Table of Contents

जिन भी व्यक्ति को हर्पीस की समस्या है उनका सवाल होता है हर्पीस में क्या नहीं खाना चाहिए क्युकी हर्पीस एक वायरल इन्फेक्शन है जो आपकी तवचा को प्रभावित करता है

हर्पीस को cold sore और nagin rog भी कहते है और बहुत से व्यक्ति इस बिमारी से जूझ रहे है परन्तु वह इस बिमारी के बारे में किसी अन्य को बताने से कतराते है

क्युकी यह आसानी से फैलती है और दूसरा इसके होने का एक कारण शारीरिक सबंध बनाना होता है अगर किसी पुरुष या महिला को हर्पीस है और आपने उसे शारीरिक संबंध बनाया तो आपको हर्पीस हो सकता है

इसलिए बहुत से व्यक्ति हर्पीस के इलाज से वर्जित रहते है हर्पीस जोस्टर में क्या नहीं खाना चाहिए इसके जाने से पहले हम आपको थोडा हर्पीस के बारे में जानकारी देंगे

हर्पीस क्या है – Harpies Disease in Hindi

हर्पीस जिसे adhedi rog भी कहते है और यह त्वचा में होने वाला एक वायरल संक्रामक इन्फेक्शन होता है और WHO की रिपोर्ट के अनुसार ओरल हर्पीस 67% लोगो में देखा गया है और जेनिटल हर्पीस 11% लोगो में देखा जाता है

हर्पीस बिमारी मुख्या रूप से किसी भी व्यक्ति में 2 तरह से देखने को मिलती है हर्पीस टाइप – 1 और हर्पीस टाइप – 2 और अगर हम हर्पीस टाइप – 1 की बात करे तो यह फेशियल कॉलेज-कॉन्टैक्ट से होता है

हर्पीस टाइप – 2 जेनिटल कॉन्टैक्ट से होता है और हर्पीस जोस्टर इन्फेक्शन ज्यादातर उन व्यक्ति में देखा जाता है जिनको पहले चिकनपॉक्स हो चूका होता है यह इन्फेक्शन उन व्यक्ति में डॉर्मेंट स्टेट में नर्व एंडिंग में रहता है

और अगर कभी किसी व्यकी की इम्यूनटी धीरे धीरे कमजोर होने लगती है तो यह हर्पीस वायरस दोबारा एक्टिव हो जाते है और नर्व के एरिया को इफ़ेक्ट करते है

और जब एसा होता है तो व्यक्ति के तवचा में फफोले जैसा होता है और वह लाल हो जाता है खुजली बहुत ज्यादा होती है सुजन हो जाती है दर्द अधिक होता है इसमें व्यक्ति को बुखार , बदन दर्द , कमजोरी होती है

कुछ व्यक्ति में देखा गया है की यह गंभीर रूप भी ले लेता है एसे में सबसे पहले डॉक्टर की सलाह और इलाज जरुरी है उसके बाद खान पान अच्छा रखने की सलाह दी जाती है

हर्पीस के बारे में आपको थोडा बताया है अब आपको बताएगे की हर्पीस में क्या नहीं खाना चाहिए और कुछ बचाव के उपाय क्युकी खान पान से आप हर्पीस को कण्ट्रोल कर सकते है

हर्पीस में क्या नहीं खाना चाहिए – foods to avoid with herpes in hindi

हर्पीस में क्या नहीं खाए इसके बारे में आपको रिसर्च के अनुसार बताएगे ताकि आपको कोई समस्या न हो और आप उन चीजो से परहेज कर सके जो हर्पीस रोग को बढ़ाती है

हर्पीस-में-क्या-नहीं-खाना-चाहिए

(1) . खटाई नहीं खानी है

हर्पीस में आपको खटाई नहीं खानी चाहिए इसे हर्पीस की समस्या बढ़ सकती है आपको दही की खटाई नहीं खानी चाहिए इमली , किसी प्रकार का अचार , सिरका डली हुई चीजे , आम , निम्बू , बैंगन , टमाटर , शिमला मिर्च आदि का सेवन नहीं करना चाहिए इसे हर्पीस की समस्या बढती है खट्टी चीजो से आपको पाचन सम्बंधित समस्या हो सकती है

हर्पीस में शरीर में जलन , खुजली , सुजन जैसी समस्या होती है अगर आप खट्टी चीजे खाते है तो जलन खुजली सुजन जैसी समस्या उत्पन होगी साथ ही ज्यादा खट्टी चीजे शरीर के अच्छे बैक्टीरिया को नुक्सान पहुचाती है जैसे इम्यून सिस्टम कमजोर होता है एसे में हर्पीस की समस्या बढती है

(2) . फ़ास्ट फ़ूड और तला हुआ नहीं खाना है

अगर आपको हर्पीस है तो आपको सबसे पहले फ़ास्ट फ़ूड और ज्यादा तला हुआ खाना बंद करना पड़ेगा क्युकी यह बिमारी को बढ़ाने में मदत करता है आपको हर्पीस में बर्गर , चाउमीन , मोमोस , पापड़ , छोले भटूरे , चाट , पाँव भाजी , बड़ा पाँव , भेलपुरी , पानी पूरी , पिज़ा , फ्रेंच फ्राइज़ , हॉट डॉग , फ्राइड चिकन , समोसे , ब्रेड आदि

इन चीजो से आपको दुरी बनाकर रखनी है इनमे बहुत ज्यादा तेल की मात्रा होती है साथ ही इनमे खटाई और अधिक तीखा होता है जो पाचन में गड़बड़ी करता है हमारे इम्यून को कमजोर करता है इनमे पोषक तत्व बिलकुल नहीं होते है इसके कारण सुजन और इन्फेक्शन उत्पन होता है इनसे दुरी बनाए

(3) . चीनी युक्त आहार नहीं खाना है

बहुत से व्यक्ति को मीठी चीजे अधिक पसंद होती है उनको चीनी पसंद होती है परन्तु अगर आपको हर्पीस है तो आप रुक जाए क्युकी अधिक शुगर युक्त भोजन हर्पीस की समस्या को बढ़ा सकते है क्युकी कमजोर इम्यून सिस्टम का एक कारण अधिक मीठे का सेवन होता है और जिन लोगो का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उनमे हर्पीस इन्फेक्शन जल्दी फैलता है

हमारे शरीर में सफ़ेद रक्त कोशिकाएं पाई जाती है जब अधिक शुगर का इस्तेमाल होता है और हर्पीस के दोरान यह सफ़ेद रक्त कोशिकाएं के कार्य को कम कर देती है जिसे इन्फेक्शन जल्दी बढ़ता है इसलिए उन चीजो का सेवन कम करे जिसमे शुगर की अधिक मात्रा होती है जैसे चीनी , मिठाइयाँ , केक , पेस्ट्रीज , सोडा , फलो के जूस , एनर्जी ड्रिक (रेड बूल) , कोल्ड्रिंक , अधिक चाय कॉफ़ी आदि इन चीजो से दुरी बनाए

(4) . एल्कोहल नहीं लेना चाहिए

शराब का सेवन करना आम हो गया है परन्तु किसी बिमारी के दोरान शराब या अन्य कोई धुम्रपान नुक्सानदायक होता है इसी प्रकार अगर आप हर्पीस की समस्या में शराब का सेवन करते है तो हर्पीस बढ़ सकता है इसी के साथ देखा गया है की आपको बार बार हर्पीस होने की समस्या रह सकती है

अगर आप शराब का सेवन करते है तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है जिसे सिस्टम स्लो हो जाता है जिसे हर्पीस ठीक नहीं होता है हमारे आंत में कुछ अछे बैक्टीरिया होते है जो शरीर को बिमारी में लड़ने में मदत करते है अगर शराब का सेवन करते है तो आंत के बैक्टीरिया का कार्य रुकता है जिसे हर्पीस ज्यादा हो जाता है इसलिए एल्कोहल का सेवन न करे

(5) . अधिक मसाले नहीं खाने चाहिए

भारत में अधिक मसाला खाना आम है या हर चीज में अधिक मसाले की डिमांड की जाती है और यही अधिकतर व्यक्ति के बिमारी को बढाता है हर्पीस की समस्या के दोरान आपको अधिक मसाले वाले खाद्य प्रदार्थ का सेवन नहीं करना है क्युकी अधिक मसाले आपके इम्यून सिस्टम पर गलत प्रभाव डाल सकते है

अगर आप अधिक मसाले का सेवन करते है तो पाचन खराब , पेट में दर्द , सुजन , जलन , दस्त , अल्सर जैसी समस्या उत्पन होगी और अगर एसा होता है तो इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है जिसे हर्पीस की समस्या बढती है साथ ही अच्छे बैक्टीरिया के कार्य को धीमा कर देते है इसलिए अधिक म्मसले से दूर रहे

(6) . पैकेट बंद प्रदार्थ नहीं खाना चाहिए

पैकेट बंद प्रदार्थ हर्पीस में नहीं खाने चाहिए इनमे किसी प्रकार का कोई पोषक तत्व नहीं पाया जाता है यह सिर्फ सवाद के लिए खाया जाता है पैकेट बंद चीजो से शरीर में इन्फ्लेमेष्ण , इन्फेक्शन की समस्या अधिक होती है और इनके सेवन से हमारे पेट के अंदर जो अछे बैक्टीरिया होते है उनका कार्य धीमा हो जाता है जिसे हमारी रोगप्रतिरोधक शमता कम हो जाती है

और जैसे ही इम्यून सिस्टम कमजोर होता है तो हर्पीस होने का खतरा बार बार होता है अगर हर्पीस है तो जल्दी ठीक नहीं होता है इसलिए पैकेट बंद प्रदार्थ से दूर रहे जैसे चिप्स , कुरकुरे , बिस्कुट , मैगी , नुडल्स , पैकेट बंद फलो के जूस , नमकीन आदि जो मार्किट में मिलते है उनसे दुरी बनाए

हर्पीस में क्या खाना चाहिए क्या नहीं

खाद्य प्रदार्थ खाना है नहीं खाना है
अनाजगेहूं , बाजरा , ज्वार , जो का आटा , चावलमेदा नहीं खाना है
फलसेब , तरबूज , खरबूज , अनारखट्टे फल नहीं खाने है
सब्जियाँकदू , लोकी , धनियाँ , ब्रोकली , बंदगोभी , गाजर , मटर , आलू , खीराबैंगन , टमाटर , शिमला मिर्च न ले
दालमुंग दाल , मसूर दालउर्द , किडनी बिन्स , राजमा न ले
डेरी प्रदार्थबटर मिल्क कभी कभी लेदूध , दूध से बनी चीजे न ले
मसालेहल्दी , धनियाँ , जीरा , सोंफ , काली मिर्च , करी पतामिर्च , मैथी न ले
ड्रिंक्सपानी ज्यादा पिएशराब , चाय कॉफ़ी , पैकेट जूस न ले
ड्राई फ्रूट्सभीगे हुए बादामकाजू , पिस्ता , मूंगफली न ले
मांसअंडे पिला भाग निकालकर , मछलीलाल मांस न ले
घी तेलगाय घी , ओलिव आयलबटर , रिफाइंड , डालडा न ले
इस अनुसार आप खान पान कर सकते है

हर्पीस में क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में आपको पता चल गया होगा आपको सिर्फ शुगर , एल्कोहल , अन्हेल्थी वसा , प्रोसेस्ड फूड से दुरी बनाकर रखनी है

हर्पीस में यह डाईट प्लान ले – herpes diet chart in hindi

हर्पीस के खान पान को लेकर अधिक उलझन रहती है की सुबह उठकर क्या खाए दोपहर को क्या खाए रात को क्या खाए इसलिए हम आपके लिए harpies diet chart लेकर आये है इसे आपको उलझन नही होगी

(1) . हर्पीस डाईट प्लान इंडिया

सुबह उठते ही गुनगुना पानी , एलोवेरा जूस , ग्रीन टीचाय या कॉफ़ी नहीं ले
सुबह का नाशता सब्जी रोटी या पोहा , उपमा , दलिया , सलादअधिक मसाला न ले
मध्य आहार नारियल पानी , ग्रीन टी , फल , फलो का जूसखट्टे फल या जूस नहीं ले
दोपहर का खाना दाल , चावल , रोटी , सब्जी इच्छा अनुसारमेदा नहीं खाना है
शाम को ग्रीन टी , जूस , सूपचाय या कॉफ़ी न ले
रात का खाना रोटी , दाल , सब्जी , खिचड़ीउर्द , राजमा , किडनी बिन्स न खाए
हर्पीस में इस डाईट चार्ट को फॉलो करे

हर्पीस से बचाव

हर्पीस में क्या खाना चाहिए क्या नहीं यह जाने के साथ साथ आपको कुछ बचाव भी पता होने चाहिए जो इस प्रकार आपको देखने को मिलेगे

(1) . हर्पीस से बचाव के लिए अपनी इम्युनटी अछि रखे सही खान पान करे ‘

(2) . साफ़ सफाई का ध्यान ज्यादा रखे

(3) . जिन व्यक्ति को हर्पीस है वह अपने को थोडा अलग रखे ज्यादा मेल जोल न करे

(4) . हर्पीस जोस्टर के मरीज को समय पर वैक्सीन लगवानी चाहिए

(5) . हर्पीस से ग्रस्त के दोरान शारीरिक संबध न बनाये अगर आपको हर्पिस के लक्ष्ण नहीं दिखाई दे रहे है तो संबंध के दोरान प्रोटेक्सन का इस्तेमाल करे

यह कुछ बचाव है जिसका आपको ज्यादा ध्यान रखना है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको हर्पीस में क्या नहीं खाना चाहिए और क्या खाना चाहिए इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी और अब आप डाइट प्लान के अनुसार खान पान करेगे अगर आपको हर्पीस बार बार होता है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए घरेलू उपाय को छोड़कर डॉक्टर को दिखाए कुछ लोग इसे छूत की बिमारी मानते है और डॉक्टर के पास नहीं जाते है एसी गलती न करे आप समय अनुसार इलाज करवाए और वेक्सिन लगवाए

जानिए कुछ सवालों के जवाब

Q . क्या हर्पीस में शारीरिक संबंध बना सकते है?

ans . अगर आपको हर्पीस है और आपको उसके लक्ष्ण दिखाई दे रहे है आपको समस्या हो रही है तो आपको अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए परन्तु अगर आपको हर्पिस के दोरान लक्ष्ण नहीं दिखाई दे रहे है आपको समस्या नहीं हो रही है तो आप प्रोटेक्शन के साथ अपने पार्टनर के साथ संबंध बना सकते है|

Q . क्या खान पान के द्वार हर्पीस को ठीक किया जा सकता है?

ans . एक बात का हमेशा ही ध्यान रखे की कोई खान पान किसी बिमारी को जड़ से ठीक नहीं करती है सही खान पान आपकी बिमारी को रोक सकती है और आपके लक्ष्ण को कम कर सकती है बिमारी को ठीक करने के लिए इलाज जरुरी है|

Q . हर्पीस कैसे फ़ैल सकता है?

ans . अगर आपको हर्पीस है और आप किसी अन्य व्यक्ति के सम्पर्क में आते है या फिर आप हर्पिस से ग्रस्त के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाते है तो इसके फैलने के ज्यादा चांस होते है|

Q . हर्पीस होने का मुख्या कारण क्या होता है?

ans . हर्पिस के अलग अलग कारण है परन्तु यह ज्यादा उन व्यक्ति को होता है जिनका इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा कमजोर होता है उनको हर्पीस इन्फेक्शन जल्दी होता है|

Q . क्या घरेलू उपाय से हर्पीस ठीक हो सकता है?

ans . अगर आपको हर्पीस है तो आप घरेलू उपाय की बजाय डॉक्टर से सलाह ले और समय पर इलाज करवाए इसे हर्पीस जल्दी ठीक होगा|

डिस्क्लेमर – जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर प्रकार से प्रयाश  किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी thedkz.com की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है