वीवीटी इंजन क्या है और कैसे कार्य करता है इसके बारे में बहुत से मैकेनिक और कार के ओनर के मन में सवाल है इसलिए आज हम आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे
आपने बहुत सी कार के पीछे लिखा देखा होगा vvt engine या cvvt engine और इसको देखकर आप सोचते है यह क्या है और क्यों दिया गया है vvt engine full from है (Variable valve timing)
इस सिस्टम का आपकी कार में बहुत ज्यादा फायदा है इसलिए आज हम आपको बताएगे वीवीटी क्या है कैसे कार्य करता है इसके लक्ष्ण फायदे इसके फाल्ट कोड इसके अलग अलग नाम
वीवीटी इंजन क्या है – what is vvt (variable valve timing) in hindi
वीवीटी को Variable valve timing कहाँ जाता है और यह सिस्टम intake valve से जुड़ा है सभी इंजन को चलने के लिए एयर और फ्यूल की जरूरत होती है और इंजन में एयर और फ्यूल intake valve के द्वार जाता है
जिस प्रकार हमे जीने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है उसी प्रकार कार को चलने के लिए एयर और फ्यूल की जरूरत होती है परन्तु जब हम एक जगह बैठे होते है तो हम आराम से और कम ऑक्सीजन लेते है
और जैसे ही हम दोड़ते है या कोई मेहनत वाला कार्य करते है तो हम तेजी से ऑक्सीजन लेते है इसी प्रकार जब कार को स्टार्ट करते है तो कार में एयर और फ्यूल intake वाल्व के द्वारा इंजन में जाता है
पर जब कार को कम rpm में चलाते है तो कम एयर और फ्यूल इंजन में जाता है और जब हम कार को अधिक स्पीड में चलाते है तो भी इंजन में उतना ही फ्यूल और एयर जाता है क्युकी यह सेट किया होता है
परन्तु इंजन को कम या ज्यादा स्पीड के अनुसार एयर और फ्यूल की जरूरत होती है जिसके लिए जरुरी है intake valve तेजी से खुले , जल्दी खुले और खुला रहे
हम इंसान तो खुद ही ऑक्सीजन को कम ज्यादा ले सकते है परन्तु कार में एसा नहीं है पहले की कार में एयर और फ्यूल के मिक्सर को सेट किया जाता था मतलब कार की कम स्पीड हो या ज्यादा intake वाल्व पूरा खुलता और अपने समय में बंद होता था
इंजन में जाने वाली एयर और फ्यूल को पहले ही सेट कर दिया जाता था परन्तु जैसे हम ऑक्सीजन कम ज्यादा लेते है कार्य के अनुसार अब कार में भी rpm कम ज्यादा के अनुसार एयर और फ्यूल इंजन में जाता है
इस के लिए ही VVT Variable valve timing का इस्तेमाल किया गया है इसके अनुसार जब कार low rpm पर होगी तो intake वाल्व उतना ही खुलेगा जितना इंजन को एयर और फ्यूल की जरूरत है
और जैसे ही हम कार की स्पीड को बढ़ाएगे intake valve ज्यादा खुलेगा देर तक खुला रहेगा जिसे ज्यादा एयर और फ्यूल इंजन में जा सके और कार चल सके इसके लिए vvt सिस्टम को जोड़ा गया है
यह सिस्टम कुछ सेंसर और ecm की मदत से कार्य करता है इसका मुख्या सिस्टम केमशाफ़्ट में लगा है जिसे intake valve कण्ट्रोल होता है और इंजन की स्पीड के अनुसार खुलता और बंद होता है
वीवीटी सिस्टम कार्य कैसे करता है – Variable valve timing working hindi
इंजन के हेड में 2 तरह के वाल्व होते है intake valve और exhaust वाल्व , inatke valve से एयर और फ्यूल इंजन में आता है और जब यह एयर और फ्यूल जल जाता है तो exhaust valve से निकल जाता है
जब इंजन को स्टार्ट करते है तो पहले पिस्टन निचे आता है और intake valve खुलता है और इंजन में एयर और फ्यूल आता है उसके बाद पिस्टन उपर जाता है और स्पार्क की मदत से यह एयर और फ्यूल जलता है और ब्लास्ट से पिस्टन निचे आता है और exhaust valve खुलता है और जो ब्लास्ट के बाद का धुआं होता है वह exhaust valve से निकल जाता है
ईसी प्रकार यह दोनों valve कार्य करते है इंजन किसी भी rpm पर होता है कम या ज्यादा पर intake और exhaust valve के खुलने और बंद होने का समय और टाइमिंग एक ही होता है यह सिस्टम सभी पुरानी कार में है
परन्तु अब कार की कंपनी ने दिमाग लगाया और intake valve के खुलने और बंद होने के समय को बदला है जिसे हम vvt Variable valve timing कहते है
vvt सिस्टम के अनुसार intake valve के खुलने और बंद होने की टाइमिंग को advance और retire किया जाता है जिसे इंजन में फ्यूल की बचत होती है इंजन का पॉवर बढ़ता है और exhaust से निकलने वाले धुंए को कम किया जाता है
अगर हम इसके कार्य की बात करे तो intake camshaft में यह vvt system लगा होता है और यह इंजन आयल के preassure से कार्य करता है और इंजन आयल vvt में कुछ होल की मदत से जाता है
vvt के अंदर गरारी सिस्टम होता है जो लेफ्ट राईट होता है इंजन आयल की मदत से जिसे valve timing advanve और retire होती है इस vvt सिस्टम को एक solenoid valve sensor कण्ट्रोल करता है
और इस सेंसर में signal ecu के द्वारा आते है ecu camshaft sensor और crankshaft sensor के द्वारा इंजन की timing का पता करता है और signal ग्रहण करता है जिसे ecu को valve के खुलने और बंद होने का पता चलता है
साथ ही ecu को पता चलता है इंजन की स्पीड क्या है किस आरपीएम पर इंजन चल रहा है उस signal के आधार पर ecu solenoid valve सेंसर को signal भेजता है
और solenoid valve इंजन आयल के preassure की मदत से intake valve के खुलने और बंद होने के समय को कण्ट्रोल करता है टाइमिंग को advance और retire करता है
मतलब जितने एयर और फ्यूल की इंजन को जरूरत होती है कम स्पीड हो या ज्यादा स्पीड उतनी ही मात्रा में इंजन में फ्यूल और एयर को भेजता है intake valve के द्वारा इसे फ्यूल की ज्यादा बचत होती है
वेरिएबल वाल्व टाइमिंग के लाभ – dual vvt engine advantages hindi
वीवीटी सिस्टम कार के लिए बहुत लाभकारी है क्युकी यह इंजन को बेहतर करने का कार्य करता है जानते है इसके कुछ फायदे के बारे में जो इस प्रकार है
(1) . पेट्रोल की बचत करता है
वीवीटी सिस्टम के कारण अप[की कार की माइलेज बहुत अछि हो जाती है जिसे पेट्रोल की बचत होती है क्युकी इस सिस्टम के कारण इंजन को आरपीएम के अनुसार ही फ्यूल और एयर की जरूरत होती है जिसके कारण पेट्रोल की बचत होती है क्युकी intake valve कार की स्पीड के अनुसार खुलता और बंद होता है
(2) . pickup बेहतर होती है
वीवीटी इंजन कार के लिए बहुत अच्छा है क्युकी इसके कारण कार की pickup अछि हो जाती है न ज्यादा एयर इंजन में जाती है और न ही कम इंजन के स्पीड और मोषम के अनुसार ecm solenoid valve sensor को signal भेज कर intake valve के खुलने और बंद करने को advance retire करता है जिसे इंजन को सही मात्रा में एयर और फ्यूल मिलता है और pickup बढती है
(3) . इंजन की परफॉरमेंस अछि होती है
जैसा की आपको बताया है की इंजन को सही तरह से कार्य करने के लिए सही मात्रा में फ्यूल और एयर की जरूरत होती है और vvt सिस्टम इंजन को सही मात्रा में एयर और फ्यूल को देने में मदत करता है जिसे इंजन अच्छा कार्य करता है इंजन की परफॉरमेंस बेहतर हो जाती है
(4) . प्रदुषण कम होता है
प्रदुषण को कम करने के लिए वीवीटी सिस्टम बहुत फायदा करती है पहले के इंजन में थोड़ी समस्या होते ही फ्यूल और एयर का मिक्सर खराब हो जाता था जिसे कार से स्मोक निकलता था परन्तु वीवीटी सिस्टम के द्वारा सही मात्रा में एयर और फ्यूल इंजन में जाता है और ब्लास्ट होने पर ज्यादा सूट पार्टिकल एग्जॉस्ट से नहीं निकलते है जिसे प्रदुषण कम होता है
(5) . इंजन की लाइफ बढती है
वीवीटी Variable valve timing ने इंजन की लाइफ को बढाने में भी मदत की है पहले जब intake valve से एयर और फ्यूल इंजन में आता था और ब्लास्ट के समय intake और exhaust valve बंद हो जाते थे जिसके कारण पिस्टन को उपर आने में बहुत ताकत लगानी पड़ती थी
परन्तु वीवीटी के कारण जब inatke valve से एयर और फ्यूल जब इंजन में आता है तो पिसन उपर आने से पहले intake वाल्व थोडा खुला रहता है जिसे पिस्टन को उपर आने में कम ताकत लगती है उस समय में फ्यूल और एयर वाल्व के द्वारा intake manifold में जाती है और पिस्टन उपर जाते ही intake valve पूरा बंद होता है और ब्लास्ट होता है इसे इंजन की लाइफ बढती है
वीवीटी के प्रकार कंपनी के अनुसार – types of vvt hindi
वीवीटी को अलग अलग कंपनी अलग अलग नाम से जानती है या फिर अपने अनुसार ही इसका नाम दिया है उन सभी के बारे ,इ आपको निचे देखने को मिल जाएगा
(1) . renault company
Cvvt – continuous variable timing
(2) . volvo company
Cvvt – continuous variable timing
(3) . ford company
Vct – variable camshaft timing
(4) . suzuki company
Vvt – variable valve timing
(5) . volkswagen company
Vvt – variable camshaft timing
(6) . mg company
Dcvcp – dual continuous variable camshaft timing phasing
(7) . toyota company
Vvti – variable valve timing intelligent
(8) . hyundai company
Vtvt – variable timing and valve train
(9) . nisan company
N-vct – nisan variable camshaft timing
(10) . mazda company
S-vt – sequential valve timing
(11) . mitsubishi company
Mivec – mitsubishi innovative valve timing electronic control
(12) . honda company
I-vtec – intelligent-valve timing and lift electronic control
खराब वीवीटी के लक्ष्ण – symptoms of bad vvt hindi
जब भी वीवीटी सिस्टम या सेंसर में समस्या आती है तो कुछ लक्ष्ण आपको कार में दिखाई देते है जो इस प्रकार है
(1) . चेक इंजन लाइट्स ऑन
जब भी वीवीटी सिस्टम में या वीवीटी सेंसर में समस्या आती है तो डैशबोर्ड में चेक इंजन वार्निंग लाइट ऑन हो जाती है अगर किसी कारण vvt solenoid valve sensor खराब हो जाता है या उसकी वायर टूट जाती है तो वह सेंसर ecu से signal ग्रहण नहीं कर पाता है जिसे solenoid valve कार्य नहीं करता और vvt सिस्टम कार्य नहीं करता और चेक इंजन लाइट ऑन होती है
(2) . खराब इंजन आयल
दूसरा लक्ष्ण आपको अपनी कार में इंजन आयल को लेकर दिखाई देगा इंजन आयल अगर गाढ़ा हो जाता है या खराब हो जाता है तो भी vvt सिस्टम कार्य नहीं करता है क्युकी vvt सिस्टम इंजन आयल के preassure से कार्य करता है और जब इंजन आयल खराब होता है तो solenoid valve sensor और vvt खराब हो जाता है कार्य नहीं करता है
(3) . फ्यूल खपत बढ़ जाती है
तीसरा लक्ष्ण आपको फ्यूल से जुडा दिखाई देगा जब आपकी कार में वीवीटी सिस्टम से जुड़ा फाल्ट कोड उत्पन होगा तो आप नोटिस करेगे की आपकी कार की माइलेज कम हो जाती है फ्यूल की खपत बढ़ जाती है क्युकी वीवीटी सिस्टम जो cam में लगा होता है वह गलत कार्य करने लगता है जिसे टाइमिंग आउट हो जाती है जसी इंजन की परफॉरमेंस कम हो जाती है और माइलेज कम देती है
(4) . रफ़ आईड्लिंग होती है
जब भी वीवीटी या solenoid valve sensor की समस्या होगी तो आपकी कार में रफ़ आईड्लिंग की समस्या होगी इंजन आपको एक पोजीशन में नहीं मिलेगा जैसे ही आप कार को स्टार्ट करेगे तो इंजन आपको हल्का हल्का हिलता हुआ दिखाई देगा एसा खराब vvt सिस्टम के कारण होता है
वीवीटी सिस्टम से जुड़े फाल्ट कोड – vvt fault code hindi
जब भी आपकी कार में वीवीटी से जुडी समस्या होती है तो चेक इंजन लाइट ऑन होती है उसके लिए जब कार को स्कैन करते है तो फाल्ट कोड दिखाई देते है जो इस प्रकार है
(1) . p0016 Camshaft Position A – Camshaft Position Correlation bank 1
(2) . p0017 Crankshaft Position – Camshaft Position Correlation bank 1 Sensor B
निष्कर्ष
आशा करते है की आपको वीवीटी इंजन क्या है और कैसे कार्य करता है इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी हमने आपको इसके लक्ष्ण कार्य लाभ प्रकार फाल्ट कोड के बारे में बता दिया है अगर आपको इस vvt सिस्टम से जुडी समस्या होती है तो आप कमेंट करे हम आपकी पूरी मदत करेगे और हम एसे ही जानकारी आपको देते रहेगे