एथेरोस्क्लेरोसिस क्या है (what is Atherosclerosis in Hindi) इसके बारे में अधिकतर लोगो का सवाल होता है क्युकी एथेरोस्क्लेरोसिस एक एसी समस्या है जो हमारी धमनियों से जुडी है जो महत्वपूर्ण कार्य करती है
हमारे शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण हृदय होता है अगर हमारा हृदय ठीक होगा तो हम भी सवस्थ रहेगे और हृदय से जुडी होती है धमनियाँ जिसे रक्त वाहिकाएँ भी कहते है
यह धमनियाँ हृदय से खून को शरीर के अलग अलग अंगो में पहुचाने का कार्य करती है यह धमनियाँ हमारे शरीर में सुद्ध खून और ऑक्सीजन को पहुचाती है
और जब किसी कारण वर्ष इन धमनियाँ में रूकावट आ जाती है यह चोक होने लगती है तो उसे हम एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या कहते है आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे जो इस प्रकार है
एथेरोस्क्लेरोसिस क्या है – what is Atherosclerosis in hindi
एथेरोस्क्लेरोसिस धमनियों से जुड़ा एक एसा रोग है जिसमे धमनियों के अन्दर प्लाक जमने लगता है और हमारी धमनियाँ ऑक्सीजन युक्त खून को हृदय और शरीर के अलग अलग अंगो तक पाहुचाती है
वसा , कोलेस्ट्रोल , केल्शियम और खून के अंदर पाए जाने वाले प्रदार्थ से प्लाक बनता है और धोरे धीरे यह प्लाक बढ़ते जाता है और धमनियाँ में फ़ैल जाता है ऑक्सीजन युक्त खून को रोकता है
जैसे जैसे प्लाक ऑक्सीजन युक्त खून को धमनियों में रोकता है और हृदय और शरीर के अंगो में जाने से रोकता है वैसे वैसे अलग अलग समस्या शरीर में उत्पन होती है जैसे दिल का दोरा पड़ना आदि
देखा गया है की एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या के लक्ष्ण बहुत कम देखने को मिलते है क्युकी हमे जब तक एथेरोस्क्लेरोसिस की बीमारी का नहीं पता चलता जब तक धमनियाँ प्लाक से भर न जाए
ज्यादातर आपने देखा होगा की जब भी आप हृदय की कोई समस्या लेकर डॉक्टर के पास जाते है तो डॉक्टर आपको बताता है की आपकी धमनियों में 70 % या 80 % प्लाक जमा है
इसका एक ही कारण है की धमनियाँ में जब शुरू में प्लाक जमता है तो हमे कुछ पता नहीं चलता है जैसे ही प्लाक अधिक होता है लक्ष्ण दिखाई देने लगते है इसलिए खान पान पर अधिक ध्यान दिया जाता है
एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण – causes of Atherosclerosis in Hindi
अब हम आपको एथेरोस्क्लेरोसिस के कारणों के बारे में बताएगे एथेरोस्क्लेरोसिस क्यों होता है जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा
एथेरोस्क्लेरोसिस क्यों होता है ?
एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या आज के समय में एक महामारी बन गई है क्युकी एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या बच्चो से लेकर बुढो तक सभी में होती है
और कई बार तो यह समस्या बचपन से ही देखि जाती है अन्य देश के मुकाबले हमारे देश में एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या सबसे ज्यादा पाई जाती है व्यस्क में भी और बुजुर्ग में भी
और एथेरोस्क्लेरोसिस होने का सबसे बड़ा कारण हमारा खान पान होता है आज के समय में सबसे ज्यादा बाहर के खाने का प्रयोग किया जाने लगा है अधिक तेल मसाले वाले खाद्य प्रदार्थ का सेवन किया जाता है
जिसके कारण वसा कोलेस्ट्रोल धमनियों में रुकावट पैदा करता है इसी के साथ बहुत से लोगो का काम बैठे रहने का होता है और साथ ही अगर वह ज्यादा तेल वाला खाना खाते है तो एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या उत्पन होती है
बच्चो में यह समस्या इसलिए देखि जाती है की वह ज्यादा मोबाइल टी वी आदि का इस्तेमाल करते है खेलते नहीं है फ़ास्ट फ़ूड का अधिक सेवन करते है जिसके कारण एथेरोस्क्लेरोसिस होता है इसके कुछ अन्य कारण भी होते है जो इस प्रकार है
(1) . शुगर होने के कारण
(2) . हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने के कारण
(3) . धमनियों की परत खराब होने के कारण
(4) . धुम्रपान और तम्बाकू के अधिक सेवन के कारण
(5) . फॅमिली हिस्ट्री में यह समस्या होने के कारण
(6) . वसा और कोलेस्ट्रोल के अधिक मात्रा होने के कारण
(7) . छाती में कुछ प्रकार की रेडिएशन थेरपी होने के कारण
(8) . अधिक तनाव होने के कारण
(9) . मोटापा ज्यादा होने के कारण
(10) . ज्यादा तला हुआ खाने के कारण
(11) . एक जगह पर बैठे रहने के कारण
यह एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण है जो देखे जाते है
एथेरोस्क्लेरोसिस के लक्ष्ण – symptoms of Atherosclerosis in hindi
आमतोर पर एथेरोस्क्लेरोसिस के लक्ष्ण धमनियों पर निर्भर करते है की किस धमनी में प्लाक जमा है उसी के अनुसार शरीर में लक्ष्ण दिखाई देते है
(1) . कोर्नारी धमनी में प्लाक जमने के कारण दिखाई देने वाले लक्ष्ण
कोर्नारी धमनी ऑक्सीजन युक्त खून को हृदय तक पहुचाती है अगर कोर्नारी धमनी में प्लाक जमता है तो सिने में दर्द होता है साथ ही बेचनी होने लगती है
(2) . केरोटिड धमनियाँ में प्लाक जमने के कारण दिखाई देने वाले लक्ष्ण
केरोटिड धमनियाँ मुख्या रूप से हमारे दिमाग को ऑक्सीजन युक्त खून को पहुचाने का कार्य करती है अगर केरोटिड धमनियाँ में रूकावट हो जाती है तो ब्रेन स्ट्रोक की समस्या होती है
(3) . परिधीय धमनियाँ में प्लाक जमने के कारण दिखाई देने वाले लक्ष्ण
परिधीय धमनियाँ मुख्या रूप से ऑक्सीजन युक्त खून को पैरों में , कुल्हे में लेकर जाती है अगर इन परिधीय धमनियों में प्लाक जमता है तो दर्द , सुनपन , संक्रमण की समस्या उत्पन होने लगती है
(4) . सभी प्रकार की धमनियाँ में प्लाक जमने के कारण दिखाई देने वाले लक्ष्ण
(1) . छाती में दर्द होने लगता है
(2) . हाथ और पैरों में दर्द होता है
(3) . लकवा मार सकता है
(4) . जिस धमनी में रुकवाट हो उस हिसे में दर्द होता है
(5) . साँस लेने में समस्या होती है
(6) . थकावट होने लगती है
(7) . बोलने और समझने में समस्या होती है
(8) . देखने में समस्या का उत्पन होना
(9) . पैरों की माँसपेशियों में कमजोरी लगती है
(10) . अधिक पसीना आने लगता है
(11) . सिर में तेज दर्द होने लगता है
(12) . हाथ और पैरों में झुनझुनी होती है
एथेरोस्क्लेरोसिस की जांच – Atherosclerosis check-up in hindi
एथेरोस्क्लेरोसिस समस्या की जांच अलग अलग तरीके से की जाती है परन्तु उसे पहले डॉक्टर आपकी उम्र और पुरानी या कोई नई समस्या के बारे में पूछता है फॅमिली हिस्ट्री के बारे में पूछता है उसके बाद आपकी जाँच करता है अलग अलग तरीके से जो इस प्रकार है
(1) . खून की जांच के द्वारा
एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या के लिए आपके खून की जांच की जाती है उसमे आपके कोलेस्ट्रोल और खून में गुलुकोज की मात्रा का पता लगाया जाता है कम है या ज्यादा
(2) . ईसीजी जाँच के द्वारा
अगर आपको पहले कभी दिल के दौरे की समस्या हुई है तो ईसीजी के माध्यम से आसानी से पता लगाया जा सकता है हृदय में जो विद्युत संकेत गुजरते है इलेक्ट्रोकार्डीयोग्राम की मदत से यह संकेत रिकॉर्ड किये जाते है और समस्या का पता लगाया जाता है
(3) . अल्ट्रासाउंड के द्वारा
एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या का पता लगाने के लिए डॉप्लर अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल किया जाता है इसके दोरान धमनियों में हुए ब्लोक्ज़ और खून के प्रवाह की गति का आसानी से पता लगाया जाता है
(4) . एंजियोग्राम के द्वारा
एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या का पता लगाने के लिए एंजियोग्राम का इस्तेमाल किया जाता है इस टेस्ट के माध्यम से पता लगाया जाता है की आपकी कोर्नारी धमनियां ब्लॉक हुई है या नहीं
(5) . अन्य टेस्ट के द्वारा
इन सभी टेस्ट के अलावा एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या का पता लगाने के लिए सीटी स्कैन , एमआरआई , अल्ट्रासाउंड , इन सभी टेस्ट के माध्यम से धमनियों के रूकावट की जांच की जाती है कितनी मात्रा में ब्लोक्ज़ है साथ ही धमिनियो के केल्शियम का पता लगाया जाता है
एथेरोस्क्लेरोसिस की होम्योपैथिक मेडिसिन – best homeopathic medicine Atherosclerosis in Hindi
अब हम आपको एथेरोस्क्लेरोसिस के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाइयों के बारे में बताएगे जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा
(1) . dr.reckeweg r12 मेडिसिन लाभकारी है
r12 medicine धमनियों में रुकावट को रोकने के लिए बहुत लाभकारी है अगर अधिक तेल का सेवन करके आपकी धमनियों में रुकावट हो गई है और थका बन गया है तो r12 medicine बहुत लाभकारी है
यह धमनियों में रूकावट होने से रोकती है और हार्ट अटैक के जोखिम को कम करती है पर आप एक बात का ध्यान रखे की आप तेल का इस्तेमाल बहुत कम कर दे अगर 2 चमच ले रहे है तो आधे चमच तेल का सेवन करे
बिमारी : | धमनियों में रूकावट |
मात्रा : | 10 से 15 ड्राप |
दिन में कितनी बार ले : | 3 बार सुबह दोपहर और शाम |
खाना खाने से पहले या बाद में : | खाना खाने से एक या आधे घंटे पहले |
किसके साथ ले | एक चोथाई कप पानी के साथ |
सलाह | डॉक्टर की सलाह ले |
एथेरोस्क्लेरोसिस से कैसे बचे – How to avoid atherosclerosis in hindi
एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या से बचने के लिए आपको कुछ बात का ध्यान रखना होगा जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा जो इस प्रकार है
(1) . अगर आप चाहते है की आपकी धमनियों की रूकावट की समस्या न बढे तो आपको रोज व्यायाम करना चाहिए इसे आप और आपका हृदय सवस्थ रहेगा
(2) . आप सुबह या शाम को पैदल चल सकते है इसके अलावा आप साइकिल चला सकते है यह भी आपके लिए बहुत लाभकारी होगा
(3) . खाने का ध्यान ज्यादा रखे संतुलित आहार का सेवन करे वसा और कोलेस्ट्रोल युक्त खाद्य प्रदार्थ का सेवन बहुत कम करे
(4) . अगर हो सके तो आपको एक महीने में कम से कम 4 बार अपने आहार में मछली को जरुर जोड़े मछली एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या के लिए लाभकारी है
(5) . आपको हमेशा अपने वजन को कण्ट्रोल करना है अगर आपका वजन बहुत अधिक है तो आपको वजन को कम करना होगा
(6) . अगर आप किसी भी प्रकार का धुम्रपान तम्बाकू का सेवन करते है तो आपको इसे छोड़ना होगा इसे आपकी एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या बढ़ सकती है
(7) . आज के समय में अधिकतर व्यक्ति तनाव डिप्रेशन का शिकार है इसलिए इस समस्या में आपको तनाव टेंशन डिप्रेशन से दूर रहना है
(8) . अगर आपको शुगर है बी.पी की समस्या है तो आपको इन सभी का उपचार करवाना है और मेडिसिन को लेते रहना है इसे एथेरोस्क्लेरोसिस में मदत मिलेगी
एथेरोस्क्लेरोसिस में क्या खाना चाहिए – What to eat in atherosclerosis in hindi
अब जानते है की आप एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या होने पर क्या खा सकते है जिसे आपको मदत मिलेगी जो इस प्रकार है
(1) . मछली का सेवन कर सकते है
(2) . अलसी के बीज का सेवन कर सकते है
(3) . बादाम का सेवन कर सकते है
(4) . पानी का सेवन अधिक करे
(5) . अखरोट का सेवन कर सकते है
(6) . नमक और शकर का सेवन बहुत कम मात्रा में करे
निष्कर्ष
आशा करते है की आपको एथेरोस्क्लेरोसिस क्या है इसके बारे में पता चल गया होगा और अब आप डॉक्टर से इसके बारे में सलाह लेंगे अगर आपकी धमनी में 60 % की ब्लोक्ज़ होती है तो आप इसे वही रोक सकते है आप समय पर मेडिसिन ले और अपने खान पान का पूरा ध्यान रखे
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जानिए कुछ सवालो के जवाब
Q . एथेरोस्क्लेरोसिस को ठीक होने में कितना समय लग सकता है ?
ans . एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या लम्बे समय तक चलने वाली समस्या है इसकी मेडिसिन चलती रहती है आपको बस अपने खान पान पर अधिक ध्यान देना होगा |
Q . क्या अन्य मेडिसिन के साथ होम्योपैथिक मेडिसिन ले सकते है ?
ans आप अन्य मेडिसिन के साथ होम्योपैथिक मेडिसिन ले सकते है आपको इन दोनों मेडिसिन के बीच में कम से कम 1 घंटे का अंतर रखना है और एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर लेनी है |
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