बच्चेदानी में गांठ होने पर क्या नहीं खाना चाहिए क्या आपको इसके बारे में पता है अगर नहीं पता तो चलिए जानते है जिसे आप उन खाने से परहेज करे जिसे समस्या बढती है
बच्चेदानी में गांठ की समस्या को गर्भाशय फाइब्रॉएड (Uterine Fibroids) कहाँ जाता है फाइब्रॉएड बच्चेदानी में होने वाला सबसे आम नॉन कैंसरस ट्यूमर होता है और इसके होने पर लक्ष्ण दिखाई देते है
लम्बे समय तक और ज्यादा ब्लीडिंग होना , मासिक धर्म बहुत जल्दी जल्दी होना , मासिक धर्म में पेट दर्द अधिक होना , बार बार पेशाब जाना , कब्ज की समस्या होना , आदि लक्ष्ण दिखाई देते है
आज के समय में खान पान समस्या को और अधिक बढ़ा देता है इसके लिए आपको पता होना जरुरी है की आपको यूट्रस में गांठ होने पर किन किन चीजो से परहेज करना है चलिए जानते है
बच्चेदानी में गांठ होने पर क्या नहीं खाना चाहिए
जानते है बच्चेदानी में गांठ होने पर आपको किन चीजो से परेहज करना है जो इस प्रकार है
(1) . फ़ास्ट फ़ूड से बचे
फ़ास्ट फ़ूड का सेवन आपकी बच्चेदानी में गांठ की समस्या को बढ़ा सकता है फ़ास्ट फ़ूड में अधिक मात्रा में तेल और मसाले होते है जो पेट को फुला कर रखता है बच्चेदानी में गांठ के दोरान पेट में दर्द होता है मासिक धर्म में अधिक ब्लीडिंग होती है एसे में फ़ास्ट फ़ूड का सेवन पेट में दर्द और ब्लोटिंग को बढ़ा सकता है
(2) . लाल मांस का सेवन न करे
बच्चेदानी में गांठ होने के बाद महिला को किसी भी प्रकार का लाल मांस नहीं खाना चाहिए क्युकी लाल मांस में एस्ट्रोजेन और अन्य हार्मोन अधिक होते है और अगर एस्ट्रोजेन की संख्या अधिक हो जाती है तो इसे पीरियड्स में समस्या , थकान , चिंता , डिप्रेशन , सिर में दर्द की समस्या होती है
(3) . संतृप्त वसा युक्त खाना न खाए
बच्चेदानी में गांठ की समस्या में आपको ध्यान रखना है की आपको संतृप्त वसा युक्त खाने से दुरी बनाकर रखनी है इसे आपकी समस्या बढ़ सकती है आपको एवोकाडो , अंडे की जर्दी , सॉसेज , पेस्ट्री का सेवन बिलकुल भी नहीं करना है संतृप्त वसा युक्त भोजन सुजन को बढाता है जिसे समस्या हो सकती है
(4) . एल्कोहल का सेवन न करे
एल्कोहल आपके शरीर के लिए बहुत ज्यादा नुक्सानदायक है अगर आपको बच्चेदानी में गांठ की समस्या है तो आपको एल्कोहल या किसी भी धुम्रपान का सेवन नहीं करना है एल्कोहल एसे हार्मोन की स्तर को बढ़ा देता है जिसे बच्चेदानी में गांठ बढ़ने लगती है और यह सुजन को भी उत्पन कर सकता है
(5) . प्लासटिक पैकेट में बंद युक्त खाद्य प्रदार्थ का सेवन न करे
प्लासटिक पैकेट में बंद युक्त खाद्य प्रदार्थ आपके लिए समस्या का कारण बन सकते है बच्चेदानी में गांठ होने पर आपको पैकेट वाली खाने की चीजो का सेवन नहीं करना है एसे खाद्य प्रदार्थ में नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है जिसके कारण ब्लोटिंग की समस्या बढ़ जाती है
(6) . प्रोस्टेड फ़ूड का सेवन न करे
बच्चेदानी में गांठ की समस्या के दोरान आपको प्रोस्टेड फ़ूड से दुरी बनाकर रखनी है क्युकी इनके सेवन से हमारे शरीर में सुजन की समस्या उत्पन होती है जिसके कारण आपकी बच्चेदानी में गांठ का अकार बड़ा हो सकता है इसलिए आपको प्रोस्टेड फ़ूड का सेवन नहीं करना है
(7) . उड़द की दाल का सेवन न करे
आपकी बच्चेदानी में गांठ की समस्या को उड़द की दाल भी आसानी से बढ़ा सकती है इसलिए बच्चेदानी में गांठ की समस्या के दोरान आपको उड़द की दाल के सेवन से बचना चाहिए इसके सेवन से एसिडिटी , पेट दर्द , यूरिक एसिड बढ़ जाना जैसी समस्या होती है यह गांठ को भी बढ़ा सकती है
(8) . कैफीन युक्त प्रदार्थ का सेवन न करे
ज्यादा कैफीन युक्त प्रदार्थ हमारे लिए नुक्सानदायक होते है बच्चेदानी में गांठ की समस्या में आपको कैफीन युक्त प्रदार्थ का सेवन नहीं करना है
आपको चाय , कॉफ़ी , स्टिंग , रेड बुल , कोल्ड्रिंक आदि का सेवन नहीं करना है इसे आपके पेट में दर्द , सिर दर्द , थकान , पानी की कमी हो जाती है जिसे बच्चेदानी में गांठ के दोरान और ज्यादा समस्या उत्पन हो सकती है
(9) . खट्टे फलो का सेवन न करे
जिन महिलाओं को बच्चेदानी में गांठ की समस्या होती है उन महिलाओं को खट्टे फलो के सेवन से मना किया जाता है क्युकी खट्टे फलो के सेवन से एसिडिटी , पेट दर्द , पेट में गैस की समस्या को उत्पन कर सकते है जिसे बच्चेदानी में गांठ की समस्या बढ़ जाती है
बच्चेदानी में गांठ होने पर आपको उपर बताए गए खाद्य प्रदार्थ से दुरी बनाकर रखनी है और समय अनुसार डॉक्टर से जांच करवाए
बच्चेदानी में गांठ होने के कारण
बच्चेदानी में गांठ होने के मुख्या कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है परन्तु कुछ अन्य कारण होते है जो इस प्रकार है
(1) . अगर किसी माहिला का वजन अधिक है
(2) . लाल मांस का सेवन अधिक मात्रा में करना
(3) . विटामिन डी की कमी होने के कारण
(4) . महिलाओ में एस्ट्रोजेन हार्मोन बच्चेदानी में गांठ कारण बनती है
(5) . शराब का सेवन अधिक करने के कारण
(6) . अगर किसी महिला ने कभी किसी भी बच्चे को जन्म न दिया हो
(7) . गर्भनिरोधक का अधिक सेवन के कारण
बच्चेदानी में गांठ होने के यह कुछ अन्य कारण है
निष्कर्ष
आशा करते है की आपको बच्चेदानी में गांठ होने पर क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में पता चल गया होगा और अब आप सभी बातो का ध्यान रखोगी अगर आपको बच्चेदानी में गांठ के दोरान समस्या होती है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और जांच करवानी चाहिए
related topic
r10 homeopathic medicine का इस्तेमाल सिर दर्द मासिक धर्म कमजोरी में किया जाता है
primolut n tablet uses in hindi का इस्तेमाल मासिक धर्म में किया जाता है
जानिए कुछ सवालो के जवाब
Q . कैसे पता चलता है बच्चेदानी में गांठ है?
ans . जब किसी महिला को बच्चेदानी में गांठ होती है तो पेट के निचले हिसे में दर्द होता है , बार बार पेशाब जाने की समस्या होती है , मासिक धर्म जल्दी जल्दी आते है , मासिक धर्म में दर्द और ब्लीडिंग ज्यादा होती है इन लक्षणों के आधार पर जांच करवानी चाहिए और पता चलता है बच्चेदानी में गांठ है|
Q . क्या किसी महिला को बच्चेदानी में गांठ नुक्सान पहुचा सकती है?
ans . कुछ महिलाओ में बच्चेदानी में गांठ का पता नहीं चलता है उनमे किसी प्रकार का लक्ष्ण दिखाई नहीं देता है उन्हें कोई समस्या नहीं होती है परन्तु कुछ महिलाओं में यह समस्या का कारण बन जाता है लक्ष्ण बढ़ जाते है एसे में जाँच जरुरी होती है इसकी जाँच के लिए अल्ट्रासाउंड किया जाता है|
डिस्क्लेमर – जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर प्रकार से प्रयाश किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी thedkz.com की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है