जैसा की आपको पता है की सभी बाइक कंपनी ने अपनी बाइक में बदलाव किया है और उस बदलाव को bs6 कहाँ जा रहा है आखिर bs4 और bs6 बाइक मैं क्या अंतर है और क्यों जरुरी है हमारे लिए bs6 बाइक
bs4 बाइक जो बहुत पहले से ही चलती आ रही है परन्तु अचानक से bs4 को बदलकर bs6 कर दिया गया इसका मुख्या कारण है प्रदुषण , bs4 बाइक को जब हम स्टार्ट करते है तो उसके इंजन से बहुत सारी नुक्सानदायक गेस निकलती है
और इस गेस में कार्बन मोनोऑक्साइड 1.970 g/km , हाइड्रोकार्बन इसकी कोई सीमा निशचित नहीं है , नाइट्रोजन ऑक्साइड 0.39 g/km , पार्टीक्युलर मेटर , निकलती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक नुक्सानदायक है
इसलिए इस प्रदुषण को देखते हुए सभी कंपनी ने अपनी बाइक के इंजन में सुधार किया है जिसे हम bs6 बाइक के नाम से जानते है bs6 बाइक में प्रदुषण की मात्रा को कम किया है मतलब साइलेंसर से निकलने वाली गेस की मात्रा कम हुई है
bs6 बाइक में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा को बदलकर 1.000 g/km , हाइड्रोकार्बन की मात्रा 0.10 g/km , नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा 0.6 g/km , पार्टीक्युलर मेटर 0.0045 g/km कर दिया गया है जिसे प्रदुषण कम मात्रा में होता है
जो हमारे लिए बहुत जादा फायदेमंद है बाइक के साइलेंसर से जितनी कम मात्रा में नशीली गेस निकलेगी उतना जादा हमारा फायदा है इसलिए सभी बाइक कंपनी ने bs4 बाइक को बदलकर bs6 कर दिया है
परन्तु बहुत से लोगो का सवाल है की bs4 और bs6 बाइक मैं क्या अंतर है अगर कंपनी ने बदलाव किया है तो बहुत से पार्ट को भी बदला होगा आज हम आपको bs4 और bs6 बाइक मैं क्या अंतर है इसके बारे में बताएगे
bs4 और bs6 बाइक मैं क्या अंतर है
bs4 और bs6 बाइक मैं अंतर इस प्रकार है जानिए –
. कारबोरेटर को बदलकर इंजेक्टर और थ्रोटल बॉडी का इस्तेमाल
bs4 और bs6 बाइक मैं जो पहला अंतर है कारबोरेटर की जगह इंजेक्टर और थ्रोटल बॉडी का इस्तेमाल किया जाना अब bs6 बाइक में कारबोरेटर को खत्म कर दिया गया है क्यों समझिये
( i ) bs 4 कारबोरेटर
bs4 बाइक में कारबोरेटर का इस्तेमाल किया जाता था कारबोरेटर के अन्दर ही फ्यूल और एयर का मिक्सर बनता था और इंजन के हेड में जाता था जिसे बाइक स्टार्ट होती थी कई बार बाइक में माइलेज से जुडी समस्या या स्टार्टिंग से जुडी समस्या आ जाती थी
जिसके कारण कारबोरेटर को साफ़ या उसकी सेटिंग करनी पड़ती थी जिसे माइलेज कम जादा हो जाती थी और सर्दी और गर्मी के मोश्म में बाइक में स्टार्टिंग से जुडी समस्या उत्पन होती थी परन्तु bs6 में एसा नहीं है
( iI ) bs 6 इंजेक्टर
bs6 बाइक में फ्यूल की सप्लाई के लिए इंजेक्टर का इस्तेमाल किया गया और एयर की सप्लाई के लिए थ्रोटल बॉडी का इस्तेमाल किया गया है bs6 बाइक में माइलेज को सेट नहीं किया जा सकता है क्युकी bs6 बाइक में माइलेज को आटोमेटिक कर दिया है
bs6 बाइक में माइलेज को सही मात्रा में रखने के लिए ecm का इस्तेमाल किया गया है और साथ में ऑक्सीजन सेंसर जो साइलेंसर में लगा है , ऑक्सीजन सेंसर इंजन से निकलने वाली गेस को मापता है और एक वोल्टेज तेयार करता है और ecm को भेजता है
ecm ऑक्सीजन सेंसर से मिल रहे वोल्टेज के अनुसार है इंजेक्टर को फ्यूल की सप्लाई करता है और इंजेक्टर हेड में फ्यूल की सप्लाई करता है और बाइक स्टार्ट होती है जिसके कारण माइलेज को हाथ के साथ खुद से सेट नहीं किया जा सकता है
. ecm / ecu का इस्तेमाल
bs4 और bs6 बाइक मैं जो दूसरा अंतर है ecm / ecu , bs6 बाइक में सिंपल वायरिंग को हटाकर उसमे ecm / ecu वाली वायरिंग को जोड़ दिया गया है ecm इंजन कण्ट्रोल मोडुल कहाँ जाता है इसका मुख्या कार्य सभी सेंसर से सिगनल प्राप्त करना होता है और फ्यूल की सप्लाई करना होता है
( I ) bs4 सिंपल वायरिंग
bs4 बाइक में सिंपल वायरिंग का इस्तेमाल किया जाता था जिसे बाइक स्टार्ट होती थी और हॉर्न , इंडिकेटर , हेडलाइट , आदि पार्ट काम करते थे इसके अलावा वायरिंग का इस्तेमाल नहीं किया जाता था परन्तु bs6 में इस सिस्टम को बदल दिया गया है
( II ) bs6 ecm
bs6 बाइक मैं ecm / ecu लगा है जिसे इंजन कण्ट्रोल मोडुल कहते है और ecm सभी सेंसर से सिगनल प्राप्त करता है और आगे भेजता है जिसे फ्यूल की सप्लाई होती है ecm से जुडी एक लाइट है जिसे चेक इंजन लाइट कहते है
अगर किसी सेंसर में कोई समस्या आ जाती है या उसका सिगनल पॉइंट खराब हो जाता है तो ecm को सिगनल नहीं मिल पाता है जिसके कारण ecm मीटर में चेक इंजन लाइट को ऑन करता है और हमें वार्निंग देता है की सेंसर में समस्या है
. टैंक में पेट्रोल की मात्रा में बदलाव
bs4 और bs6 बाइक मैं तीसर अंतर है टैंक में पेट्रोल की मात्रा में बदलाव का होना जो सबसे बड़ा बदलाव है इस बदलाव के कारण शुरवात में बहुत सी समस्या हुई है
( I ) bs4 बाइक में पेट्रोल की मात्रा
bs4 बाइक में आप कम मात्रा में बाइक चला सकते थे आप 50 रूपये के पेट्रोल का पूरा इस्तेमाल कर सकते थे क्युकी bs4 बाइक में टैंक में पेट्रोल टी लगी होती थी जिसे आप पेट्रोल को बंद या चालु कर सकते थे और टी से पूरा पेट्रोल भी निचे चला आता था
bs4 बाइक में अगर आप बहुत कम पेट्रोल में बाइक चलाते थे तो कोई समस्या नहीं होती थी और बाइक भी अच्छी चलती थी परन्तु bs6 बाइक में टैंक में पेट्रोल की मात्रा को बढ़ा दिया है
( II ) bs6 बाइक में पेट्रोल की मात्रा
bs6 बाइक में आपको हमेशा 2.50 लिटर पेट्रोल को रखना होगा उसका कारण है पेट्रोल मोटर bs6 बाइक में टैंक के अन्दर एक मोटर लगाईं गई है जब key को ऑन करते है तो पेट्रोल सीधा इंजेक्टर में चला जाता है और इंजेक्टर से हेड में जाता है
हमेशा 2.50 लिटर पेट्रोल टैंक के अन्दर इसलिए जरुरी है क्युकी पेट्रोल मोटर पूरी पेट्रोल में डूबी होनी चाहिए तभी मोटर पेट्रोल को सप्लाई करेगा अगर पेट्रोल , मोटर से निचे होगा तो मोटर सुखी चलेगी और खराब हो जाएगी
. इंजन परफॉरमेंस में बदलाब
bs4 और bs6 बाइक मैं एक अंतर और देखने को मिलता है इंजन परफॉरमेंस में बदलाव bs6 बाइक के इंजन परफॉरमेंस को अच्छा किया गया है जानिए अंतर
( I ) bs4 इंजन परफॉरमेंस
bs4 बाइक में इंजन परफॉरमेंस कम जादा होती थी क्युकी bs4 बाइक में फ्यूल और एयर के रेसो को अच्छे से सेट नहीं किया जा सकता था और कारबोरेटर की सेटिंग खराब होने के कारण भी bs4 बाइक की इंजन परफॉरमेंस अच्छी नहीं होती थी परन्तु अगर कारबोरेटर की सेटिंग अच्छे से कर दी जाए तो bs4 बाइक भी अच्छी परफॉरमेंस दे सकती है
( II ) bs6 इंजन परफॉरमेंस
bs6 बाइक में देखा गया है की इंजन परफॉरमेंस बहुत अच्छी हुई है इसका मुख्या कारण है इंजन के अन्दर एयर और फ्यूल की सही मात्रा का जाना क्युकी इसमें फ्यूल और एयर का मिक्सर आटोमेटिक है ecm / ecu के द्वारा जिसे इंजन को अच्छी परफॉरमेंस मिलती है और बाइक अच्छी चलती है
. सेंसर का इस्तेमाल
( I ) bs4 बाइक
bs4 और bs6 बाइक मैं एक अंतर और देखा गया है वह है सेंसर का इस्तेमाल bs4 बाइक सिंपल थी जिसमे सेंसर का इस्तेमाल नहीं किया जाता था सभी चीजो के लिए मैन्युअल तरीका था इस सिस्टम को अब बदल दिया गया है
( II ) bs6 बाइक
परन्तु अब एसा नहीं है अब bs6 बाइक में सेंसर का इस्तेमाल किया जाने लगा है जैसे map सेंसर , tp सेंसर , स्पीड मीटर सेंसर , इंजेक्टर , ecm आदि और सभी का अपना अलग अलग काम है और यह bs6 बाइक में आपको देखने को मिलेगा
निष्कर्ष
bs4 और bs6 बाइक मैं क्या अंतर है यह तो आपको उपर दी हुई जानकारी से पता चल ही गया होगा बहुत से लोग परेशान है की सेंसर के कारण समस्या होगी परन्तु एसा नहीं है आप परेशान ना हो आप सिर्फ सेंसर को समझिए आपको कोई समस्या नहीं होगी
bs6 बाइक हमारे लिए फायदेमंद है बस आपको इसके बारे में अच्छे से समझना होगा , आशा करते है की आपको दोनों बाइक के बीच का अंतर समझ आ गया होगा अगर आर्टिकल अच्छा लगा तो कमेंट जरुर करे
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जानिए कुछ सवालों के जवाब
q . क्या bs6 इंजन वाली बाइक में मिनिमम 2 तेल अनिवार्य है?
ANS . हाँ जितनी भी bs6 बाइक है उसमे 2 लिटर से जादा पेट्रोल होना जरुरी है नहीं तो टैंक के अन्दर मोटर खराब हो जाएगी |
Q . bs6 बाइक चेक इंजन लाइट प्रॉब्लम ?
ans . अगर आपकी bs6 बाइक में चेक इंजन लाइट ऑन हो जाती है तो आपको सबसे पहले बाइक को स्कैन करवाना होगा स्कैन करने पर जिस सेंसर का फाल्ट कोड आएगा उस सेंसर को चेक करना होगा और वायर को भी अगर सेंसर खराब होगा तो उसे बदलना होगा उसके बाद चेक इंजन लाइट को डिलीट करना होगा |
Q . bs6 बाइक को स्कैन कब करना चाहिए ?
ans . bs6 बाइक को आपको तब स्कैन करना चाहिए जब तक मीटर में चेक इंजन लाइट ऑन ना हो और बाइक में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो |
Q . bs4 बाइक का इंजन आयल bs6 में डाल सकते है ?
ans . वेसे तो bs4 बाइक का इंजन आयल bs6 में डाल सकते है परन्तु bs6 के लिए इंजन आयल में भी बदलाव किए है तो आप bs6 बाइक वाला ही इंजन आयल डलवाए |
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