ह्रास की विशेषताए क्या है | characteristics of depreciation

ह्रास स्थायी सम्पतियो के मूल्य मैं कमी करती है

ह्रास शब्द को इस्तेमाल दृश्य स्थायी सम्पतियो ( TANGIBLE FIXED ASSETS ) के मूल्य मैं कमी के लिए किया जाता है अथार्त वो सम्पतिया जिन्हें देखा और हाथ लगाया जा सकता है

ह्रास सम्पतियो के मूल्य स्थायी  धीरे धीरे निरतर कमी लाती है और सम्पति के लागत मूल्य को पुन प्राप्त करना असभव है क्युकी अगर एक बार ह्रास  लगाया जाता है तो यह सम्पतियो के मूल्य मैं कमी का तौर चालु हो जाता है

यह रोकड़ रहित खर्च है इसको हम रोकड़ बही मैं इस्तेमाल नही किया जा सकता है

यह सम्पति के पुस्तक मूल्य को कम करती है बाज़ार मूल्य को नही

इसको हम खर्च मानते है इसलिए इसे हमको लाभ हानि खाते मैं दिखाया जाता है

सम्पतियो का मूल्य ( जमीन को छोडकर ) ह्रास के कारण धीरे धीरे कम हो जाता है

ह्रास जो है वो बाटने की विधि है ना की मूल्याकन करने की

ह्रास शब्द को प्रयोग हमेशा ही सम्पतियो की कमी के लिए ही इस्तेमाल नही किया जाता है बल्कि कई बार बिज़नेस के हिसाब से सम्पतिया सही नही होती

ह्रास का इस्तेमाल सिर्फ दिखनी वाली सम्पतियो मैं ही किया जाता

 

Categorized in: