जिन लोगो के पास कार है उनमे से अधिकतर को पता होता है कूलेंट टेम्परेचर सेंसर क्या है यह वाटर एल्बो में लगा होता है जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
इस sensor का इस्तेमाल इंजन के अन्दर चल रहे coolant का temperature मापने के लिए किया जाता है लेकिन अगर यह sensor खराब हो जाता है तो इसे बहुत ज्यदा समस्या हो सकती है
लेकिन समस्या यह है की अभी तक बहुत से लोगो को पता नहीं है की यह sensor खराब होने पर क्या symptoms देखने को मिलते है या dashboard में कोनसी warning light जलती है
आज हम आपको बताएगे की क्या होता है कूलेंट टेम्परेचर सेंसर और यह कैसे काम करता है इसके खराब होने पर क्या symptoms आपको अपनी कार में देखने को मिल जाएगा जानते है इसके बारे में
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर क्या है
coolant sensor सभी कारो में वाटर एल्बो में लगा होता है इस sensor का आगे वाला हिसा coolant के अन्दर डूबा होता है ताकि यह coolant का temperature माप सके
यह sensor गोल्डन color का होता है यह sensor 2 पिन का होता है और इस sensor के साथ आपकी कार का रेडिएटर फेन जुड़ा होता है अगर यह sensor खराब होता है
तो आपकी कार का रेडिएटर फेन चालु नहीं होगा क्युकी यह sensor ecm को signal नहीं बेझ पाता जिसके कारण ecm फेन को on नहीं करता और कार का इंजन गर्म हो जाता है
इस sensor की एक ख़ास बात यह है जब आपकी कार का coolant बिलकुल ठंडा होगा तो coolant sensor का om 2000 होता है और जब आपकी कार का coolant गर्म हो जाता है तो यह om 200 पर आ जाते है
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर काम कैसे करता है
Coolant temperature sensor वाटर एल्बो में लगा होता है और इसके साथ ही थर्मोस्टेट वाल भी लगा होता है इस एल्बो में से coolant पुरे इंजन में घूमता है ताकि coolant इंजन के temperature को बराबर रखे इंजन को गर्म ना होने दे क्युकी coolant का मुख्या काम इंजन को उचित तापमान पर रखना है
उसी जगह लगा होता है Coolant sensor जो coolant के temperature को सेन्स करता है की coolant कितना गर्म है और कितना ठंडा और इस signal को यह sensor ecm तक भेजता है
और इस signal से ही ecm को इंजन का सही temperature पता चल पाता है लेकिन कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का जो रेजिस्टेंस होता है वह coolant के temperature के हिसाब से बदलता रहता है
जब इंजन के अन्दर coolant का temperature बढ जाता है या coolant गर्म हो जाता है तो कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का रजिस्टेंस कम हो जाता है
और जब coolant का temperature कम होता है या coolant ठंडा होता है तो कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का रेजिस्टेंस बहुत जादा होता है
जब coolant बिलकुल गर्म होता है उस समय sensor का रेजिस्टेंस 200 Ω ohm होता है , और जब coolant ठंडा हो जाता है तब sensor का रेजिस्टेंस 2000 से 3000 Ω ohm पर होता है
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर ही कार की स्टार्टिंग को बनाए रखता है क्युकी जब आपकी कार का इंजन ठंडा होता है तो इंजन को उस समय जादा फ्यूल की जरूरत होती है और जब इंजन गर्म होता है
तो उसे कम फ्यूल और जादा air की जरूरत होती है और यह सब जानकारी ecm को कूलेंट टेम्परेचर सेंसर देता है और ecm इस सभी जानकारी से स्टार्टिंग को control करता है
फ्यूल इंजेक्टर को कितना फ्यूल देना है यह सब काम करता है इस प्रकार यह sensor काम करता है
खराब कूलेंट टेम्परेचर सेंसर के लक्ष्ण
यह सभी कारो में लगा होता है और जब आपकी कार का कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होता है तो आपको बहुत से symptoms देखने को मिल जायेगे जानते है उन symptoms के बारे में
(1) . check engine light on हो जाना
आपकी कोई भी कार हो अगर कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होता है तो आपको सबसे पहले dashboard मीटर में check engine light देखने को मिल जाती है
यह light हमें warning देती है कार रोकने की इसलिए जब भी आपकी कार में check engine light on हो तो साथ ही कार रोक दे और चेक करे
(2) . Mileage ड्राप होना
दूसरा symptoms आपको जो देखने को मिलेगा इस sensor के ख़राब होने पर वह है mileage का ड्राप हो जाना जब coolant temperature sensor खराब होता है
तो mileage कम हो जाती है क्युकी यह sensor को ecm को signal नहीं भेज पाता जिसे ecm को पता नहीं चल पाता coolant का तापमान जिसे ecm अपनी मर्जी से इंजेक्टर को फ्यूल की सप्लाई करता है
(3) . रेडिएटर फेन बंद हो जाना
एक बात हमेशा ध्यान रखना की जब भी आपकी कार का कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होता है तो सबसे पहले आपकी कार का रेडिएटर फेन बंद हो जाएगा
जिसके कारण आपकी कार का इंजन गर्म होने के कारण सीज भी हो सकता है इसलिए जब भी फेन बंद हो जाए तो संबसे पहले कूलेंट टेम्परेचर सेंसर को check करे
(4) . black smoke की समस्या होना
इंजन का temperature और फ्यूल मिक्सर खराब होने के कारण आपकी कार में black smoke की समस्या हो जाती है और मिक्सर ख़राब कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होने के वजह से होता है
इसलिए जब आपकी कार का कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होता है तो आपकी कार में black smoke की समस्या हो सकती है
(5) . स्टार्टिंग लेट हो जाना
स्टार्टिंग का लेट हो जाना जब कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होता है तो यह ecm को signal नहीं भेज पाता coolant गर्म है या ठंडा जिसके कारण ecm को पता ही नहीं चल पाता इंजन ठंडा है या गर्म
जिसके कारण ecm इंजेक्टर को फ्यूल की सप्लाई कम जादा करते रहता है जिसके कारण आपकी कार की स्टार्टिंग लेट हो जाती है तो coolant temperature sensor बड़ा कारण है स्टार्टिंग लेट होने का
(6) . इंजन गर्म हो जाना
जब कूलेंट टेम्परेचर सेंसर ख़राब होता है तो आपकी कार जल्दी जल्दी गर्म हो जाती है आप कुछ दूर कार चलाओगे और coolant पूरा गर्म हो जाएगा
एसा इसलिए होता है क्युकी कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब हो जाता है जिसके कारण फेन on नहीं हो पाता जिसके कारण कार गर्म हो जाती है
(7) . rough idling की समस्या होना
rough idling की समस्या कार के अधिकतर sensor के खराब होने के वजह से होती है उन्ही में से एक कूलेंट टेम्परेचर सेंसर है जब यह खराब होता है तो rough idling की समस्या होती है
(8) . इंजन की पॉवर कम हो जाना
अगर आपकी कार का इंजन जल्दी जल्दी गर्म होगा फ्यूल का मिक्सर सही नहीं होगा तो यह जाहिर सी बात है आपकी कार की पॉवर कम हो जाएगी लेकिन जब यह sensor खराब होता है
तो भी इंजन की पॉवर कम हो जाती है इंजन लोड बहुत लेने लगता है तो यह सभी symptoms आपको देखने को मिल जायेगे इस sensor के खराब होने से
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होने के कारण
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर खराब होने के कारण बहुत से कारण होते है जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा जो इस प्रकार है
(1) . bad Coolant temperature sensor
सबसे पहला कारण होता है कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का ही खराब होना यह sensor 100 में से 50 कारो का खराब हो जाता है क्युकी यह sensor coolant के अन्दर डूबा होता है
और मोस्चर के कारण यह sensor खराब हो जाता है यह sensor जादा महंगा नहीं होता आप इसे आसानी से Change करा सकते है
(2) . fuse और relay का खराब होना
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का काम ना करने का दूसरा कारण होता है फ्यूज या रीले का खराब होना अगर आपकी कार का coolant temperature sensor का फ्यूज खराब हो जाता है
तो भी आपका यह sensor काम करना बंद कर देगा क्युकी सेंसर ecm से 5 वाल्ट का signal नहीं मिल पाएगा इसलिए एक बार फ्यूज और रीले चेक कर ले
(3) . wiring का ख़राब होना
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर के फ़ैल होने का एक बड़ा कारण होता है वायरिंग का कट जाना सबसे जादा कार में कूलेंट टेम्परेचर सेंसर की ही वायर टूटती है
जिसके वजह से signal नही मिल पाता सेंसर को , टाटा इंडिगो , ford Figo , इन कारो में आपको वायर टूटी ज्यादा देखने को मिलेगी
(4) . connecter का खराब होना
connecter किसी भी sensor और wiring को जोड़ने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते है क्युकी कई बार sensor भी ठीक होता है और wiring और फ्यूज relay सब सही होता है
लेकिन connecter में समस्या होती है connecter के पास वायरिंग टूट जाती है या connecter ढीला पड़ जाता है connecter को हमेशा चेक करे
(5) . ecm में समस्या होना
ecm engine control module यह सभी कारो में लगा होता है और सभी sensor को ecm ही control करता है कार स्टार्ट भी इसी के कारण होती है
अगर आपकी कार में सब कुछ सही है sensor भी सही है वायरिंग भी सही है connecter भी सही है तो आपको एक बार ecm को चेक कर सकते है लेकिन उसे पहले ecm के भी connecter चेक कर ले डस्ट तो नहीं है |
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर वार्निंग लाइट क्या है
एक check engine light और दूसरी होती है कूलेंट टेम्परेचर सेंसर वार्निंग लाइट जो red color की होती है यह light dashboard में तब आती है
जब आपकी कार overheat हो गयी हो बहुत गर्म हो जाती है तब यह warning light हमें dashboard में देखने को मिलती है यह light on होते ही कार को बंद कर देना पड़ता है
और यह light कई कारण से आती है एक बात का हमेशा ध्यान रखे की जब भी आपकी कार गर्म हो जाती है तो आपको सबसे पहले इंजन को ठंडा करना है इंजन के ऊपर पानी डालकर
एकदम से रेडिएटर का ढकन खोलकर रेडिएटर में पानी नहीं डालना है पहले इंजन को ठंडा करना है फिर आराम से रेडिएटर का ढकन खोलना है उसके बाद
कार को स्टार्ट करना है और फिर पानी डालना है कभी भी गर्म कार को बंद करके रेडिएटर में पानी नहीं डालना चाहिए इसे आपको बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है
यह light आती है इंजन गर्म होने के वजह से और इंजन overheat कई कारणों से होता है जैसे
(1) . फेन का बंद हो जाना
अगर चलती कार का फेन बंद हो जाए तो भी आपकी कार overheat होगी चलते चलते गर्म हो जाएगी इसे इंजन तक सीज हो सकता है
(2) . Coolant temperature sensor का खराब होना
कार के overheat होने का दूसरा कारण है कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का खराब होना क्युकी यह ecm को signal भेज पाता है और ना ecm से signal ले पाता है और फेन on नहीं हो पाता और कार overheat होती है
(3) . थर्मोस्टेट वाल का ख़राब होना
थर्मोस्टेट वाल ज्यादातर मकेनिक इस वाल्व को बाहर निकाल कर फेक देते है क्युकी कार बार बार overheat होती है लेकिन इसको बाहर निकालने के बहुत निकसान होते है
अगर थर्मोस्टेट वाल्व खराब हो गया हो तो दूसरा डाल दे एसे ही कार ना चलाए नहीं तो आपकी कार में समस्या हो सकती है
(4) . रेडिएटर में Coolant का ना होना
कार overheat होने का एक बड़ा कारण होता है coolant का ख़त्म होना या लिक हो जाना अगर आपकी कार के रेडिएटर में coolant नहीं होगा तो आपकी कार overheat होगी
(5) . वाटर बॉडी का टूट जाना
आपने देखा होगा कुछ लोग कहते है की उनकी कार 2 या 4 किलोमीटर चलते ही overheat होने लगती है और फिर normal हो जाती है इसका कारण होता है वाटर बॉडी का टुटा होना
वाटर बॉडी के अन्दर से टूटे होने के कारण पानी का सर्कल सही नहीं चलता और कार overheat होती है कुछ दूर चलने पर ही
(6) . head gasket का फटा होना
head gasket जब आपकी कार का फटता है तो आपकी कार के रेडिएटर में पानी नहीं रुकता बाहर निकल जाता है कार स्टार्ट करते ही बहुत जल्दी गर्म हो जाती है और स्टार्ट लेट होती है
यह सभी कारण है जिनके वजह से कार overheat होती है
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर कहाँ लगा होता है
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर सभी कारो में वाटर एल्बो में लगा होता है और यह एल्बो head से जुडी होती है और इस एल्बो में पाइप लगे होते है जो रेडिअटर से जुड़े होते है
और हीटर coil से जुड़े होते है और एल्बो के अन्दर ही थर्मोस्टेट वाल लगा होता है और coolant temperature से sensor इस एल्बो में एक साइड लगा होता है और sensor का आगे वाला हिसा एल्बो के अन्दर coolant में डूबा होता है
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर को कैसे चेक करे
कूलेंट टेम्परेचर सेंसर को चेक करना बहुत आसान है आपको गर्म पानी कर लेना है और कूलेंट टेम्परेचर सेंसर के पिनो में दो वायर लगा देनी है
आपको मल्टीमीटर को ohm पर सेट कर लेना है और पहले बाहर ही कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का रेजिस्टेंस चेक करना है बहुत बढ़ा हुआ होगा
उसके बाद आपको sensor का अगले वाला हिसा गर्म पानी में डालना है और फिर रेजिस्टेंस को चेक करना है रेजिस्टेंस कम होना चाहिए अगर sensor में कोई पॉइंट नहीं आते इसका मतलब sensor खराब है
इस तरीके से आप कूलेंट टेम्परेचर सेंसर को चेक कर सकते है
निष्कर्ष
आशा करते है की आपको कूलेंट टेम्परेचर सेंसर क्या है इसके बारे में पता चल गया होगा और इसे जुडी सभी जानकारी मिल गई होगी और अब आपको कूलेंट टेम्परेचर सेंसर से जुडी कोई समस्या नहीं होगी अगर आपको कूलेंट टेम्परेचर सेंसर से जुडी कोई समस्या होती है तो आप comment करे हम आपकी मदत करेगे
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जानिए कुछ सवालों के जवाब
Q . कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का मुख्या कार्य क्या है ?
ans . कूलेंट टेम्परेचर सेंसर का मुख्या कार्य है यह इंजन को overheat होने नहीं देता है |
Q . कूलेंट टेम्परेचर सेंसर कितने में मिल जाता है ?
ans . कूलेंट टेम्परेचर सेंसर आपको 500 रूपये से लेकर 800 रूपये तक मिल जाता है |
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