बवासीर और पेट की समस्या के लिए aloe socotrina का इस्तेमाल किया जाता है साथ ही माइग्रेन पेट फूलना अपच जैसी समस्या में कार्य करती है

बवासीर की समस्या में यह लाभकारी है इसे कुछ ही दिन में समस्या ठीक हो जाती है इसलिए आज हम आपको एलो सोकोट्रिना क्या है इसके लक्ष्ण इस्तेमाल फायदे नुक्सान सावधानियाँ परहेज की पूरी जानकारी देंगे

क्या है एलो सोकोट्रिना (what is aloe socotrina)

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एलो सोकोट्रिना होम्योपैथिक मेडिसिन है जो आपको 30ch , 200ch और 1m में किसी भी होम्योपैथिक स्टोर से मिल जाएगी जो मुख्या बवासीर और इसके साथ दिखाई देने वाले लक्ष्ण को ठीक करती है

अगर मरीज मल त्याग करता है और उसके मल के साथ अगर बहुत ज्यादा आंव निकलता है साथ ही अगर आपको Ibs की समस्या हो जाती है या आपको कब्ज की समस्या होती है थकान कमजोरी दर्द होता है तो यह मेडिसिन ले सकते है

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बहुत से व्यक्ति को बीमारी होती है और वह दवाइयां खाता रहता है लम्बे समय से जिसके कारण व्यक्ति कमजोर हो जाता है उसे थकान होने लगती है तो एसे व्यक्ति को एलो सोकोट्रिना दी जाती है यह कमजोरी थकान को दूर करती है

बवासीर के दोरान देखा गया है की मरीज को बहुत तेज सिर में दर्द होने लगता है मरीज को गुसा आता है एसे में यह मेडिसिन सिर के दर्द को ठीक करती है

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बहुत से व्यक्ति को भारी कब्ज की समस्या होती है मल त्याग करते समय बहुत जोर लगाना पड़ता है जिसके कारण गुदाद्वार छिल जाता है बवासीर की समस्या हो जाती है तो एलो सोकोट्रिना दी जाती है यह रेक्टम में असर करती है और बवासीर को ठीक करने में व्यक्ति की मदत करता है

लक्षण (symptoms)

एलो सोकोट्रिना का इस्तेमाल आपको अपने शरीर में दिखाई देने वाले लक्ष्ण के अनुसार करना है जानते है की कौन से लक्ष्ण में आप इस होम्योपैथिक मेडिसिन का इस्तेमाल कर सकते है

  • (1) . बच्चे या किसी बड़े व्यक्ति को जब दस्त लगती है तो मलद्वार सुन हो जाता है और मल पानी के रूप में बूंद बूंद करके निकलता है
  • (2) . खाना खाते ही अगर व्यक्ति को मल त्याग करने के लिए जाना पड़ता है जैसे 6 बजे खाना खाया और 6:5 मिनट पर ही मल त्याग होता है तो यह इसका मुख्या लक्ष्ण है
  • (3) . इसमें व्यक्ति को जब सिर दर्द होता है तो वह व्यक्ति अपनी आँखों को खोलकर रखता है और आँख बंद करते ही सिर का दर्द बढ़ जाता है
  • (4) . इसमें बवासीर अंगूर के गुच्छे के जैसे दिखाई देता है रेक्टम में बवासीर छोटे छोटे गुछे में उभरे हुए दिखाई देता है और मल त्याग करते समय अगर जोर लगाते है तो मसो से खून निकलता है
  • (5) . व्यक्ति को कब्ज की समस्या होती है और पेट साफ़ न होने के कारण व्यक्ति चिडचिडा हो जाता है और उसके सिर में दर्द उत्पन हो जाता है और व्यक्ति गुसा करने लगता है
  • (6) . एलो सोकोट्रिना का जो मरीज होता है वह जब सुबह उठता है तो वह सबसे पहले मल को त्याग करने के लिए ही जाता है
  • (7) . इसमें मरीज को मल त्याग करने से पहले पेट में बहुत तेज दर्द बना रहता है व्यक्ति बेचेन रहता है और मल त्याग करते है व्यक्ति के पेट का दर्द ठीक हो जाता है
  • (8) . एलो सोकोट्रिना मेडिसिन का मरीज जब पेशाब करने जाता है या हवा पाश करता है तो साथ ही मल त्याग हो जाता है यह लक्ष्ण बुजुर्ग में अधिक देखा गया है
  • (9) . एलो सोकोट्रिना के मरीज के यह सभी लक्ष्ण सुबह के समय अधिक बढ़ जाते है और जैसे ही मरीज खुली हवा में जाता है उसको आराम मिलता है यह इसका मुख्या लक्ष्ण है

उपर बताए गए सभी लक्ष्ण अगर आप में है तो आप एलो सोकोट्रिना होम्योपैथिक मेडिसिन का इस्तेमाल आसानी से कर सकते है यह लाभकारी है

इसका इस्तेमाल कैसे करना है (aloe socotrina uses)

एलो सोकोट्रिना मेडिसिन का इस्तेमाल उम्र लिंग कोई नई या पुरानी बिमारी को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है इस मेडिसिन की पोटेंसी व्यक्ति के उम्र के साथ बदल जाती है इसलिए उम्र के अनुसार इस मेडिसिन के सेवन की जानकारी देंगे

(1) . 40 से कम उम्र में 30ch का सेवन करे

अगर आपकी उम्र 40 से कम है और आपको बवासीर है या उपर बताए गए लक्ष्ण दिखाई दे रहे है तो एलो सोकोट्रिना 30ch में ले इसकी 2 बूंद का सेवन सुबह खाली पेट करे और 2 बूंद शाम को खाली पेट ले सीधा जीभ पर डालकर सेवन करे लगातार 1 महीने तक ले और 3 से 4 दिन में आपको समस्या से आराम मिलता है फिर दवाई लेते रहे

बीमारी :बवासीर और पेट की समस्या सिर दर्द
व्यक्ति की उम्र और पोटेंसी :40 से कम और 30ch पोटेंसी में ले
मात्रा :2 बूंद एक समय में
दिन में कितनी बार ले :दिन में 2 बार सुबह और शाम ले
खाना खाने के बाद या पहले :खाली पेट सेवन करे
किसके साथ ले :सीधा जीभ पर डालकर सेवन करे
कितने दिनों तक ले :1 महीने तक लगातार ले सकते है
ज्यादा मात्रा में सेवन न करे

(2) . 40 से ज्यादा उम्र में 200ch का सेवन करे

अब अगर आपकी उम्र 40 से ज्यादा है और बवासीर या अन्य समस्या है तो आपको इसे 200ch पोटेंसी में इस्तेमाल करना है आपको इसकी 2 बूंद का सेवन सीधा जीभ पर करना है रात को खाली पेट और दिन में सिर्फ एक बार सेवन करे रात के समय और 1m पोटेंसी में भी इस प्रकार ले सकते है उम्र 70 से ज्यादा

बिमारी :बवासीर और पेट की समस्या
व्यक्ति की उम्र और पोटेंसी :40 से ज्यादा और 200ch पोटेंसी
मात्रा :2 बूंद एक समय में ले
दिन में कितनी बार ले :दिन में 1 बार ले रात को
खाना खाने के बाद या पहले :खाना खाने से आधे घंटे पहले ले
किसके साथ ले :सीधा जीभ पर डालकर सेवन करे
कितने दिनों तक ले :1 महिना लगातार सेवन करे
डॉक्टर की सलाह ले (

लाभ (benefits)

एलो सोकोट्रिना मेडिसिन के फायदे इस प्रकार है

(1) . बवासीर के लिए बेस्ट है

बवासीर की समस्या में यह होम्योपैथिक मेडिसिन बहुत लाभकारी है अगर आपको बवासीर की समस्या है तो इसका सेवन करे 3 से 5 दिन में आपको आराम मिल जाएगा उसके बाद लगातार 1 महिना इस्तेमाल करे समस्या ठीक हो जाएगी

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(2) . सिर दर्द के लिए लाभकारी है

सिर दर्द की समस्या अधिकतर व्यक्ति को होती है और सिर का दर्द आगे की तरफ से पीछे की तरफ जाता है और आँखे बंद करने पर दर्द बढ़ जाता है तो यह मेडिसिन सिर दर्द के लिए बहुत फायदेमंद है

(3) . कमजोरी थकान को दूर करती है

अगर व्यक्ति बहुत ज्यादा कमजोर हो गया है बहुत ज्यादा थकान महसूस करता है और उसकी उम्र 60 से उपर है तो उसके लिए यह मेडिसिन बहुत ज्यादा फायदेमंद है यह कमजोरी और थकान को ठीक करने में मदत करती है

4) . कब्ज को ठीक करती है

बवासीर का सबसे बड़ा कारण कब्ज की समस्या होती है जब कब्ज होती है तो मल त्याग करने में बहुत ज्यादा जोर लगाना पड़ता है जिसके कारण गुदाद्वार छील जाता है और बवासीर होता है यह मेडिसिन कब्ज को ठीक करती है

(5) . Ibs को ठीक करती है

Ibs को इरिटेबल बाउल सिंड्रोम कहाँ जाता है और इसमें व्यक्ति को डायरिया , कब्ज , पेट में दर्द , सुजन , गैस , अपच जैसी समस्या होती है यह सभी लक्ष्ण एलो सोकोट्रिना से मिलते है इसलिए Ibs के लिए यह मेडिसिन लाभकारी है

(6) . दवा की ओवरडोज़ के बाद की समस्या में बेस्ट है

बहुत से व्यक्ति बहुत लम्बे समय से बहुत सी अलग अलग मेडिसिन का सेवन करते आ रहे है जिसके कारण उनका शरीर कमजोर हो गया है थकान रहती है तो दवा के ओवरडोज़ की समस्या के लिए यह मेडिसिन लाभकारी है

(7) . मासिक धर्म में लाभकारी है

महिलाओं के लिए यह मेडिसिन बहुत लाभकारी है मासिक धर्म के कारण जो दर्द की समस्या होती है उसके लिए यह मेडिसिन ले सकते है यह दर्द को ठीक करती है इसी के साथ ल्यूकोरिया के लिए भी यह मेडिसिन लाभकारी है

(8) . मानसिक रोग में लाभकारी है

एक उम्र के बाद मानसिक रोग में भी यह मेडिसिन लाभकारी है अगर व्यक्ति को बिना वजह गुसा आता है चिडचिडा रहता है चिंता में रहता है तनाव डिप्रेशन है तो यह मेडिसिन का सेवन करे बहुत लाभकारी है

(9) . वैरिकोज वेन्स में लाभकारी है

वैरिकोज वेन्स की समस्या में भी यह मेडिसिन लाभकारी है इसमें वैरिकोज वेन्स की नसे बढ़ी हुई आपको दिखाई देती है यह नसे आपको त्वचा के निचे दिखाई देती है और यह नीली दिखाई देती है इस समस्या में भी यह मेडिसिन लाभकारी है

नुक्सान (side effects)

एलो सोकोट्रिना होम्योपैथिक मेडिसिन के इस्तेमाल से हमारे शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है परन्तु फिर भी आपको ज्यादा मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए खुराक के अनुसार ले

अगर आपको ज्यादा मात्रा में सेवन करने से कोई दुश्प्र्भवा होता है तो आपको इसका सेवन रोक देना है और अपने डॉक्टर की सलाह लेनी है उसके बाद ही सेवन करना है

सावधानियां (precautions)

इस मेडिसिन के इस्तेमाल से पहले आपको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए जो इस प्रकार है

(1) . एलर्जी होने पर न ले

अगर आपको इस मेडिसिन से एलर्जी की समस्या है तो आपको इस मेडिसिन का सेवन नहीं करना है आपको डॉक्टर की सलाह लेनी है

(2) . शराब के साथ न ले

इस मेडिसिन के लेते समय आपको ध्यान रखना है की आपको शराब का सेवन नहीं करना है इसे दुष्प्रभाव हो सकते है

(3) . ड्राइव करते समय न ले

ड्राइव करते समय आपको इस होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन नहीं करना चाहिए क्युकी इसके सेवन से नींद आने की समस्या होती है एसे में ड्राइव करने से समस्या हो सकती है

(4) . एक खुराक के साथ दूसरी न ले

अगर आपकी सुबह की खुराक छुट गई है तो आपको दोपहर की खुराक के साथ सुबह की खुराक का सेवन नहीं करना है पहली खुराक को छोड़ दे उसी समय की खुराक ले

(5) . प्रेगनेंसी में डॉक्टर की सलाह ले

प्रेगनेंसी के दोरान इस होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरुरी होता है ताकि आपको और आपके बच्चे को कोई समस्या उत्पन न हो

(6) . exp date को जरुर चेक करे

जब भी इस होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन के लिए जाए तो अपने लक्षणों के बारे में बताए और exp date को देखने के बाद ही मेडिसिन का सेवन करे

एलो सोकोट्रिना के इस्तेमाल से पहले आपको उपर बताई गई बातो का ध्यान रखना है

परहेज

इस मेडिसिन के सेवन से पहले आपको कुछ परहेज भी करने है जो बहुत ज्यादा जरुरी होते है तभी यह मेडिसिन अच्छा असर करती है

  • (1) . कच्चे प्याज और लहसुन का सेवन आपको नहीं करना है
  • (2) . कच्चे टमाटर का सेवन सीधा न करे
  • (3) . किसी प्रकार की खटाई का सेवन न करे
  • (4) . निम्बू और निम्बू के रस का सेवन न करे
  • (5) . चाय कॉफ़ी का सेवन कम मात्रा में करे
  • (6) . मांस मछली का सेवन ज्यादा न करे
  • (7) . किसी भी प्रकार के आचार का सेवन न करे

इस मेडिसिन के अछे फायदे के लिए यह परहेज जरुर करे

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको aloe socotrina uses in hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी और अब आपको इसे जुडी अन्य कोई समस्या नहीं होगी एक बात का ध्यान रखे की यह मेडिसिन एकदम से असर नहीं करती है इसे 2 से 3 दिन का समय लगता है समस्या को कम करने में इसलिए लगातार 5 दिन खाए और आराम मिलने पर 1 महिना लगातार सेवन करे

जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . यह मेडिसिन कितने घंटे में असर दिखाती है?

ans . यह मेडिसिन आपके शरीर में 1 दिन के ज्यादा समय में असर करती है परन्तु इसका असर अच्छा दिखिया देता है|

Q . क्या इस मेडिसिन को ड्राइव करते समय ले सकते है?

ans . इस मेडिसिन को ड्राइव करते समय लेना खतरनाक होता है क्युकी इसे नींद आने की समस्या उत्पन हो सकती है|

Q . इस मेडिसिन को कितने दिन लेना चाहिए?

ans . इस मेडिसिन को 5 दिन लगातार ले आराम मिलने पर 1 महिना लगातार सेवन करे|

Q . क्या इसके सेवन से दुष्प्रभाव हो सकता है?

ans . इस होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन से आपको किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है अगर कोई समस्या होती है तो डॉक्टर की सलाह ले|

Q . क्या 1m पोटेंसी में इस मेडिसिन को ले सकते है?

ans . 1m पोटेंसी में इस मेडिसिन को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर ले|

Q . क्या शराब के साथ इसका सेवन कर सकते है?

ans . जब यह मेडिसिन का सेवन करे तो शराब का सेवन बिलकुल भी नहीं करना है|

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