हार्मोन कई प्रकार के होते है और हार्मोन की कमी से होने वाले रोग भी अलग अलग होते है जिनकी समस्या अधिकतर लोगो में देखि जाती है हार्मोन की कमी से शरीर में अलग अलग समस्या हो जाती है
हार्मोन शरीर में अंगो को सही प्रकार से कार्य कराने में मदत करते है शरीर में हार्मोन की अलग अलग ग्रंथि होती है जैसे थायराइड ग्रंथि , पैंक्रियाज ग्रंथि , पिट्यूटरी ग्रंथि जो अलग अलग हार्मोन का संचालन करती है
हार्मोन को हमारा शरीर खुद तेयार करता है जिसे हम केमिकल भी कहते है जो हमारे शरीर को हमेशा कार्य करनी की शक्ति प्रदान करता है हार्मोन के बिना हम जिन्दा नहीं रह सकते है
पिट्यूटरी ग्रंथि यह मुख्या ग्रंथि है जो दिमाग के पिछले हिसे में होती है और यह ग्रंथि सभी ग्रंथि को कण्ट्रोल करती है इसके अन्दर से 13 हार्मोन निकलते है जिसमे से 6 हार्मोन बहुत अधिक महत्वपूर्ण है
थायराइड ग्रंथि यह हमारी गले के अन्दर होती है जो थायरोक्सिन नामक हार्मोन को निकालती है जो हमारे शरीर के लिए जरुरी है और इसमें से निकला हार्मोन पिट्यूटरी ग्रंथि के साथ मिलकर शरीर में पानी की कमी को दूर करता है
पैंक्रियाज ग्रंथि इस ग्रंथि से तीन प्रकार के हार्मोन निकलते है उसमे से मुख्या हार्मोन है इन्सुलिन जो ब्लड में गुलुकोज़ की मात्रा को नियमित रखता है जिसे मधुमेह का खतरा नहीं होता है
यह ग्रन्थिया हार्मोन का उत्पादन कर शरीर को कार्य करने में मदत करती है परन्तु अगर हार्मोन सही मात्रा में ना निकले या जादा मात्रा में निकलने लगे तो हार्मोन की कमी से अलग अलग होने वाले रोग का खतरा बढ़ जाता है जो इस प्रकार है
हार्मोन की कमी से होने वाले रोग
हार्मोन की कमी से कौन से रोग होते है जानते है उनके बारे में जो इस प्रकार है
(1) . थायराइड हो जाता है
हार्मोन की कमी से थायराइड रोग हो जाता है जो थायरोक्सिन हार्मोन की कमी के कारण होता है इस समस्या में सुजन हो जाती है या शरीर पतला होने लगता है
(2) . शुगर हो जाता है
शुगर की समस्या अधिकतर लोगो है जिनको शुगर है और यह समस्या इन्सुलिन हार्मोन की कमी के कारण होता है इसमें पैंक्रियाज ग्रंथि से इन्सुलिन कम मात्रा में निकलने लगता है जिसे रक्त में गुलुकोज़ की मात्रा बढ़ जाती है और शुगर हो जाता है
(3) . क्रीटीनिज्म रोग हो जाता है
क्रीटीनिज्म एक एसी बिमारी है जो थायरिक्सन की कमी के कारण होता है इस समस्या में बच्चे की हाईट नहीं बढती है और हडियाँ कमजोर होने लगती है और हार्ट की गति भी कम हो जाती है और यह हार्मोन की कमी से होने वाले रोग में एक है
(4) . मेक्सेडीमा रोग हो जाता है
हार्मोन की कमी से थायरिक्सन की समस्या होती है जो हार्मोन की कमी के कारण होता है इसमें बाल झड़ने लगते है सफ़ेद होने लगते है और बालो की नमी खत्म होने लगती है
(5) . हाथीमाटो रोग हो जाता है
यह भी थायरिक्सन हार्मोन की कमी के कारण होता है क्युकी इस समस्या है थायरिक्सन हार्मोन निकलना बिलकुल बंद हो जाता है थायराइड ग्लैंड नष्ट हो जाती है यह हार्मोन की कमी से होता है
(6) . हाइपोकैल्शियम रोग हो जाता है
यह समस्या पेराथायराइड हार्मोन की कमी के कारण होती है जिसके कारण कैल्शियम की कमी हो जाती है यह समस्या विटामिन डी की कमी के कारण भी हो जाता है
(7) . टिटेनी रोग हो जाता है
हार्मोन की कमी से टिटेनी रोग हो जाता है जो पेराथायराइड हार्मोन की कमी के कारण होता है इसे मांशपेशियों में एंठन हो जाती है दर्द होता है
(8) . बोनापन रोग हो जाता है
हार्मोन की कमी से बोनापन की समस्या हो जाती है जो की ग्रोथ हार्मोन की कमी के कारण होता है इसमें हाईट रुक जाती है या बोना ही रह जाता है
हार्मोन की कमी होने पर कुछ अन्य समस्या
हार्मोन की कमी से शरीर में और भी कई प्रकार की समस्या होने लगती है जो इस प्रकार है –
(1) . बहुत अधिक थकान होने लगती है
(2) . कब्ज की समस्या हो जाती है
(3) . वजन बढ़ने लगता है
(4) . तनाव की समस्या हो जाती है
(5) . बाल झड़ने की समस्या उत्पन हो जाती है
निष्कर्ष
आशा करते है की आपको पता चल गया होगा की हार्मोन की कमी से होने वाले रोग के बारे में हार्मोन हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक जरुरी होता है अगर आपको लगे की आपके शरीर में हार्मोन की कमी है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए और जांच करवाए क्युकी हार्मोन की कमी से गंभीर बिमारी भी हो सकती है
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जानिए कुछ सवालों के जवाब
Q . हार्मोन की कमी कैसे दूर करे ?
ans . ब्रोकोली का सेवन करे , अनार का सेवन करे , अलसी का सेवन करे , फेटि मछली का सेवन करे हार्मोन की कमी को दूर करने के लिए |
Q . पैरा हार्मोन की कमी से कौन सी बीमारी होती है?
ans . पैरा हार्मोन की कमी से मांशपेशियों में एंठन , सांस की समस्या हो जाती है |
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