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खांसी की समस्या सभी को एक बार अवश्य होती है खांसी के कारण लक्ष्ण प्रकार उपचार अलग अलग प्रकार से आपको देखने को मिल जाते है

जब हवा गले से बाहर निकलते समय कांसे के फटे हुए बर्तन की तरह आवाज उत्पन होती है उसे ही हम व्यवहारिक भाषा में खांसी कहते है और आयुर्वेद के अनुसार कास कहते है और इंग्लिश में cough कहते है

खांसी के कारण लक्ष्ण प्रकार उपचार

ज्यादा खांसी आने के बहुत से कारण होते है जो आपको निचे देखने को मिल जाएगे

खांसी-के-कारण-लक्ष्ण-प्रकार-उपचार

(1) .  ज्यादा शीत पेय का सेवन करना खांसी का कारण होता है

(2) . धुआं शरीर के अंदर चले जाना खांसी का कारण होता है

(3) . कपास के टुकडो का सांस में चले जाना खांसी का कारण होता है

(4) . तेल या घी वाले प्रदार्थ का ज्यादा सेवन करना खांसी का कारण होता है

(5) . मोश्म बदल जाने के कारण खांसी की समस्या हो जाती है

(6) . ज्यादा ठंडे पानी में नहाना खांसी का कारण होता है

(7) . बहुत अधिक व्यायाम करना खांसी का कारण होता है

(8) . ज्यादा सम्भोग करना खांसी का कारण होता है

(9) . कान में अत्यधिक मेल का जमा हो जाना खांसी का कारण होता है

यह खांसी के कुछ कारण है आमतोर पर देखा गया है की खांसी के साथ साथ सर्दी की समस्या भी होती है सिने में हुई किसी बिमारी के लक्ष्ण के रूप में भी खांसी की समस्या दिखाई देती है

खांसी के लक्ष्ण

खांसी अलग अलग प्रकार की होती है और लक्ष्ण भी अलग अलग होते है जानिए खांसी के कुछ समान्य लक्ष्ण जो इस प्रकार है

(1) . गले में खरास होना खांसी का लक्ष्ण होता है

(2) . बुखार होना खांसी का लक्ष्ण होता है

(3) . ठण्ड लगना खांसी का लक्ष्ण होता है

(4) . सांस की नली में सुजन होना खांसी का लक्ष्ण होता है

(5) . गले और छाती में दर्द होना खांसी का लक्ष्ण होता है

(6) . नाक बहने की समस्या होना खांसी का लक्ष्ण होता है

(7) . पुरे शरीर में दर्द होना खांसी का लक्ष्ण होता है

यह सभी वह लक्ष्ण है जो सभी खांसी में समान्य रूप से देखे जाते है

खांसी के प्रकार

खांसी अलग प्रकार की होती है और उसी के अनुसार लक्ष्ण भी देखने को मिलते है देखा जाता है की खांसी तीन प्रकार की होती है वाजत , पितज , कफज और इन तीनो खांसी के अलग अलग लक्ष्ण है जो आपको निचे देखने को मिलेगे

(1) . वातज खांसी

वातज खांसी जब किसी व्यक्ति को होता है तो मरीज बहुत देर खांसता है और ज्यादा खासने के बाद भी बहुत कम कफ निकलता है और मरीज को अच्छा लगता है

इस प्रकार की खांसी बहुत सुखी होती है और यह खांसी रात के समय बहुत अधिक बढ़ जाती है और खांसी के साथ साथ सिने में दर्द की समस्या होने लगती है

वातज खांसी का उपचार 

(1) . दोपहर के समय मरीज को खाने में हल्के खाने का सेवन करना चाहिए जिसे खाना पचने में आसानी हो और अधिक मात्रा में खाना न खाए इसे समस्या हो सकती है

(2) . जिन लोगो को वातज खांसी की समस्या होती है उनको सिने में , गर्दन में , गले में , पीठ में तेल को लगा लेना है उसके बाद एक कपडे को गर्म कर ले उसके बाद सेंके या फिर आप गर्म पानी से नहा सकते है

(2) . पितज खांसी

जिन लोगो को पितज खांसी की समस्या होती है तो उन लोगो को खांसी की समस्या हमेशा बनी रहती है और मरीज को साथ में पीले रंग का कफ निकलते रहता है इसी को पितज कफ कहते है

पितज खांसी का उपचार 

(1) . अगर आपको पितज खांसी की समस्या है तो आपको मिश्री को चुसना चाहिए इसे आपको आराम मिलेगा

(2) . पितज खांसी के मरीज को भोजन करने के बाद दूध , गने का रस या मिश्री का पानी का सेवन करना चाहिए इसे पितज खांसी में आराम मिलता है

(3) . सोठ का सेवन पितज के मरीज के लिए अच्छा होता है

(3) . कफज खांसी

कफज खांसी की समस्या में खांसी के साथ साथ सुखा और तेलयुक्त कफ अधिक मात्रा में बाहर निकलता है और कफज खांसी के मरीज के मुहं से बार बार कफ आने की समस्या होती है 

इस खांसी वाले मरीज को छाती में हमेशा कफ भरा महसूस होता है सिर भारी लगता है छाती में भारीपन लगता है , मुहँ में स्वाद ख़त्म हो जाता है सिर और दिल में गिला कपडा लपेटने जैसा महसूस होता है

कफज खांसी का उपचार 

(1) . एक कप पानी का ले आप उसमे एक चमच शहद को डाले और उसका सेवन करे इसे आपको कफज खांसी में आराम मिलेगा

(2) . मांस के रस का सेवन करे इसे आपको आराम मिलेगा

(3) . बहेड़ा भुज कर आप अपने मुहं में रखे आपको फायदा होगा

(4) . एक चमच अदरक का रस ले और एक चमच शहद ले और मिला ले और इस मिश्रण को दिन में तीन चार बार ले आराम मिलेगा

सुखी खांसी क्या है

सुखी खांसी की समस्या जल्दी ठीक हो जाती है जब वात खांसी अधिक हो जाती है तो सुखी खांसी की समस्या उत्पन होती है और यह खांसी बहुत सुखी होती है

(1) . सुखी खांसी के लक्ष्ण

(1) . बार बार प्यास लगना सुखी खांसी का लक्ष्ण है

(2) . मुहं का ज्यादा सुखना सुखी खांसी का लक्ष्ण है

(3) . आवाज का बदल जाना सुखी खांसी का लक्ष्ण है

(4) . बुखार आना सुखी खांसी का लक्ष्ण है

(2) . उपचार

(1) . लॉन्ग को मुहं में रखे आराम मिलेगा

(2) . बहेड़ा भूजकर मुहं में रखे आराम मिलेगा

(3) . क्या खाए

(1) . मांस रस का सेवन करे

(2) . गेहू , ज्वार , उड़द का सेवन करे

(3) . दूध , गुड . गने के रस का सेवन करे

(4) . घी या तेल का ज्यादा सेवन करे

गीली खांसी क्या है

गीली खांसी की समस्या में खांसी के साथ साथ बहुत अधिक कफ मुहं से बाहर निकलता है देखा जाता है की मुहं से कफ टुकड़े के रूप में बाहर आता है

गीली खांसी में मरीज को गला और मुहं चिपचिपा लगता है देखा गया है गीली खांसी में रोंगटे भी खड़े हो जाते है और मुहं में स्वाद नहीं रहता है

(1) . उपचार

(1) . पानी और शहद का सेवन करे फायदा होगा

(2) . एक चमच अदरक और शहद का सेवन करे फायदा होगा

(3) . अडूलसे के पते का रस और ले और उसमे शहद मिलाकर सेवन करे फायदा होगा

(2) . क्या खाए

(1) . जव का सेवन करे गीली खांसी होने पर

(2) .  तीली का सेवन करे गीली खांसी होने पर

(3) . अदरक का सेवन करे गीली खांसी होने पर

(4) . काली मिर्ची का सेवन करे गीली खांसी होने पर

(5) . सोंठ का सेवन करे गीली खांसी होने पर

(6) . दालचीनी का सेवन करे गीली खांसी होने पर

(3) . क्या न खाए

(1) . घी का सेवन न करे गीली खांसी होने पर

(2) . दही का सेवन न करे गीली खांसी होने पर

(3) . मखन का सेवन न करे गीली खांसी होने पर

(4) . ठंडी पेय का सेवन न करे गीली खांसी होने पर

पुरानी खांसी क्या है

जब किसी कारण गीली और सुखी खांसी ठीक नहीं होती है और लम्बे समय तक रहती है तो यह पुरानी खांसी में बदल जाती है जिसे पुरानी खांसी कहते है

(1) . उपचार

जो उपचार गीली और सुखी खांसी में किये जाते है वह सभी उपचार आप पुरानी खांसी में कर सकते है

सभी खांसी के लिए सामान्य उपचार

जानते है सभी खांसी के लिए क्या क्या सामान्य उपचार हो सकते है जो इस प्रकार है

(1) . काली मिर्च , काला नमक , अजवाइन , इलायची , अदरक

अगर आपको लगातार लम्बे समय से खांसी है तो हम आपको एक घरेलू उपाय बताएगे जिसमे आपको 5 चीजो का इस्तेमाल करना है इस नुश्खे को आप बच्चे और बड़े दोनों को दे सकते है

काली मिर्च ले यह खांसी के लिए लाभकारी है हमारे फेफड़ो में जो कफ बलगम जमा होती है उसे काली मिर्च निकालने में मदत करती है इसे इन्फेक्शन कम होता है

काला नमक ले यह भी सुखी और गीली खांसी को ठीक करने में लाभकारी है काला नमक साँस की नली को साफ़ करने का काम करता है जिसे खांसी ठीक होती है

अजवाइन भी बहुत लाभकारी है खांसी के लिए अजवाइन फेफड़ो को साफ़ करता है जिसे इन्फेक्शन ठीक होता है और खांसी से आपको आराम मिलता है

इलायची ले यह भी खांसी को ठीक करती है हमारे फेफड़ो में जो बलगम जमा हो जाता है उसे इलायची निकालने का काम करती है इसे खांसी जुकाम ठीक होता है

और आखिर में आपको अदरक लेना है क्युकी अदरक के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है जो सर्दी जुकाम खांसी सुजन को ठीक करने के लिए बहुत लाभकारी है

नुश्खा कैसे तैयार करे

आपको एक चोथाई चमच काली मिर्च का पाउडर लेना है और एक चोथाई चमच काला नमक लेना है एक चमच अजवाइन ले उसके बाद चार चमच पिसा हुआ अदरक ले और 4 से 5 छोटी इलायची ले जिसके बीज निकाल ले छिलका फैंक दे

उसके बाद आपको कुछ मात्रा में गुड लेना है और उसे एक कढाई में धीमी आंच पर पकाना है उसमे थोडा पानी भी डाल ले उसे धीमी आंच पर पकाए उसके बाद आपको उपर बताई गई सभी चीजे इस गुड में डाल देनी है और पकाना है ध्यान रहे ज्यादा न पकाए और जब पक जाए तो इसे कांच के बर्तन में निकाल ले

और रात को सोने से पहले इसका सेवन करे गर्म पानी के साथ और ध्यान रहे इसे लेने के बाद आप कुछ भी ठंडी चीजे न खाए या ठंडी चीजे न पिए और खट्टी चीजे भी न ले आप इसे तुरंत खांसी के समय भी ले सकते है आपको आराम मिलेगा इस दोरान आपको धुम्रपान नहीं करना है

निष्कर्ष

आशा करते है की आपको खांसी के कारण लक्ष्ण प्रकार उपचार के बारे में पता चल गया होगा खांसी अलग आलग प्रकार की होती है और उसी अनुसार उपचार किया जाता है परन्तु कई बार खांसी का कारण कोई गंभीर बिमारी का संकेत होता है इसलिए खांसी होने पर डॉक्टर से सम्पर्क करे और सलाह ले

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जानिए कुछ सवालो के जवाब

Q . खांसी से आराम के लिए क्या करे ?

ans . शहद और अदरक का इस्तेमाल करे खांसी को ठीक करने के लिए |

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