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r16 homeopathic medicine का इस्तेमाल माइग्रेन और सिर दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है जिन व्यक्ति को यह दोनों समस्या है वह r16 medicine का इस्तेमाल कर सकते है लाभ होगा

बहुत अधिक काम का भार या किसी बात का तनाव टेंशन के कारण आज के समय में 100 % में से 50 % को माइग्रेन और सिर में दर्द की समस्या होती है जो ठीक नहीं होती है

कुछ व्यक्ति को तो हमेशा सिर में दर्द रहता है जिसे परेशान होकर वह रोज सिर दर्द की medicine लेते रहते है जो की बहुत नुक्सानदायक होता है सिर दर्द की medicine का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

इसलिए माइग्रेन और सिर दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए homeopathic में r16 medicine को बनाया गया है इसके इस्तेमाल से आपको इन दोनों समस्या से आराम मिलता है

माइग्रेन का दर्द क्या है

सिर दर्द से माइग्रेन की समस्या उत्पन होती है जब आपको माइग्रेन का दर्द होगा तो वह सिर के एक साइड में होता है या right साइड या left साइड और दर्द बहुत अधिक होता है

हमारे सिर में नशे होती है जो रक्त का संचार करती है जब यह नशे सिकुड़ने लगती है या बार बार खुलती या सिकुड़ती है तो इसे से माइग्रेन का दर्द होता है जिसके बहुत से कारण भी होते है

इसके साथ ही आपको उलटी जैसा महसूस होता है और अधिक रौशनी में दर्द बढ़ जाएगा लाइट में बैठने का मन नहीं करेगा और साथ ही किसी का ज्यादा बोलना आपको पसंद नहीं आएगा

इसके साथ ही एक समस्या और होती है की अगर आपको को स्मेल आती है तो उस स्मेल से ही सिर में दर्द उत्पन होने लगता है माइग्रेन के दर्द से पहले आपको सिर में दर्द होता है

जब आपको माइग्रेन का दर्द होने लगेगा उसे पहले आपके आँखों के सामने धुंधला पन हो जाएगा और कुछ ही मिनटों के बाद माइग्रेन का दर्द उत्पन हो जाएगा

इसलिए अगर आपको यह सभी लक्ष्ण दिखाई देते है तो आपको माइग्रेन की समस्या है इसके लिए आज हम आपको r16 homeopathic medicine के बारे में बताएगे जो बहुत लाभकारी है

r16 medicine क्या है – what is r16 medicine in hindi

r16-homeopathic-medicine

r16 medicine का इस्तेमाल माइग्रेन और सिर दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है यह dr reckeweg की medicine है जो जर्मन में बनाई जाती है

r16 medicine आपको 243 रूपये में मिल जाएगी आसानी से मार्किट में इसको लेने से पहले exp date को चेक करे इसके अन्दर cimicifuga racemosa + gelsemium sempervirens + iris versicolor + sanguinaria canadensis + spigelia यह सभी medicine पाई जाती है

r16 medicine को इस्तेमाल कैसे करे – r16 homeopathic medicine uses in hindi

r16 medicine का इस्तेमाल उम्र , लिंग , कोई नई या पुरानी बिमारी को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है जिसे आने वाले समय में मरीज को समस्या न हो

इसके अलावा हर मरीज की समस्या अलग अलग हो सकती है इसलिए एक बार r16 medicine लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ले और सही से जांच करवाए

आपको 10 ml पानी लेना है और उस पानी में आपको r16 medicine की 10 से 15 ड्राप डालनी है और उसका सेवन करना है दिन में 3 बार खाली पेट

एक बार सुबह खाली पेट ले उसके बाद शाम के समय और फिर रात को सेवन करे (खाली पेट मतलब खाना खाने से एक घंटा पहले या बाद में )

आप इसका इस्तेमाल 1 या 2 महीने तक लगातार करे इसे आपकी माइग्रेन और सिर दर्द की समस्या ठीक हो जाएगी इसलिए इस्तेमाल लगातार करे बीच में न छोड़े

व्यस्क और बुजुर्ग ले

बिमारी :माइग्रेन और सिर दर्द
मात्रा :10 से 15 ड्राप
दिन में कितनी बार :3 बार ले
खाना खाने के बाद या पहले :खाना खाने से एक घंटा पहले या बाद में
किसके साथ ले :एक चोथाई कप पानी के साथ ले
सलाह :डॉक्टर की सलाह ले
r16 medicine के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह ले और खाने के साथ इसका सेवन न करे

r16 medicine के फायदे – benefits of r16 medicine in hindi

r16 medicine के फायदे आपको निचे देखने को मिल जाएगे जो इस प्रकार है जानिए

(1) . माइग्रेन को ठीक करती है

r16 medicine माइग्रेन की समस्या के लिए बहुत अधिक लाभकारी है r16 medicine के लगातार इस्तेमाल करने से कुछ ही महीने में आपकी माइग्रेन की समस्या ठीक हो जाती है और आपके सिर में दर्द नहीं होता है

(2) . सिर दर्द को ठीक करती है

जब सिर में दर्द होकर माइग्रेन का दर्द होता है तो उसके लिए भी r16 medicine बहुत अधिक लाभकारी है यह सिर के दर्द को कम कर देती है और बढ़ने नहीं देती है जिसे माइग्रेन की समस्या नहीं होती इसके साथ ही यह medicine माइग्रेन की लक्षणों को भी कम करती है

(1) . उलटी का मन होना

(2) . एक तरफ सिर में दर्द

(3) . अधिक आवाज से समस्या होना

(4) . रौशनी में सिर दर्द होना

(5) . स्मेल से सिर में दर्द होना

(6) . लाइट की रौशनी से दर्द होना

इन सभी लक्षणों को r16 medicine खत्म करती है

r16 medicine के दुष्प्रभाव – side effects of r16 medicine in hindi

r16 medicine माइग्रेन और सिर दर्द में लाभकारी है और r16 medicine के इस्तेमाल से आपको किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है परन्तु फिर भी आप डॉक्टर की सलाह ले

अगर आप r16 medicine का सही मात्रा , सही समय पर और सही तरीके से इस्तेमाल करते है तो आपको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी r16 medicine से

r16 medicine की कुछ सावधानियाँ – precautions of r16 medicine in hindi

r16 medicine को लेने से पहले कुछ सावधानियाँ रखनी चाहिए जो आपको निचे देखने को मिल जाएगी जो इस प्रकार है जानिए

(1) . डॉक्टर की सलाह ले

r16 medicine का कोई दुष्प्रभाव नहीं है परन्तु फिर भी आप इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर ले क्युकी हर मरीज की समस्या अलग अलग होती है लक्षणों के अनुसार ही इसे ले

(2) . एलर्जी होने पर न ले

अगर आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है या r16 medicine से ही एलर्जी है तो इस medicine को न ले इसे आपकी समस्या बढ़ सकती है

(3) . खाने के साथ न ले

आपको ध्यान रखना है की आपको r16 medicine का इस्तेमाल खाली पेट करना है खाने के साथ इसे नहीं लेना है अप खाना खाने से 1 घंटा पहले या बाद में इसे ले सकते है

(4) . शराब का सेवन न करे

सिर में दर्द और माइग्रेन का एक कारण शराब होता है इसलिए आपको ध्यान रखना है की आपको शराब या किसी भी नशीले प्रदार्थ का सेवन नहीं करना है इसे समस्या बढ़ सकती है

(5) . तनाव टेंशन में न रहे

एक बात का आपको और ध्यान रखना है की अगर आप r16 medicine ले रहे है तो आपको तनाव या टेंशन से दूर रहना है तभी r16 medicine का असर जल्दी होगा और आपको फायदा होगा

(6) . exp date को चेक करे

ज्यादातर व्यक्ति medicine लेते समय exp date चेक नहीं करते है इसलिए आपको ध्यान रखना है की आपको r16 medicine को लेने से पहले exp date और उसके उपर लिखी बातो का ध्यान रखना है

r16 medicine की कुछ सामग्री – ingredients of r16 medicine in hindi

r16 medicine के अंदर बहुत सी लाभकारी medicine मिली हुई है जिसके बारे में आपको निचे देखने को मिल जाएगा जो इस प्रकार है

(1) . सिमिसिफुगा रेसमोसा (cimicifuga racemosa)

जिन महिलओं को एक साइड सिर में दर्द होने की समस्या है उनके लिए cimicifuga medicine लाभकारी है 40 साल की महिलाओं में यह समस्या ज्यादा होती है

(2) . गेलसेमिम सेम्परवीरेंस (gelsemium sempervirens)

gelsemium sempervirens medicine माइग्रेन के लिए बहुत लाभकारी है साथ ही यह medicine थकान , कमजोरी , सुस्ती को दूर करती है जिसे आप जल्दी ठीक होते है

(3) . आइरिस वेर्सिकोलोर (iris versicolor)

iris versicolor medicine माइग्रेन और सिर दर्द के लिए फायदेमंद है इसके साथ ही अगर आपको गैस बने की समस्या है पेट साफ़ नहीं होता है तो भी यह medicine लाभकारी है

(4) . सैंगुइनेरिया कनाडेंसिस (sanguinaria)

sanguinaria medicine भी सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या में दी जाती है जिसे माइग्रेन जल्दी ठीक होता है और यह medicine r16 medicine में मिली हुई है

(5) . स्पिगेलिया (spigelia)

जिन लोगो को right साइड सिर दर्द की समस्या रहती है उनको spigelia medicine दी जाती है यह माइग्रेन के लिए बहुत लाभकारी है

यह सभी medicine r16 medicine में मिली हुई है जो माइग्रेन और सिर दर्द को ठीक करने में मदत करती है

r16 medicine को कैसे रखे – how to store r16 medicine in hindi

आपको r16 medicine को हमेशा ही कमरे के तापमान में रखनी है तभी यह सही से इस्तेमाल की जा सकती है इसको लेने से पहले हिलाए इसी के साथ r16 medicine को न ज्यादा ठंडी जगह पर रखे और न ही ज्यादा गर्म जगह पर इस बात का आप ध्यान रखे

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको r16 homeopathic medicine के बारे में पता चल गया होगा और अब आप सही से इस medicine का इस्तेमाल करेगे जब भी आपको माइग्रेन की समस्या हो या कुछ लक्ष्ण दिखाई दे तो पहले डॉक्टर के पास जाए और जांच करवाए उसके बाद लक्षणों के अनुसार ही medicine ले

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जानिए कुछ सवालों के जवाब

Q . क्या प्रेगनेंसी के दोरान r16 medicine का इस्तेमाल किया जा सकता है ?

ans . प्रेगनेंसी के दोरान r16 medicine को लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह ले |

Q . क्या स्तनपान करवाने वाली महिला r16 medicine का सेवन कर सकती है ?

ans . स्तनपान करवाने वाली महिलाए r16 medicine को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर ले |

Q . r16 medicine का सेवन दिन में कितनी बार करना चाहिए ?

ans . आपको r16 medicine का सेवन दिन में 3 बार करना है 10 ड्राप खाली पेट |

Q . r16 medicine का सेवन कब तक करना चाहिए ?

ans . आपको r16 medicine का सेवन 1 से 2 महीने लगातार करना चाहिए |

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