य इंजन को ठंडा रखना है इसलिए रेडिएटर को इंजन के बिलकुल आगे की तरफ लगाया जाता है ताकि रेडिएटर के अंदर से सही हवा पास हो सके
रेडिएटर तांबे और पीतल का बना होता है इसके उपर और निचे प्लास्टिक की बोतल लगी होती है जिसके अंदर से coolant पास होता है और रेडिएटर के बीच में फिन्स लगे होते है
इन फिन्स में से ही हवा गुजरती है जिसे रेडिएटर में चल रहा coolant ठंडा होता है जब इंजन कार्य करता है तो coolant गर्म होता है वह coolant रेडिएटर में जाता है और रेडिएटर इस coolant को ठंडा करता है
रेडिएटर कैसे काम करता है ( how does a radiator work in hindi )
इंजन के बीच में cylinder block होता है और cylinder block में जगह होती है जिसमे coolant भरा होता है इस coolant का connection वाटर एल्बो के साथ होता है
और एल्बो से पाइप रेडिएटर में लगा होता है और रेडिएटर का दूसरा पाइप water body में लगा होता है और रेडिएटर के साथ साथ पुरे connection में coolant होता है
जब हम कार को स्टार्ट करते है तो इंजन गर्म होता है उसके साथ साथ coolant भी गर्म होता है और जब coolant ज्यादा गर्म हो जाता है तो एल्बो में लगा थर्मोस्टेट वाल्व खुल जाता है
थर्मोस्टेट वाल्व के खुलते ही इंजन का गर्म coolant पाइप से होता हुआ रेडिएटर में आ जाता है जब वह coolant रेडिएटर के अंदर आता है तो coolant रेडिएटर में बारीक नालियों से गुजरता है
और उन नालियों के बीच में फिन्स लगे होते है इनमे से हवा गुजरती है जब गर्म coolant रेडिएटर में इन नालियों से गुजरता है तो फिन्स में से बहने वाली हवा उस गर्म coolant को ठंडा कर देती है
इस काम के लिए रेडिएटर के पिच्छे की तरफ एक रेडिएटर फेन भी लगा होता है जब थर्मोस्टेट वाल्व खुलता है तो उस समय में रेडिएटर के पीछे लगा रेडिएटर फेन भी चालु हो जाता है
उसके साथ ही coolant ठंडा हो जाता है और इंजन भी ठंडा हो जाता है और रेडिएटर फेन भी रुक जाता है और दोबारा से यह क्रिया चालू हो जाती है
रेडिएटर खराब क्यों होता है ( Why does the radiator go bad )
रेडिएटर आसानी से खराब नहीं होता है और न ही कुछ महीनो में खराब होता है कुछ व्यक्ति के कारो में रेडिएटर बहुत से साल निकाल देता है परन्तु काई बार कुछ गलती के कारण रेडिएटर में समस्या आ जाती है आज हम आपको रेडिएटर खराब होने के दो मुख्या कारण के बारे में बताएगे जो इस प्रकार है
(1) . coolant की जगह पानी के इस्तेमाल के कारण
रेडिएटर खराब होने का सबसे पहला और सबसे बड़ा कारण होता है coolant की जगह पानी का इस्तेमाल करना बहुत से व्यक्ति पैसे बचाने के चक्र में रेडिएटर में coolant की जगह पानी का इस्तेमाल करते है पानी के इस्तेमाल के कारण रेडिएटर में जंग लाग जाता है और चोक हो जाता है और खराब भी हो जाता है
(2) . रेडिएटर के फिन्स मुड जाने के कारण
रेडिएटर के खराब होने का दूसरा कारण रेडिएटर फिन्स का मुड जाना होता है कई बार किसी कारण रेडिएटर के फिन्स मुड जाते है या उसमे कचरा जम जाता है जिसके कारण रेडिएटर के अंदर से हवा पास नहीं होती है जिसके कारण इंजन में समस्या उत्पन होती है रेडिएटर के फिन्स तब भी मुड जाते है जब हम रेडिएटर को तेज preassure के साथ साफ़ करवाते है
यह दोनों ही रेडिएटर खराब होने के मुख्या कारण है इसलिए इन दोनों कारणों को ध्यान में रखे
खराब रेडिएटर के लक्ष्ण ( symptoms of bad radiator in hindi )
अगर आपकी कार का रेडिएटर खराब हो जाता है तो आपकों अपनी कार में बहुत से अलग अलग लक्ष्ण दिखाई देंगे जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा जो इस प्रकार है
(1) . warning light on होगी
रेडिएटर में समस्या आने के बाद जो सबसे पहला लक्ष्ण आपको देखने को मिलेगा वह है coolant temperature warning light का on हो जाना रेडिएटर का मुख्या कार्य coolant को ठंडा करना होता है परन्तु जब रेडिएटर चोक हो जाता है
तो यह coolant को ठंडा नहीं करता है जिसके कारण engine overheat होता है इसकी जानकारी temperature sensor को मिलती है और temperature ecm को signal भेज देता है और ecm डैशबोर्ड मीटर में warning light को on करता है
(2) . कार overheat होगी
रेडिएटर खराब होने पर आपकी कार overheat होगी बार बार क्युकी रेडिएटर चोक हो जाने पर coolant की सप्लाई आगे रुक जाती है जिसके कारण coolant ठंडा भी नहीं हो पाता है जिसके कारण इंजन overheat होने लगता है और जल्दी से ठंडा नहीं होता है
(3) . coolant बार बार कम होगा
रेडिएटर खराब होने के बाद एक समस्या आपको और देखने को मिलेगी coolant बार बार कम हो जाएगा क्युकी जब रेडिएटर खराब होता है तो वह coolant को सप्लाई नहीं करता है और न ठंडा करता है जिसके कारण coolant और ज्यादा गर्म हो जाता है और वह coolant रेडिएटर के कैप से बाहर आ जाता है जिसे coolant की मात्रा बार बार कम होती है
(4) . कार बार बार बंद होगी
अगर आप कार को चला रहे है और कुछ समय के बाद कार के डैशबोर्ड मीटर में temperature warning light on हो जाती है और कार बंद हो जाती है तो उसका एक कारण रेडिएटर खराब होना भी हो सकता है क्युकी कार overheat हो जाती है उसके साथ ही कार में जलने की स्मेल आती है
(5) . जलने की स्मेल आएगी
जब भी आपकी कार का रेडिएटर खराब होगा या वह पूरी तरह से चोक हो जाएगा तो कार के कुछ दूर चलते ही इंजन के पास से आपको जलने की स्मेल आती है एसा लगता है की इंजन में कुछ जल रहा है यह स्मेल coolant के जलने की होती है
(6) . जलने का धुआं दिखाई देगा
एक लक्ष्ण आपको और दिखाई देगा वह है धुंए का दिखाई देना क्युकी जब इंजन overheat होगा रेडिएटर खराब होने के कारण तो इंजन से धुंआ निकलने लगेगा coolant जलकर अगर आपकी कार में एसे धुआं निकलता है इंजन के पास से तो तुरंत कार को रोक दे और चेक करे
रेडिएटर खराब होने पर या चोक होने पर आपको उपर दिए गए सभी लक्ष्ण देखने को मिल जाएगे
रेडिएटर को कैसे साफ़ कर सकते है ( how to clean radiator in hindi )
रेडिएटर किसी भी कार के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है जिस प्रकार आप समय अनुसार कार की सर्विस करवाते है उसी प्रकार आपको रेडिएटर को भी समय के अनुसार साफ़ करवा लेना चाहिए
रेडिएटर को साफ़ करने के लिए आपको रेडिएटर को पूरा खोलना होगा सभी पाइप को अलग करना होगा उसके बाद आप पानी के preassure के साथ इसे साफ़ कर सकते है
पर हम आपको सलाह देंगे की आप रेडिएटर रिपेयर करने वाले से ही रेडिएटर को साफ़ करवाए वह रेडिएटर की आपको सर्विस करके दे देगा एक बात का और ध्यान रखे
जब भी आप रेडिएटर को बाहर से साफ़ करवाए तो सीधा पानी का preassure रेडिएटर पर न मारे इसे रेडिएटर के फिन्स मुड जाते है जिसके कारण इन फिन्स से हवा पास नहीं होती है
और coolant ठंडा नहीं होता है इसलिए ध्यान रहे की रेडिएटर को बाहर से ध्यान से साफ़ करवाए ज्यादा तेज preassure का इस्तेमाल न करे
रेडिएटर के लिए coolant क्यों जरुरी होता है ( why is coolant important for the radiator in hindi )
कार के इंजन में बहुत से पार्ट लगे होते है जिनके अंदर coolant चलता है और वह coolant घूमकर रेडिएटर में आता है और वहा से ठंडा होकर आगे जाता है
रेडिएटर के लिए coolant इसलिए सबसे ज्यादा जरुरी होता है coolant रेडिएटर में कचरा जमा नहीं होने देता है coolant व् को साफ़ रखता है
अगर आप रेडिएटर में coolant की जगह पानी का इस्तेमाल करते हो तो कुछ दिनों के बाद उस पानी से इंजन के cylinder block , head , water body , water एल्बो में जंग लग जाता है
वह जंग कचरे का रूप लेकर सभी पार्ट में जमा होते रहता है इसके साथ ही रेडिएटर में जमा होता है जिसे रेडिएटर खराब होता है इंजन के पार्ट खराब होते है
इसलिए coolant का मुख्या लाभ है यह इंजन के पार्ट को खराब नहीं होने देता है अगर आप coolant का इस्तेमाल करते हो रेडिएटर में तो इंजन के सभी पार्ट सही और साफ़ रहेगे
इंजन में आसानी से overheat की समस्या नहीं होगी इसलिए ही रेडिएटर के लिए पानी से ज्यादा coolant जरुरी होता है ताकि इंजन में जंग न लगे और रेडिएटर खराब न हो
रेडिएटर में अगर आप पानी का इस्तेमाल करते है तो क्या नुकसान होगा ( What will be the harm if you use water in the radiator )
रेडिएटर में पानी के इस्तेमाल से आपकी कार में बहुत से नुक्सान होगे जो इस प्रकार है
(1) . head पूरा गलने लग जाएगा
(2) . water body गल जाएगी
(3) . वाटर एल्बो गल जाएगी
(4) . हीटर coil खराब हो जाएगी
(5) . cylinder block गल जाएगा
(6) . रेडिएटर खराब हो जाएगा
(7) . थ्रोटल बॉडी की सप्लाई चोक हो जाएगी
(8) . cng की सप्लाई चोक हो जाएगी
अगर आपने रेडिएटर में पानी का इस्तेमाल किया तो उपर दिए गए सभी पार्ट खराब हो जाएगे
रेडिएटर के पार्ट् ( parts of radiator in hindi )
रेडिएटर के आपको मुख्या 3 भाग देखने को मिल जाएगे जो इस प्रकार है
(1) . upper tank
रेडिएटर में सबसे उपर की तरफ लगा होता है और इसका रंग काला होता है और इसमें coolant को रेडिएटर में डालने के लिए एक छेद होता है जिसमे रेडिएटर ढकन को लगाया जाता है upper tank में एक साइड एक बारीक पाइप लगा होता है जो बोतल से जुड़ा होता है जब रेडिएटर over flow हो जाता है तो coolant पाइप की मदत से बोतल में चला जाता है upper tank में एक होज़ पाइप भी लगा होता है जो वाटर एल्बो से जुड़ा होता है और coolant इस पाइप की मदत से रेडिएटर के upper tank में आता है
(2) . radiator core
रेडिएटर कोर रेडिएटर के बीच वाला भाग होता है और यह core पतली पतली ट्यूब होती है जो बहुत सी मात्रा में लगी होती है इन कोर से coolant पास होता है इन core के उपर निचे फिन्स लगे होते है जिसे हवा पास होती है और coolant ठंडा होता है
(3) . lower tank
lower tank रेडिएटर के निचे की तरफ लगा होता है और इसमें एक होज़ पाइप लगा होता है जो सीधा water body से जुड़ा होता है मतलब जब इंजन का गर्म coolant रेडिएटर में आता है तो वह गर्म coolant रेडिएटर से ठंडा होकर होज़ पाइप के द्वारा water body में जाता है जहाँ से इंजन ठंडा होता है lower tank में एक छोटा सा बोल्ड लगा होता है जिसकी मदत से रेडिएटर से coolant को बाहर निकाला जाता है
यह रेडिएटर के मुख्या पार्ट है
निष्कर्ष
आशा करते है की आपको रेडिएटर क्या है ? रेडिएटर कैसे काम करता है इसके बारे में पता चल गया होगा यह बहुत ही महत्वपूर्ण पार्ट है इसे चेक करने में कभी आप लापरवाही न बरते इसे समय पर साफ़ करवाना आपकी जिमेदारी है हमारी पूरी कोशिस होती है की आपको सही और पूरी जानकारी मिले जिसे आपका समय न बर्बाद हो और आप अपनी गाड़ी को भी आसानी से सही रख सके अगर आपको रेडिएटर से जुडी कोई समस्या होती है तो comment करे हम आपकी पूरी मदत करेगे
related topic
Car me Coolant kaise dale | How to change coolant step-by step
Intercooler क्या है | Intercooler in Car in Hindi
जानिए कुछ सवालों के जवाब
Q . रेडिएटर को कब साफ़ करवाना चाहिए ?
ans . आपको रेडिएटर को कम से कम 50 से 1 लाख किलोमीटर तक साफ़ करवा लेना चाहिए |
Q . coolant को कितने किलोमीटर पर बदलवा देना चाहिए ?
ans . आपको रेडिएटर के coolant को 20,000 किलोमीटर पर बदलवा देना चाहिए |
Q . क्या emergency में coolant की जगह पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है ?
ans . हाँ अगर आपकी कार के रेडिएटर में coolant नहीं है और आप एसी जगह है जहाँ coolant नहीं मिलेगा तो आप आसानी से पानी का इस्तेमाल करके 10 से 30 ह़जार किलोमीटर तक कार को चला सकते है परन्तु जब coolant मिल जाए तो coolant को ही रेडिएटर में डाले |
Q . रेडिएटर खराब होने का मुख्या कारण क्या होता है ?
ans . रेडिएटर खराब होने का मुख्या कारण होता है पानी का इस्तेमाल करना हमेशा |
Comments