गठिया की समस्या 50 की उम्र के बाद बुजुर्गो में देखी जाती है इसके लिए बहुत से बुजुर्ग व्यक्ति उलझन में होते है गठिया में कौन सा तेल लगाना चाहिए क्युकी गठिया में जोड़ो में दर्द होता है

गठिया होने पर जोड़ो में बहुत तेज दर्द अकडन सुजन जैसी समस्या होती है जिसके कारण व्यक्ति का चलना उठना बैठना मुश्किल हो जाता है एसा जोड़ो में कार्टिलेज में कमी के कारण होता है

हमारे जोड़ो के दोनों हडियों के बीच में कार्टिलेज होता है जब इसमें कमी हो जाती है तो जोड़ो की हडियाँ चलते समय आपस में घिसने लगती है जिसके कारण दर्द और सुजन हो जाती है

इसके लिए मेडिसिन भी चलती है परन्तु इसी के साथ बहुत से तेल है जिनके इस्तेमाल से आप गठिया में होने वाले दर्द और सुजन को कम कर सकते है इसके लिए हम आपको कुछ तेल के बारे में बताएगे जो गठिया में लाभकारी है

गठिया में कौन सा तेल लगाना चाहिए

गठिया में आप कुछ तेल का इस्तेमाल करके दर्द और सुजन को कम कर सकते है जानते है उन तेल के बारे में

(1) . लहसुन के द्वारा बनाए गए तेल का इस्तेमाल करे

गठिया में दर्द के लिए सबसे अच्छा है लहसुन क्युकी यह दर्द और सुजन को कम करने के लिए बहुत लाभकारी है क्युकी लहसुन में विटामिन सी , विटामिन बी-6 , फास्फोरस , कैल्शियम , मैग्नेशियम पाया जाता है

आपको इसके लिए सरसों के तेल को लेना है और उसमे लहसुन के छोटे छोटे पीस को काटकर डाल देना है उसके बाद उस तेल को हल्की आंच पर गर्म करे और थोडा ठंडा होने के बाद उस तेल से मालिश करे इसे आराम मिलेगा

(2) . नारियल का तेल का इस्तेमाल करे

गठिया की समस्या में आपको नारियल के तेल का भी इस्तेमाल करना चाहिए क्युकी नारियल के तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाते है जो गठिया की समस्या के लिए लाभकारी है आप रोज प्रभावी हिसे में नारियल का तेल लगा सकते है इसे सुजन कम हो जाती है इसके लिए आपको इसका इस्तेमाल रोज करना है

(3) . कपूर के तेल का इस्तेमाल करे

कपूर के तेल का इस्तेमाल बहुत चीजो में किया जाता है अगर आप गठिया में कपूर के तेल का इस्तेमाल करते है तो सुजन और दर्द से राहत मिल जाएगी इसके लिए आप कपूर को ले और उस कपूर को आपको छोटे छोटे टुकडो में तोड़ लेना है

उसके बाद आपको थोडा सरसों का तेल लेना है और उसमे आपको कपूर डालना है उसके बाद उसे हलकी आंच पर गर्म करना है उसके बाद उसे निकाल ले और बिलकुल ठंडा कर ले उसके बाद आप इसका इस्तेमाल रोज थोडा थोडा करे

(4) . दालचीनी के तेल का इस्तेमाल करे

दालचीनी के तेल का इस्तेमाल गठिया में आसानी से कर सकते है दालचीनी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो दर्द और सुजन जो कम करता है जिसे आराम मिलता है उसके लिए आपको नारियल का तेल लेना है उस तेल में आपको दालचीनी का पाउडर डालना है और उसे गर्म करना है जब उसका रंग बदल जाए तो उसे अलग निकाल ले और उसका इस्तेमाल करे

(5) . अरंडी के तेल का इस्तेमाल करे

गठिया में अरंडी का तेल बहुत ज्यादा लाभकारी है इसके इस्तेमाल से दर्द और सुजन से आराम मिलता है इसी के साथ अगर मांशपेशियो में दर्द होता है तो उसे भी अरंडी का तेल कम कर देता है उसके लिए आप अरंडी के तेल को जोड़ो पर लगा सकते है उसे मालिश करे आपको आराम मिलेगा

(6) . तील के तेल का इस्तेमाल करे

तील के तेल में लिग्नांस एंटी इंफ्लेमेटरी के कारण यह इन्फ्लेमेशन को कम करता है जिसे गठिया की समस्या में आराम मिलता है इसी के साथ इसमें एंटी-नोसिसेप्टिव गुण है जो मुख्या दर्द और सुजन को कम करता है जिसे गठिया में बहुत आराम मिलता है इसके लिए आप तील के तेल को हल्का गर्म करके जोड़ो में असानी से लगा सकते है इसे अराम मिलेगा

(7) . पोदीने के तेल का इस्तेमाल करे

पोदीने का तेल गठिया में बहुत लाभकारी है पोदीने के तेल को आप जोड़ो में लगा सकते है इसे दर्द और सुजन से आराम मिलेगा इसी के साथ मांशपेशियों में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है पोदीने के तेल में मेन्थॉल पाया जाता है जिसके कारण यह एंठन दर्द सुजन के लिए लाभकारी है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको गठिया में कौन सा तेल लगाना चाहिए इसके बारे में पता चल गया होगा और अब आप सही तरीके से तेल का इस्तेमाल कर सकते है एक बात का ध्यान रखे एक ही दिन सभी तेल का इस्तेमाल न करे आप हफ्ते के अनुसार तेल को बदल सकते है

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जानिए कुछ सवालों के जवाब

Q . गठिया रोग किस कमी से होता है ?

ans . धीरे धीरे कार्टिलेज में कमी होने के कारण गठिया रोग हो जाता है |

Q . गठिया रोग के लिए योग ?

ans . सेतुबंधासन , भुजंगासन , वज्रासन , अंजनेयासन |

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