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अगर आपको कब्ज और Ibs की समस्या है तो आप alumen 30 homeopathic medicine का इस्तेमाल कर सकते है यह बहुत लाभकारी है

एल्यूमिना 30 होम्योपैथिक दवा कब्ज से ग्रस्त मरीज को दी जाती है जिनको लम्बे समय से कब्ज की समस्या है उनको इसका बहुत फायदा मिलता है

इसी के साथ एल्यूमिना 30 का इस्तेमाल Ibs (इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम) ब्रोंकाइटिस , खाना निगलने में समस्या , सिर दर्द , शुगर , पाचन तंत्र के रोग जैसी समस्या में किया जाता है

आज हम आपको एल्यूमिना 30 क्या है इसके लक्ष्ण इस्तेमाल फायदे नुक्सान सावधानियाँ पोटेंसी परहेज की पूरी जानकारी देंगे

एल्यूमिना 30 क्या है – what is alumen 30

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यह एक होम्योपैथिक मेडिसिन है जिसका इस्तेमाल कब्ज जैसी समस्या में किया जाता है यह मेडिसिन हमारे शरीर में सबसे पहले म्यूकस मेम्ब्रेन में असर करती है

और म्यूकस मेम्ब्रेन शरीर में अलग अलग जगह पर होता है जैसे मुहं , रेक्टम , इंटेस्टाइन आदि और जब यह म्यूकस मेम्ब्रेन सुख जाता है इसमें नमी खत्म हो जाती है

जिसके कारण जब हम कुछ खाते है तो वह खाया गया खाना म्यूकस मेम्ब्रेन के कांटेक्ट में आता है जिसके कारण शरीर उस खाने से पानी बहुत ज्यादा सोखने लगता है

जिसके कारण हमारा मल बहुत ज्यादा हार्ड हो जाता है रेक्टम बहुत ज्यादा सुखा रहता है मल त्याग करने पर बहुत ज्यादा जोर लगाना पड़ता है तो इस समस्या के लिए यह होम्योपैथिक मेडिसिन लाभकारी है

देखा गया है की पैरालाइसिस की समस्या में भी यह मेडिसिन बहुत अच्छा असर करती है अगर आपका पूरा शरीर पैरालाइसिस न होकर शरीर के अलग अलग अंग में पैरालाइसिस है मांसपेशियाँ ढीली पड़ गई है तो एल्यूमिना 30 का इस्तेमाल कर सकते है

यह भी पढ़े – कब्ज की होम्योपैथिक दवा

एल्यूमिना 30 के लक्ष्ण – symptoms

इस मेडिसिन को लेने से पहले आपको अपने लक्षणों की जांच करना जरुरी होता है जो इस प्रकार है

(1) . आपका मुहँ बहुत ज्यादा सुखा रहता है दोनों होठों के बीच में क्रैक आ जाते है होठों के बीच फटन सी महसूस होती है पानी बार बार पिने की इच्छा होती है

(2) . बच्चो की नाक बहुत ज्यादा सुख जाती है नाक का पानी सुख जाता है और पपड़ी बन जाती है और इस पपड़ी से नाक बंद हो जाती है

(3) . आँख में आंसू सुख जाते है आँख से पानी नहीं निकलता है आँख में जलन होती है कुछ कंकड़ जैसा फसा फसा लगता है

(4) . पेट में दर्द होता है और गैस बनती है और यह गैस पेट में निचे की तरफ जाती है और दर्द होता है बहुत ज्यादा

(5) . म्यूक्स मेम्ब्रेन सुख जाने के कारण खाना धीमा पचता है जिसके कारण आपको भूख कम लगती है और कब्ज की समस्या होती है

(6) . मरीज को आलू खाने का मन नहीं करता है आलू से उसे घृणा होती है क्युकी आलू पानी को खिचता है

(7) . मरीज को भारी कब्ज की समस्या होती है मल त्याग करते समय बहुत ज्यादा जोर लगाना पड़ता है कई बार जोर लगाने के बाद भी मल त्याग नहीं होता है

(8) . मरीज को मल त्याग करते समय जोर अधिक लगाना पड़ता है जिसके कारण बाद में पाइल्स की समस्या उत्पन हो जाती है

(9) . मल त्याग करने के बाद मरीज को बहुत तेज दर्द होता है गुदाद्वार में खुजली होती है और सिर में दर्द बना रहता है

(10) . त्वचा में अगर सूखापन हो जाता है चरम रोग जैसी समस्या हो जाती है

(11) . व्यक्ति को वर्टिगो की समस्या होती है अधिक उम्र में कमजोरी थकान और कब्ज की समस्या हो जाती है एसे में यह मेडिसिन ले सकते है

यह इस मेडिसिन के अलग अलग लक्ष्ण है परन्तु इसका मुख्या इस्तेमाल कब्ज में किया जाता है

इस्तेमाल कैसे करे – alumen 30 homeopathic medicine uses hindi

एल्यूमिना 30 मेडिसिन का इस्तेमाल उम्र लिंग कोई नई या पुरानी बिमारी को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है

इसके इस्तेमाल के लिए आपको एक चोथाई कप पानी लेना है उसके अंदर आपको इस मेडिसिन की 5 बुँदे डालनी है और उसका सेवन करना है आपको इसका सेवन दिन में 3 बार करना है सुबह दोपहर और शाम को

आपको एक समय में 5 बुँदे लेनी है आपको खाना खाने से आधे घंटे पहले इसका सेवन करना है इसे आपकी कब्ज की समस्या ठीक हो जाएगी

बिमारी :कब्ज और आदि समस्या
दवा की मात्रा :5 बुँदे एक समय में
दिन में कितनी बार ले :दिन में 3 बार सुबह दोपहर और शाम
खाना खाने के बाद या पहले :खाना खाने के आधे घंटे पहले
किसके साथ ले :एक चोथाई कप पानी (10ml)
कितने दिनों तक ले :कब्ज की समस्या में 15 दिन तक ले
अधिक मात्रा में सेवन न करे

एल्यूमिना 30 के लाभ – benefits

इस होम्योपैथिक मेडिसिन के बहुत से फायदे है जिसके बारे में इस प्रकार है

(1) . कब्ज में लाभकारी है

अगर आपको मल त्याग करने में बहुत जोर लगाना पड़ता है मल बहुत ज्यादा हार्ड हो गया है बहुत जोर लगाने पर भी मल त्याग नहीं होता है या आपकी उम्र ज्यादा है थकान कमजोरी के साथ कब्ज की समस्या हो गई है तो यह मेडिसिन बहुत अच्छा कार्य करती है

(2) . Ibs में लाभकारी है

यह बिमारी हमारी बड़ी आंत को प्रभावित करती है यह बिमारी मुख्या रूप से पेट में एंठन , पेट में दर्द , सुजन , गैस , कब्ज आदि का कारण बनती है और Ibs की समस्या में इस मेडिसिन का सेवन कर सकते है

(3) . वर्टिगो में लाभकारी है

वर्टिगो की समस्या जिसमे व्यक्ति को सिर घुमने जैसा लगता है चकर आते है यह आमतोर पर कान की अन्दुरुनी समस्या के कारण होता है इसमें व्यक्ति को सिर में दर्द उलटी मतली जैसा लगता है उस समय में एल्यूमिना 30 ले

(4) . ब्रोंकाइटिस में लाभकारी है

ब्रोंकाइटिस की समस्या में यह मेडिसिन लाभकारी है ब्रोंकाइटिस हमारे साँस नली में होने वाली समस्या है इसमें मुहँ नाक फेफड़े से जाने वाली हवा के मार्ग में सुजन होती है जिसमे साँस लेने में समस्या होती है इस स्तिथि में यह मेडिसिन ले सकते है

(5) . पाचन तंत्र के रोग में लाभकारी है

पाचन से जुडी समस्या में भी यह होम्योपैथिक मेडिसिन अच्छा कार्य करती है पेट में गैस , अपच , पेट में दर्द , Ibs , कब्ज पाइल्स आदि समस्या में यह मेडिसिन ले सकते है

(6) . पाइल्स में लाभकारी है

बहुत से व्यक्ति को लम्बे समय से कब्ज की समस्या होती है मल त्याग करने पर बहुत ज्यादा जोर लगता है और बार बार जोर लगाने के कारण देखा गया है की व्यक्ति को पाइल्स की समस्या हो जाती है तो इसके लिए भी यह मेडिसिन बहुत लाभकारी है

(7) . निगलने में दर्द होना में लाभकारी है

अगर मरीज को ब्रोंकाइटिस की समस्या होती है जिसके कारण सांस लेने की नली में सुजन हो जाती है जिसके कारण खाना निगलने में समस्या होती है दर्द होता है तो एल्यूमिना 30 ले सकते है

(8) . सिर दर्द में लाभकारी है

मरीज को कब्ज की समस्या होती है पेट में दर्द होता है जिसके कारण सिर में दर्द होने लगता है और यह दर्द बढ़ता रहता है या कान के दर्द के कारण सिर में दर्द होता है तो यह मेडिसिन लाभकारी है

एल्यूमिना 30 के दुष्प्रभाव – side effects

एल्यूमिना होम्योपैथिक मेडिसिन का हमारे शरीर पर किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है परन्तु फिर भी आपको ज्यादा मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए

अगर आपको इस मेडिसिन के सेवन से किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव होता है तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और कुछ समय मेडिसिन को रोक देना चाहिए

एल्यूमिना 30 की सावधानियाँ – precautions

इस मेडिसिन को लेने से पहले आपको कुछ सावधानियाँ रखनी चाहिए

(1) . अगर आपको इस मेडिसिन से किसी प्रकार की एलर्जी की समस्या है तो आपको इसका सेवन नही करना चाहिए इसे एलर्जी की समस्या बढ़ सकती है

(2) . इस मेडिसिन के सेवन करते समय आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए शराब के सेवन से आपकी समस्या अधिक बढ़ सकती है

(3) . अगर आपकी सुबह की खुराक छुट गई है तो आपको दोपहर की खुराक के साथ सुबह की खुराक नहीं लेनी चाहिए इसे समस्या हो सकती है

(4) . प्रेगनेंसी में इस होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए उसके बाद ही इसका सेवन करना चाहिए

(5) . स्तनपान करवाने वाली महिला को एल्यूमिना 30 के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ताकि आपको और आपके बच्चे को नुकसान न हो

(6) . इस मेडिसिन को लेने के बाद आपको कभी भी ड्राइव नहीं करनी चाहिए क्युकी इसे नींद आने की समस्या उत्पन हो सकती है जो दुर्घटना का कारण बन सकती है

(7) . इस मेडिसिन को लेते समय आपको इसकी exp date को जरुर चेक करे उसके बाद ही इस मेडिसिन को होम्योपैथिक स्टोर से खरीदे

एल्यूमिना मेडिसिन की पोटेंसी – potency

एल्यूमिना होम्योपैथिक मेडिसिन आपको मार्किट में अलग अलग पोटेंसी में देखने को मिल जाएगी बहुत से व्यक्ति इसे अलग अलग बोलेगे परन्तु मेडिसिन एक होती है उसकी पोटेंसी लेने की मात्रा कम ज्यादा होती है

हम आपको बताएगे की एल्यूमिना को आप किसी किस पोटेंसी में ले सकते है और किस उम्र में कितनी पोटेंसी में लेना इसे सही होता है

(1) . बच्चो के लिए

अगर हम बच्चे की बात करे तो आप alumen 30 ch पोटेंसी में दे सकते है या फिर आप 6ch पोटेंसी में दे सकते है 10 साल से कम उम्र के बच्चे को आप एक चमच पानी में एल्यूमिना 30 की 1 बूंद डाले और सुबह दे और रात को खाना खिलाने से आधे घंटे पहले

(2) . व्यस्क व्यक्ति के लिए

50 साल से कम उम्र के व्यक्ति को एल्यूमिना 200ch potency में इस्तेमाल करना चाहिए आपको सुबह उठना है और मल त्याग करने से पहले आपको 2 बूंद एल्यूमिना 200ch की पीनी है कब्ज से आराम मिलेगा

(3) . बुजुर्ग व्यक्ति के लिए

50 साल से उपर के बुजुर्ग व्यक्ति को एल्यूमिना 1m potency में लेना चाहिए और इसका इस्तेमाल आपको सुबह मल त्याग करने से पहले 2 बूंद करना है

एल्यूमिना मेडिसिन का इस्तेमाल आप potency के अनुसार कम से कम 15 दिन तक करे कब्ज की समस्या ठीक हो जाएगी

परहेज क्या है

जब भी आप होम्योपैथिक मेडिसिन लेते है तो आपको कुछ परहेज करने चाहिए जो इस प्रकार है

(1) . कच्चे प्याज और लहसुन का इस्तेमाल न करे (सब्जी में कर सकते है)

(2) . कच्चे टमाटर का सेवन न करे सब्जी में कर सकते है

(3) . सभी प्रकार की खटाई का सेवन न करे

(4) . अचार का सेवन नहीं करना है

(5) . चाय कॉफ़ी का सेवन कम से कम करे

(6) . निम्बू और निम्बू के रस का सेवन न करे

एल्यूमिना 30 के इस्तेमाल के समय आपको उपर बताये गए परहेज करने है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको alumen 30 homeopathic medicine uses hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी और अब आपको समस्या नहीं होगी जब भी आप इस मेडिसिन को लगातार ले तभी आपको इसका फायदा होगा आपको उपर इसके लक्ष्ण फायदे नुक्सान इस्तेमाल सावधानियां पोटेंसी की पूरी जानकारी दी है अगर आपको कोई अन्य समस्या है तो कमेंट करे

जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . एल्यूमिना 30 का इस्तेमाल कितने दिनों तक कर सकते है?

ans . इस होम्योपैथिक मेडिसिन का इस्तेमाल आप 15 दिन लगातार कर सकते है उसके बाद भी डॉक्टर की सलाह के बाद ले सकते है|

Q . एल्यूमिना 30 का प्राइस क्या है?

ans . एल्यूमिना 30 आपको 70 से 100 रूपये में आसानी से मिल जाती है|

Q . क्या यह वर्टिगो जैसी समस्या को ठीक कर सकती है?

ans . कान के अंदरूनी दर्द के कारण अगर आपको वर्टिगो की समस्या होती है तो आप इस मेडिसिन को ले सकते है|

Q . क्या इसे हमे कोई दुष्प्रभाव हो सकता है?

ans . इस होम्योपैथिक मेडिसिन के लेने के बाद हमे किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है परन्तु फिर भी आपको डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी होता है|

Q . क्या सुखी त्वचा की समस्या में एल्यूमिना 30 को ले सकते है?

ans . आप सुखी त्वचा की समस्या में एल्यूमिना 30 मेडिसिन को ले सकते है |

Q . क्या गले में दर्द और गठिया की समस्या में इसे ले सकते है?

ans . गले में दर्द सुजन और गठिया की समस्या में आप इस मेडिसिन का सेवन आसानी से कर सकते है|

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